अंतरराष्ट्रीय
आईपीएल 2022 : दिल्ली कैपिटल्स का टूर्नामेंट में शानदार आगाज, मुंबई को 4 विकेट से हराया

ललित यादव (नाबाद 48) और अक्षर पटेल (नाबाद 38) की शानदार पारी की बदौलत यहां ब्रेबोर्न स्टेडियम में आईपीएल 2022 के खेले गए दूसरे मैच में में रविवार को दिल्ली कैपिटल्स (डीसी) ने मुंबई इंडियंस (एमआई) को 4 विकेट से हराया। एमआई के 177 रनों के जवाब में डीसी ने 18.2 ओवर में छह विकेट खोकर लक्ष्य को हासिल कर लिया। टीम को ललित और पटेल ने मिलकर 30 गेंदों में 75 रनों की नाबाद साझेदारी कर टूर्नामेंट के पहले ही मैच में जीत दिलाई। मुंबई इंडियंस की ओर से बेसिल थम्पी ने तीन विकेट झटके। वहीं, मुरुगन अश्विन ने दो विकेट चकटाए, जबकि टाइमल मिल्स ने एक विकेट लिया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली कैपिटल्स ने जबरदस्त शुरुआत की, सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ और टिम सीफर्ट ने एमआई के आक्रमक तेज गेंदबाजों पर कुछ शानदार शॉट लगाए। लेकिन चौथे ओवर में मुरुगन अश्विन ने डीसी को डबल झटका दिया, इस दौरान सीफर्ट (21) को बोल्ड किया। इसके मनप्रीत सिंह को भी बिना खाता ही पवेलियन भेज दिया। इसके बाद कप्तान ऋषभ पंत (1) को भी जल्द ही पवेलियन लौटना पड़ा, जिससे डीसी की पारी पूरी तरह से लड़खड़ा गई।
डीसी ने पावरप्ले में तीन विकेट के नुकसान पर 46 रन ही बनाए। जीतने के लिए 132 रनों की और दरकार थी। 10वें ओवर में बेसिल थम्पी की गेंद पर पृथ्वी चार चौके और दो छक्कों की मदद से 24 गेंदों में 38 रन बनाकर ईशान के हाथों कैच आउट हो गए। उसी ओवर में रोमेन पोवेल भी बिना खाता खोले ही पवेलियन लौट गए। 10 ओवरों में 72 रनों पर डीसी की आधी टीम सिमट चुकी थी।
ललित यादव और शार्दुल ठाकुर ने लक्ष्य का पीछा करने का प्रयास किया। इस दौरान दोनों बल्लेबाजों ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए कई बाउंड्री लगाई, जिससे 13 ओवरों में डीसी का स्कोर 100 के पार हो गया। अब भी जीतने के लिए 75 रनों की जरूरत थी। लेकिन शार्दुल चार चौके की मदद से 11 गेंदों में 22 रन बनाकर थम्पी की गेंद पर आउट हो गए। दूसरे छोर पर जमे हुए ललित यादव का साथ देने आए अक्षर पटेल ने स्कोर की गति को आगे बढ़ाया।
इस बीच, दोनों ने मिलकर कई बड़े शॉट लगाए, जिससे डीसी ने 10 गेंदे शेष रहते लक्ष्य का पीछा कर चार विकेट से मुंबई इंडियंस को धूल चटा दी। ललित ने चार चौके और दो छक्कों की मदद से 38 गेंदों में नाबाद 48 रन बनाए। वहीं, अक्षर पटेल दो चौके और तीन छक्कों की मदद से 17 गेंदों में ताबड़तोड़ 38 रन बनाकर नाबाद रहे। टीम की ओर से ललित और पटेल ने मिलकर 30 गेंदों में 75 रनों की नाबाद साझेदारी कर टीम को टूर्नामेंट के पहले ही मैच में जीत दिलाई।
इससे पहले, टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी एमआई की शुरुआत शानदार रही, क्योंकि सलामी बल्लेबाज कप्तान रोहित शर्मा और ईशांत किशन ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की, जिससे पावरप्ले में बिना विकेट गंवाए 53 रन जोड़ लिए।
पावरप्ले के बाद डीसी के स्पिनर्स अक्षर पटेल और कुलदीप यादव ने एमआई पर दबाव बनाना शुरू किया, जिससे उन्हें कप्तान रोहित शर्मा के रूप में पहला झटका लगा। उन्होंने चार चौके और दो छक्के की मदद से 32 गेंदों में 41 रन बनाकर कुलदीप के शिकार बन गए। इसी के साथ कप्तान रोहित और ईशान के बीच 50 गेंदों में 67 रनों की साझेदारी का भी अंत हो गया।
तीसरे नंबर पर आए अनमोलप्रीत सिंह (8) भी कुलदीप को अपना विकेट देकर पवेलियन लौट गए। चौथे नंबर पर आए तिलक वर्मा ने ईशान के साथ मिलकर टीम के स्कोर को 13 ओवरों में दो विकेट के नुकसान पर 100 के पार पहुंचा दिया। लेकिन वर्मा (22) कुछ अच्छे शॉट लगाकर खलील की गेंद पर पृथ्वी शॉ को कैच दे बैठे। इसी के साथ दोनों के बीच में 22 गेंदों में 34 रनों की साझेदारी भी समाप्त हो गई। एमआई ने अपना तीसरा विकेट 117 रनों पर हो दिए।
वहीं, पांचवें स्थान पर आए कीरोन पोलार्ड ने दूसरे छोर पर टिके ईशान का साथ दिया। लेकिन पोलार्ड (3) बिना कमाल दिखाए, कुलदीप का तीसरा शिकार बन गए। इस बीच, ईशान ने 34 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया, जिससे टीम का स्कोर 17 ओवरों में चार विकेट के नुकसान पर 137 रन हो गए। टिम डेविड और ईशान ने आखिरी के कुछ ओवरों में तेज गति से रन बटोरे, लेकिन खलील के की गेंद पर डेविड (12) चलते बने।
इसके बाद आखिरी ओवर में डेनियल सैम्स ने शार्दुल ठाकुर की गेंद पर एक लंबा छक्का जड़ दिया, उसी ओवर में ईशान ने अपना विस्फोटक बल्लेबाजी जारी रखा और बैक टू बैक चौके मारकर, एमआई के स्कोर को 20 ओवरों में पांच विकेट के नुकसान पर 177 पहुंचा दिया। ईशान 11 चौके और दो छक्कों की मदद से 48 गेंदों में 81 रन बनाकर नाबाद रहे। दिल्ली कैपिटल्स की ओर से सबसे ज्यादा कुलदीप यादव ने तीन विकेट झटके। वहीं, खलील अहमद ने दो विकेट लिए।
अंतरराष्ट्रीय
युगांडा पहुंचेंगे विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह, गुटनिरपेक्ष आंदोलन के 19वें सत्र में भारत का करेंगे प्रतिनिधित्व

नई दिल्ली, 13 अक्टूबर : भारत के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को घोषणा की है कि विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह युगांडा पहुंचेंगे। इससे पहले वह मिस्र में आयोजित हो रहे गाजा शांति शिखर सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। गाजा पीस समिट में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए वह मिस्र पहुंचे हैं। युगांडा में वह कंपाला में 15-16 अक्टूबर को होने वाले गुटनिरपेक्ष आंदोलन (एनएएम) के 19वें मध्यावधि मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, यह भागीदारी आंदोलन के सिद्धांतों और मूल्यों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है। बता दें, एनएएम के 19वें सम्मेलन में मंत्रिस्तरीय बैठक से पहले 13-14 अक्टूबर को वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक (एसओएम) होगी, जिसमें सचिव (पश्चिम) सिबी जॉर्ज भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
युगांडा 2024-26 की अवधि के लिए गुटनिरपेक्ष आंदोलन का अध्यक्ष है। इस साल, मध्यावधि मंत्रिस्तरीय बैठक ‘साझा वैश्विक समृद्धि के लिए सहयोग को गहरा करना’ विषय पर आधारित है।
विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, “भारत इस आंदोलन का संस्थापक सदस्य है, जो 121 विकासशील देशों को ऐतिहासिक महत्व के एक मंच पर एक साथ लाता है।”
राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह यहां पर युगांडा के नेतृत्व और गुटनिरपेक्ष आंदोलन के सदस्य देशों के समकक्षों से भी मिल सकते हैं। गुटनिरपेक्ष आंदोलन की स्थापना औपनिवेशिक व्यवस्था के पतन और अफ्रीका, एशिया, लैटिन अमेरिका, और दुनिया के अन्य क्षेत्रों के लोगों के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान हुई थी।
आंदोलन के शुरुआती दिनों में, उपनिवेशवाद-विमुक्ति की प्रक्रिया में गुटनिरपेक्ष आंदोलन का काम अहम था। इसकी वजह से आगे चलकर कई देशों और लोगों को स्वतंत्रता और स्वाधीनता प्राप्त हुई और दर्जनों नए संप्रभु राज्यों की स्थापना हुई।
अपने पूरे इतिहास में, गुटनिरपेक्ष देशों के आंदोलन ने विश्व शांति और सुरक्षा के संरक्षण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भारत गुटनिरपेक्ष आंदोलन (एनएएम) को हमेशा से ही ज्यादा महत्व देता रहा है। विदेश मंत्रालय ने बताया कि समूह के संस्थापक सदस्य के रूप में, भारत इस आंदोलन के उद्देश्यों और सिद्धांतों के प्रति प्रतिबद्ध है।
भारत ने सालों से अपने सदस्य देशों के बीच एकजुटता और सहयोग को और मजबूत करने के लिए एनएएम के साथ अपनी सक्रिय और रचनात्मक भागीदारी बनाए रखी है। एनएएम शिखर सम्मेलनों सहित इसकी बैठकों में भारत की नियमित उच्च स्तरीय भागीदारी देखने को मिलती है।
अंतरराष्ट्रीय
हमास ने शुरू की बंधकों की रिहाई, रेडक्रॉस पर अधिकारियों को सौंपे गए 7 इजरायली होस्टेज

नई दिल्ली, 13 अक्टूबर : आखिरकार वो वक्त आ ही गया, जिसका इजरायल के लोगों को बेसब्री से इंतजार था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की योजना के तहत बंधकों और कैदियों की रिहाई का सिलसिला शुरू हो गया है। हमास ने इजरायली बंधकों के पहले बैच को इजरायली अधिकारियों को सौंप दिया है।
इजरायली मीडिया की ओर से साझा जानकारी के अनुसार हमास ने फर्स्ट फेज में 7 बंधकों को रेडक्रॉस पर इजरायली अधिकारी को सौंप दिया है। बता दें, सोमवार को कुल 20 बंधकों को हमास इजरायल को सौंपेगा।
वहीं दूसरी ओर इजरायल फिलिस्तीन के करीब दो हजार सैनिकों को रिहा करेगा। दो साल बाद इजरायल के 20 लोग अपने घर वापस आने वाले हैं। इजरायली बंधकों की वापसी के लिए भारी संख्या में लोगों की भीड़ इकट्ठा हुई है। रिहा किए गए सभी बंधक पुरुष हैं।
हमास ने 7 बंधकों की रिहाई के बाद एक बयान जारी कर कहा है कि वह इजरायल के साथ युद्धविराम और ‘बंधक के लिए कैदी’ समझौते के लिए प्रतिबद्ध है। हालांकि, समूह ने इस बात की पुष्टि नहीं की है कि उसने बंधकों को सौंपा है, लेकिन कहा है कि वह तय समय-सारिणी के प्रति प्रतिबद्ध है, बशर्ते इजरायल भी अपना काम करे।
अल-कस्साम ब्रिगेड के बयान में कहा गया है, “यह समझौता हमारे लोगों की दृढ़ता और प्रतिरोध का परिणाम है। इजरायल कई महीने पहले ही अपने ज्यादातर बंदियों की वापसी करा सकता था, लेकिन वह लगातार टालमटोल करता रहा।”
इस बीच इजरायली स्वास्थ्य मंत्रालय के महानिदेशक मोशे बार सिमन-टोव ने कहा कि इजरायल की पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था आज गाजा से रिहा किए जा रहे 20 बंधकों और अन्य इजरायली मृतकों के शवों को देश वापस लाने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा, “आशा और खुशी के साथ-साथ, उन बंधकों के परिवारों के लिए अपार दुःख भी है, जो मारे गए। इजरायल में उनकी आत्मा को शांति मिलेगी।”
अंतरराष्ट्रीय
काबुल में देर रात सिलसिलेवार धमाके, पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच तनाव बढ़ा

काबुल, 10 अक्टूबर : अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में रविवार देर रात हुए सिलसिलेवार धमाकों की घटना के बाद तनाव नाटकीय रूप से बढ़ गया है। आशंका जताई जा रही है कि ये विस्फोट बिना उकसावे के सीमा पार से किए गए हवाई हमलों का नतीजा थे।
कथित तौर पर ये विस्फोट पूर्वी काबुल के डिस्ट्रिक्ट 8 से शुरू हुए, जो प्रमुख सरकारी सुविधाओं और आवासीय क्षेत्रों का केंद्र है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना के दौरान आसमान से विमानों की आवाजें सुनाई दे रही थीं।
सिलसिलेवार धमाकों के बाद से इलाके में दहशत का माहौल देखा जा रहा है। भले ही विस्फोटों के पीछे का सटीक स्रोत और उद्देश्य का अभी तक पता नहीं चल सका, लेकिन शुरुआती रिपोर्ट्स में हवाई हमलों की आशंका जताई गई है।
उल्लेखनीय है कि यह घटना पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ की ओर से नेशनल असेंबली में दिए गए एक तीखे बयान के कुछ ही घंटों बाद हुई। इस दौरान ख्वाजा आसिफ ने राजनयिक संयम में कमी का संकेत देते हुए कहा था, “बस, अब बहुत हो गया। हमारा धैर्य जवाब दे चुका है। अफगानिस्तान की धरती से आतंकवाद असहनीय है।”
नेशनल असेंबली में आसिफ ने पाकिस्तानी अधिकारियों की पिछली काबुल यात्रा को याद किया था। उस दौरान अफगान अधिकारियों ने कथित तौर पर पाकिस्तान को निशाना बनाकर की जा रही आतंकवादी गतिविधियों के खिलाफ आश्वासन देने से इनकार कर दिया था।
हालांकि, पाकिस्तान ने आधिकारिक तौर पर किसी भी हमले की पुष्टि नहीं की है, लेकिन आसिफ की टिप्पणियों के समय और उसके बाद काबुल में हुए विस्फोटों ने सैन्य कार्रवाई की आशंकाओं को और बढ़ा दिया है।
इस बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर, पाकिस्तान के इस्लामाबाद और रावलपिंडी शहरों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं अचानक ठप कर दी गई हैं। पाक अधिकारियों ने इसे लेकर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है।
बलूच प्रतिनिधि मीर यार बलूच ने इन हमलों की निंदा करते हुए कहा, “हम काबुल में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हैं, जो पाकिस्तान की ओर से किया गया है। अगर अफगानिस्तान बलूचिस्तान को एक स्वतंत्र (स्वायत्त) राष्ट्र के रूप में मान्यता दे, तो पाकिस्तान और उसकी सेना की ओर से की जा रही आतंकवादी गतिविधियों को कुछ ही हफ्तों में समाप्त किया जा सकता है।”
जैसे-जैसे तनाव बढ़ रहा है, आगे सैन्य वृद्धि की संभावना को लेकर आशंकाएं बढ़ रही हैं।
-
व्यापार5 years ago
आईफोन 12 का उत्पादन जुलाई से शुरू होगा : रिपोर्ट
-
अपराध3 years ago
भगौड़े डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गो की ये हैं नई तस्वीरें
-
महाराष्ट्र4 months ago
हाईकोर्ट ने मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को नोटिस जारी किया, मस्जिदों के लाउडस्पीकर विवाद पर
-
अनन्य3 years ago
उत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग हुआ सतर्क
-
न्याय1 year ago
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हाईकोर्ट में मामला दायर
-
अपराध3 years ago
बिल्डर पे लापरवाही का आरोप, सात दिनों के अंदर बिल्डिंग खाली करने का आदेश, दारुल फैज बिल्डिंग के टेंट आ सकते हैं सड़कों पे
-
अपराध3 years ago
पिता की मौत के सदमे से छोटे बेटे को पड़ा दिल का दौरा
-
राष्ट्रीय समाचार8 months ago
नासिक: पुराना कसारा घाट 24 से 28 फरवरी तक डामरीकरण कार्य के लिए बंद रहेगा