अपराध
हाथरस कांड की हाईकोर्ट में सुनवाई, पीड़ित परिवार पहुंचा लखनऊ

उत्तर प्रदेश के हाथरस स्थित बुलगड़ी गांव में मृत युवती के साथ कथित दुष्कर्म, मारपीट और मृतक का रातों रात अंतिम संस्कार कराने के मुद्दे पर सुनवाई होगी। यह सुनवाई इलाहाबाद की लखनऊ खंडपीठ में सोमवार को होनी है। इस केस की सुनवाई के दौरान पीड़ित परिवार भी शामिल होगा, जो कड़ी सुरक्षा में लखनऊ पहुंच गया है। हाईकोर्ट में मामले की सुनवाई दोपहर 2:15 बजे जस्टिस पंकज मित्तल और जस्टिस राजन रॉय की पीठ के समक्ष शुरू होगी। जिला जज को पीड़िता के परिवारवालों की हाईकोर्ट में पेशी सुनिश्चित करने को कहा गया था। इसके अलावा अपर मुख्य सचिव गृह, पुलिस महानिदेशक, एडीजी कानून-व्यवस्था के साथ-साथ हाथरस के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को भी अदालत में पेश होना है। अधिकारी मामले की जांच से संबंधित स्टेटस रिपोर्ट पेश कर सकते हैं। एसपी विनीत जायसवाल ने बताया कि परिवार की सुरक्षा के लिए घर पर 66 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं और आठ सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।
पीड़ित परिवार सुबह हाथरस से निकला। पीड़ित के माता-पिता, दो भाई और एक भाभी लखनऊ पहुंचीं। सभी को हाईकोर्ट के पास स्थित उत्तराखंड भवन में ठहराया गया। एसडीएम अंजलि गंगवार और सीओ शैलेंद्र बाजपेयी ने सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाल रखी है। दो गाड़ियों में पीड़ित परिवार था, जबकि छह गाड़ियां उनके एस्कॉर्ट के लिए हैं। भाई ने कहा कि जो भी घटना हुई है, उसके बारे में कोर्ट को बताएंगे। जो घटना के वक्त मौजूद था, वह अपनी बात कोर्ट में रखेगा।
हाथरस की पीड़िता के केस की सुनवाई को लेकर हाई कोर्ट परिसर के बाहर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद है। हाईकोर्ट के बाहर गेट नंबर छह पर सुरक्षा बेहद सख्त कर दी गई है। यहां पर पीएसी के साथ ही सीआरपीएफ के जवान तैनात हैं। सर्विस लेन बंद कर दी गई है, सिर्फ कोर्ट में आने वाले लोगों को ही अनुमति दी जा रही है।
पीड़ित परिवार को लेकर एडीएम अंजली गंगवार लखनऊ आई हैं। उन्होंने बताया कि मैं उनके साथ जा रही हूं। सुरक्षा के उचित प्रबंध किए गए हैं। जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) और पुलिस अधीक्षक (एसपी) भी हमारे साथ हैं।
अपराध
दुर्गापुर सामूहिक बलात्कार मामला: सभी 6 आरोपियों को बुधवार को अदालत में किया जाएगा पेश

कोलकाता, 22 अक्टूबर: पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर सामूहिक बलात्कार मामले के सभी छह आरोपियों को बुधवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस मामले में आगे की जांच के लिए उनकी रिमांड बढ़ाने की मांग कर सकती है।
पुलिस के अनुसार, पीड़िता के गिरफ्तार पुरुष मित्र वासिफ अली को मामले के अन्य आरोपियों के साथ अदालत में पेश किया जाएगा।
पीड़िता के पुरुष मित्र सहित सभी आरोपियों के बयानों में असामान्यता है, जिससे जांचकर्ताओं के सामने जांच करने में परेशानी आ रही है। इसके चलते जांच प्रक्रिया में कमियों को दूर करने के लिए आरोपियों की रिमांड अवधि बढ़ाने की आवश्यकता है।
मंगलवार को, द्वितीय वर्ष की मेडिकल छात्रा के बलात्कार मामले में छह आरोपियों में से दो के बयान एक अदालत में न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज किए गए थे।
आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के सूत्रों ने बताया कि दोनों आरोपियों के बयान भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) 2023 की धारा 183 के तहत दर्ज किए गए थे।
मंगलवार को न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज होने के बाद, दोनों आरोपियों को वापस हिरासत में भेज दिया गया। अब, छह आरोपियों में से दो के न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज होने के बाद, संभावना है कि दोनों इस मामले में सरकारी गवाह बन सकते हैं।
छह दिनों की पूछताछ के दौरान, पुलिस को दुर्गापुर सामूहिक बलात्कार पीड़िता के पुरुष मित्र और स्थानीय गांव के पांच गिरफ्तार युवकों के बयानों में असामान्यता मिली है।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस इस सामूहिक बलात्कार मामले में कुछ और कड़ियों को खोजने की कोशिश कर रही है।
10 अक्टूबर को, पश्चिम बर्दवान जिले के दुर्गापुर में एक निजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के बाहर एक इलाके में ओडिशा की द्वितीय वर्ष की मेडिकल छात्रा के साथ पांच लोगों ने कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया था।
पीड़िता की शिकायत के आधार पर, पुलिस ने पहले ही मामले के सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने बताया कि मेडिकल छात्रा के शारीरिक यौन उत्पीड़न में केवल एक व्यक्ति शामिल था। बाद में, पुलिस ने पीड़िता के पुरुष मित्र को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान उसके जवाबों में असामान्यता पाए जाने के बाद, पुरुष मित्र को गिरफ्तार कर लिया गया। वह भी फिलहाल पुलिस हिरासत में है।
इस बीच, पीड़िता के पिता ने दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने के लिए घटना की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की है।
अपराध
महाराष्ट्र: भिवंडी में महावीर सिंथेटिक कंपनी में भीषण आग, दो दमकल गाड़ियां मौके पर

भिवंडी, 22 अक्टूबर: महाराष्ट्र के भिवंडी के ग्रामीण इलाके में स्थित रहनाला गांव के महादेव मंडवी कॉम्प्लेक्स में मंगलवार सुबह तड़के महावीर सिंथेटिक कंपनी में भयानक आग लग गई।
यह कंपनी ग्राउंड प्लस दो मंजिला इमारत में चलती है। आग दूसरे मंजिल पर भड़की, जहां ऑफिस और कपड़ों का गोदाम था। घटना से इलाके में हड़कंप मच गया।
मिली जानकारी के अनुसार, आग लगने का समय सुबह करीब साढ़े चार बजे का बताया जा रहा है। सूचना मिलते ही भिवंडी अग्निशमन दल की दो दमकल गाड़ियां तुरंत मौके पर पहुंचीं। दमकलकर्मी आग पर काबू पाने के लिए जोर-शोर से प्रयास कर रहे हैं। आग की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि दूसरे मंजिल की दीवार ढह गई। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि कंपनी में रखे गैस सिलेंडर में विस्फोट होने से दीवार गिर पड़ी। इससे आसपास के लोग दहशत में आ गए, लेकिन समय रहते निकासी हो गई।
आग लगने के सटीक कारणों का अभी पता नहीं चल सका है। अधिकारी शॉर्ट सर्किट या गैस लीक जैसी संभावनाओं की जांच कर रहे हैं। हादसे में किसी व्यक्ति के हताहत होने की कोई खबर नहीं है, जो राहत की बात है। हालांकि, कंपनी के मालिक और स्थानीय व्यवसायियों का अनुमान है कि लाखों रुपये का नुकसान हुआ होगा। गोदाम में रखे कपड़े, सिंथेटिक सामान और अन्य सामग्री जलकर राख हो गई। आग की लपटें और काला धुआं दूर-दूर तक दिखाई दे रहा था, जिससे आसपास के निवासियों को सांस लेने में तकलीफ हुई।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, मौके पर फायर ब्रिगेड के अलावा भिवंडी पुलिस की टीम भी पहुंची हुई है। पुलिस ने इलाके को घेराबंदी कर दिया है और जांच शुरू कर दी है। दमकलकर्मी घंटों की मशक्कत के बाद आग को नियंत्रित करने में जुटे हैं। यदि आग पूरी तरह बुझ गई, तो नुकसान का आकलन किया जाएगा।
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मुंबई: कफ परेड चॉल में आग लगने से 15 वर्षीय किशोर की मौत, 3 अन्य घायल

मुंबई: कफ परेड के मच्छीमार नगर स्थित एक चॉल में सोमवार सुबह लगी आग में एक 15 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। मुंबई फायर ब्रिगेड (एमएफबी) के अधिकारियों ने एक घंटे के भीतर आग पर काबू पा लिया। घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया।
बीएमसी के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ से प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह घटना कैप्टन प्रकाश पेठे मार्ग स्थित एक चॉल में सुबह करीब 4:00 बजे हुई। एमएफबी के अग्निशमन अधिकारी, स्थानीय पुलिस और बेस्ट कर्मियों के साथ, अग्निशमन और बचाव अभियान चलाने के लिए घटनास्थल पर पहुँचे।
आग बिजली के तारों, बिजली के उपकरणों, तीन इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरियों और घरेलू सामानों तक ही सीमित थी। इसने वन-प्लस-वन चॉल की पहली मंजिल पर लगभग 10×10 फीट के क्षेत्र को प्रभावित किया।
चार लोगों को बचाकर सेंट जॉर्ज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ एक पीड़ित यश खोत (15) को मृत घोषित कर दिया गया। देवेंद्र चौधरी (30) फिलहाल आईसीयू में भर्ती हैं, जबकि अन्य दो घायलों – विराज खोत (13) और संग्राम कुरने (25) की हालत स्थिर बताई जा रही है। आग बुझाने का काम अभी चल रहा है और आग लगने का सही कारण अभी पता नहीं चल पाया है।
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