अंतरराष्ट्रीय
चोट के कारण सेंट पीटर्सबर्ग ओपन से हटे सितसिपास

वर्ल्ड नंबर-5 ग्रीस के स्टेफानो सितसिपास चोट के कारण सोमवार से शुरू हुए सेंट पीटर्सबर्ग ओपन से हट गए हैं। सितसितपास ने टिवटर पर इसकी जानकारी दी। सितसिपास ने बताया कि टांग की चोट के कारण ही उन्होंने इस टूर्नामेंट से हटने का फैसला किया है। सितसिपास को यह चोट फ्रेंच ओपन के सेमीफाइनल में लगी थी, जहां उन्हें पांच सेटों तक चले कड़े मुकाबले में 17 बार के ग्रैंड स्लैम चैंपियन सार्बिया के नोवाक जोकोविच से हार का सामना करना पड़ा था।
सितसिपास ने कहा, “दोस्तों मैं अपने दुनियाभर के तमाम फैंस का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं, जिन्होंने पिछले सप्ताह से रोलां गैरो में मेरा समर्थन किया। पेरिस में मेरा समय बहुत ही अच्छा था और मैंने जोकोविच के खिलाफ सेमीफाइनल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया।”
उन्होंने कहा, “दुर्भाग्यवश, मेरी टांगों में चोट लग गई थी, लेकिन मैंने एमआरआई करवाया और इसकी टेस्ट करवाई। डॉक्टर की सलाह के बाद मैंने सेंट पीटसबर्ग से हटने का फैसला किया है। वियना की तैयारियों के लिए मैं एक सप्ताह का आराम लेना चाहता हूं। मैं वहां खेलने को लेकर उत्साहित हूं। पेरिस और लंदन के लिए क्वालीफाई करने के बाद मेरे पास अपना खिताब बचाने का मौका है।”
सितसिपास और 2018 के विजेता जर्मनी के एलेक्जेंडर ज्वेरेव दोनों ने एटीपी फाइनल्स के लिए क्वालीफाई कर लिया है, जिसका आयोजन 15 से 22 नवंबर तक लंदन में होना है।
अंतरराष्ट्रीय
पाकिस्तान ने लगातार 12वें दिन किया संघर्ष विराम का उल्लंघन, भारतीय सेना ने दिया जवाब

जम्मू, 6 मई। पाकिस्तानी सेना के कारण नियंत्रण रेखा पर तनाव की स्थिति बनी हुई है। यहां 12वें दिन भी पाकिस्तान की सैन्य चौकियों द्वारा संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया। पाकिस्तानी सैनिकों ने नियंत्रण रेखा के पार से गोलीबारी की।
भारतीय सेना के मुताबिक 05-06 मई की रात, पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, पुंछ, राजौरी, मेंढर, नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर के आसपास के इलाकों में गोलीबारी की। यह गोलीबारी नियंत्रण रेखा के पार से पाकिस्तान सेना की चौकियों द्वारा बिना उकसावे के छोटे हथियारों से की गई। भारतीय सेना ने इस गोलीबारी का उचित जवाब दिया।
पाकिस्तान न केवल नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी कर रहा है, बल्कि पाकिस्तान से जुड़े साइबर हैकर्स ने भारतीय वेबसाइट्स पर भी निशाना साधा है। पाकिस्तानी साइबर हमलावरों ने भारत में रक्षा और सशस्त्र बलों से जुड़ी वेबसाइटों पर साइबर अटैक के जरिए संवेदनशील डेटा चुराने की कोशिश की है। पाकिस्तानी हैकर्स के ट्विटर अकाउंट “पाकिस्तान साइबर फोर्स” के माध्यम से यह दावा किया गया है कि उन्होंने भारतीय मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस (एमईएस) और मनोहर पर्रिकर रक्षा अध्ययन एवं विश्लेषण संस्थान से संवेदनशील जानकारी प्राप्त कर ली है।
इस दावे से यह संकेत मिलता है कि हमलावरों ने रक्षा कर्मियों से जुड़ी व्यक्तिगत जानकारियां और लॉगिन क्रेडेंशियल्स तक पहुंच बनाई हो। भारत के साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ और एजेंसियों ने तुरंत प्रभावी कदम उठाते हुए कार्रवाई की है। जम्मू-कश्मीर स्थित पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले और उसके बाद नियंत्रण रेखा पर मौजूदा स्थिति के बीच पाकिस्तान साइबर हैकर्स को भी आगे कर रहा है।
इस बीच भारत संयम से लेकिन उचित कार्रवाई कर रहा है। भारत को वैश्विक समुदाय का भी साथ मिल रहा है। इसी कड़ी में जापान के रक्षामंत्री सोमवार को भारत पहुँचे। उन्होंने यहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। इस मुलाकात में जापान के रक्षा मंत्री ने भारत को पूर्ण समर्थन की बात कही।
सोमवार को भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और जापान के रक्षामंत्री जनरल नाकातानी के बीच यह महत्वपूर्ण मुलाकात हुई। नई दिल्ली में हुई इस मुलाकात के दौरान जापानी रक्षामंत्री ने भारत को अपना समर्थन दिया। उन्होंने बताया कि जापान भारत के साथ खड़ा है। भारत और जापान के रक्षा मंत्रियों की इस महत्वपूर्ण बैठक में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की भी चर्चा हुई।
जापान के रक्षामंत्री नाकातानी ने पहलगाम हमले के मामले में भारत के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की। जापान के रक्षा मंत्री से हुई इस मुलाकात के उपरांत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्हें नई दिल्ली में जापान के रक्षा मंत्री जनरल नाकातानी से मिलकर बहुत खुशी हुई। भारत जापान के साथ विशेष, रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी रखता है। द्विपक्षीय बैठक के दौरान भारत और जापान ने रक्षा सहयोग और क्षेत्रीय सुरक्षा पर चर्चा की है।
अंतरराष्ट्रीय
भारत ने मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण के लिए किया अनुरोध, बेल्जियम ने की पुष्टि

ब्रसेल्स, 14 अप्रैल। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले में वांछित हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी बेल्जियम में पकड़ा गया। बेल्जियम की संघीय लोक न्याय सेवा (एफपीएस) ने सोमवार को इस बात की पुष्टि की कि चोकसी को 12 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया।
एफपीएस ने कहा, “बेल्जियम की संघीय लोक न्याय सेवा पुष्टि कर सकती है कि मेहुल चोकसी को शनिवार, 12 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया। उन्हें हिरासत में रखा गया है और उनके वकीलों को इसकी जानकारी दी गई है।”
एफपीएस ने कहा कि भारत सरकार की ओर से मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण के लिए पहले ही अनुरोध किया जा चुका है। चूंकि मामला न्यायिक प्रक्रिया में है, इसलिए इस पर और कोई विवरण साझा नहीं किया जा सकता।
सूत्रों के अनुसार, मेहुल चोकसी को मीडिया के अनुरोध पर बेल्जियम पुलिस ने एंटवर्प में गिरफ्तार किया गया। वह वहां अपनी पत्नी प्रीति चोकसी के साथ रह रहा था और उसके पास बेल्जियम का ‘रेजिडेंसी कार्ड’ भी था।
माना जा रहा है कि 65 वर्षीय चोकसी अब जमानत के लिए याचिका दाखिल कर सकता है, जिसमें वह स्वास्थ्य कारणों का हवाला दे सकता है।
मेहुल चोकसी और उसका भतीजा नीरव मोदी पीएनबी के 13,850 करोड़ रुपये के घोटाले में सीबीआई और ईडी द्वारा वांछित हैं। उन पर मुंबई के ब्रैडी हाउस ब्रांच के अधिकारियों को रिश्वत देकर फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग और फॉरेन लेटर ऑफ क्रेडिट के जरिए धोखाधड़ी करने का आरोप है।
यह दोनों जनवरी 2018 में भारत से फरार हो गए थे, ठीक उसी समय जब पीएनबी घोटाला सामने आया।
मेहुल चोकसी ने एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता ले ली थी और बाद में वहां से इलाज के बहाने निकल गया। 2021 में वह एंटीगुआ से अचानक गायब हो गया था और बाद में डोमिनिका में पाया गया था। चोकसी ‘गीतांजलि जेम्स’ का संस्थापक है। वहीं, नीरव मोदी अभी भी ब्रिटेन की जेल में बंद है और भारत प्रत्यर्पण के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ रहा है।
सूत्रों ने बताया कि इंटरपोल द्वारा चोकसी के खिलाफ रेड नोटिस हटाए जाने के बावजूद भारतीय एजेंसियों ने नया प्रत्यर्पण अनुरोध भेजा, जिसके बाद उसकी गिरफ्तारी संभव हो पाई। अब भारतीय एजेंसियां उसे जल्द से जल्द भारत लाने का प्रयास कर रही हैं, हालांकि बेल्जियम की अदालतों में कानूनी प्रक्रिया लंबी चल सकती है।
अंतरराष्ट्रीय
गाजा के अस्पताल को निशाना बनाने पर मिस्र ने की इजरायल की निंदा

काहिरा, 14 अप्रैल। मिस्र ने गाजा के अल-अहली अरब अस्पताल पर हुए इजरायली हवाई हमले की कड़ी निंदा की है। मिस्र ने इस हमले को अंतरराष्ट्रीय मानवता कानून और सभी वैश्विक नियमों का गंभीर उल्लंघन बताया है।
मीडिया के मुताबिक, मिस्र के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर गाजा पट्टी पर हो रहे सभी इजरायली हमलों को तुरंत रोकने की मांग की है। मिस्र ने वहां फंसे लोगों तक जल्दी से जल्दी मानवीय मदद और राहत सामग्री पहुंचाने की भी अपील की है।
मिस्र ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वो दुश्मनी खत्म करने के लिए ठोस कदम उठाए। खास तौर पर उसने युद्धविराम समझौते को दोबारा शुरू करने और तनाव कम करने के लिए क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मिलकर काम करने की जरूरत पर बल दिया है।
इससे पहले, इजरायली सेना ने कहा कि उसने अस्पताल के परिसर में मौजूद “हमास के कमांड और नियंत्रण केंद्र” को निशाना बनाया था।
एक संयुक्त बयान में इजरायली सेना और मीडिया ने कहा कि हमास इस जगह का इस्तेमाल आतंकवादी हमलों की योजना बनाने और उनका समन्वय करने के लिए कर रहा था।
एक मेडिकल स्टाफ सदस्य ने अपना नाम न बताने की शर्त पर मीडिया को बताया कि इजरायली सेना ने हमले से थोड़ी देर पहले ही अस्पताल खाली करने की चेतावनी दी थी।
यह हमला अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर और ऑक्सीजन बनाने वाली यूनिट पर हुआ, जिससे अस्पताल के कई हिस्सों को भारी नुकसान पहुंचा।
इजरायल ने जनवरी में हमास के साथ हुआ युद्धविराम समझौता खत्म कर दिया और 18 मार्च को गाजा में फिर से सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी। गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, 7 अक्टूबर 2023 को संघर्ष शुरू होने के बाद से अब तक 50,944 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं और 1,16,156 लोग घायल हुए हैं।
-
व्यापार5 years ago
आईफोन 12 का उत्पादन जुलाई से शुरू होगा : रिपोर्ट
-
अपराध3 years ago
भगौड़े डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गो की ये हैं नई तस्वीरें
-
अपराध3 years ago
बिल्डर पे लापरवाही का आरोप, सात दिनों के अंदर बिल्डिंग खाली करने का आदेश, दारुल फैज बिल्डिंग के टेंट आ सकते हैं सड़कों पे
-
न्याय8 months ago
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हाईकोर्ट में मामला दायर
-
अनन्य2 years ago
उत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग हुआ सतर्क
-
अपराध3 years ago
पिता की मौत के सदमे से छोटे बेटे को पड़ा दिल का दौरा
-
राष्ट्रीय समाचार2 months ago
नासिक: पुराना कसारा घाट 24 से 28 फरवरी तक डामरीकरण कार्य के लिए बंद रहेगा
-
महाराष्ट्र5 years ago
31 जुलाई तक के लिए बढ़ा लॉकडाउन महाराष्ट्र में, जानिए क्या हैं शर्तें