व्यापार
कंपनियों द्वारा निदेशकों को किया जाने वाला भुगतान अब जीएसटी के दायरे में

कंपनियों के निदेशकों को पेशेवर शुल्क और पारिश्रमिक के तौर पर किया जाने वाला भुगतान अब वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में होगा। सरकार संग्रह बढ़ाने के लिए कराधान प्रणाली की खामियों को दूर करने में जुटी हुई है।
केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) ने एक सर्कुलर में स्पष्ट किया है कि कंपनियों द्वारा स्वतंत्र निदेशकों या गैर कार्यकारी निदेशकों (कंपनी के कर्मचारी नहीं) को किया जाने वाला भुगतान जीएसटी की लागू दर के अधीन होगा।
सीबीआईसी ने कहा है कि इस तरह के निदेशकों को उनकी सेवा के एवज में किए जाने वाले भुगतान पर कंपनियां रिवर्स चार्ज के आधार पर टैक्स काटेंगी।
इसके अलावा पूर्णकालिक निदेशकों या जो निदेशक कंपनी के कर्मचारी भी हैं, उन्हें वेतन के अलावा दिया जाने वाला पारिश्रमिक भी जीएसटी के सशर्त अधीन होगा।
इसका मतलब यह कि निदेशक, पूर्णकालिक निदेशक, प्रबंध निदेशक, जो किसी कंपनी के रोल पर भी हैं और वेतन लेते हैं, वे यदि किसी तरह ्र का ऐसा पारिश्रमिक प्राप्त करते हैं जो वेतन की प्रकृति का नहीं है तो वह जीएसटी के अधीन होगा। हालांकि इस तरह के निदेशकों को भुगतान किए जाने वाले वेतन पर कोई जीएसटी नहीं लगेगा।
सिरिल अमरचंद मंगलदास की पार्टनर, मेखला आनंद ने कहा, “विभिन्न कानूनों के तहत निदेशकों को किए जाने वाले पारिश्रमिक भुगतान की प्रकृति को बताने वाले इस स्पष्टीकरण से, विविध एएआर रूलिंग्स के बीच उलझी कंपनियों को एक अभूतपूर्व स्पष्टता प्राप्त होगी। इस मुद्दे के समाधान से उद्योग को सही संकेत जाएगा, जो कोविड-19 संकट के बाद अपनी रफ्तार वापस हासिल करने पर ध्यान दे रहा है।”
अंतरराष्ट्रीय
चीन में 6जी का तेज विकास

बीजिंग, 13 मार्च। इस साल चीन की सरकारी कार्य रिपोर्ट में ‘6जी’, ‘एआई मोबाइल फोन’ और ‘एआई कंप्यूटर’ आदि नए शब्द सामने आए। 6जी का मतलब छठी पीढ़ी की मोबाइल संचार प्रौद्योगिकी है। यह डिजिटल और बुद्धिमत्ता युग में महत्वपूर्ण बुनियादी संस्थापन है।
बताया जाता है कि 6जी में टेराहर्ट्ज़ बैंड जैसे उच्च आवृत्ति स्पेक्ट्रम संसाधनों का उपयोग होने की उम्मीद है। ऐसे में उच्चतर बैंडविड्थ और तीव्र ट्रांसमिशन गति मिलेगी। 6जी तकनीक एक साथ अधिक डिवाइसों को कनेक्ट करने में सहायक होगी।
6जी से लोगों की जीवन शैली में प्रणालीगत परिवर्तन आएगा। चीनी मोबाइल अनुसंधान संस्थान के उपाध्यक्ष तिंग हाईयू ने कहा कि उदाहरण के लिए भविष्य में सुदूर सम्मेलन में होलोग्राफिक छवियां प्रदान की जा सकेंगी। इससे उपस्थित व्यक्ति सम्मेलन कक्ष में मौजूद होने का अहसास कर पाएंगे। उच्च गति और कम देरी की श्रेष्ठता से 6जी तकनीक रोबोट और एआई को जोड़ेगा, जिससे बेहतर सेवा प्रदान की जाएगी।
अब दुनिया में 6जी प्रौद्योगिकी का अनुसंधान और विकास संकल्पना अन्वेषण से प्रमुख प्रौद्योगिकी अनुसंधान के चरण में प्रवेश हो चुका है। विभिन्न देश वर्ष 2030 में 6जी के व्यावसायिक प्रयोग के लक्ष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। चीन में 6जी व्यवसाय का विकास भी तेज हो रहा है।
अनुमान है कि वर्ष 2040 तक 6जी टर्मिनल कनेक्शनों की संख्या वर्ष 2022 की तुलना में 30 गुना से अधिक बढ़ जाएगी। औसत मासिक ट्रैफ़िक में 130 गुना से अधिक की वृद्धि होगी।
व्यापार
भारतीय शेयर बाजार लाल निशान में बंद, मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स एक प्रतिशत तक टूटे

मुंबई, 13 मार्च। भारतीय शेयर बाजार गुरुवार को लाल निशान में बंद हुआ। बाजार में चौतरफा बिकवाली देखने को मिली। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 200.85 अंक या 0.27 प्रतिशत की गिरावट के साथ 73,828.91 और निफ्टी 73.30 अंक या 0.33 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 22,397 पर था।
लार्जकैप की अपेक्षा मिडकैप और स्मॉलकैप में बड़ी गिरावट हुई। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 361.50 अंक या 0.75 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 48,125.10 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 147 अंक या 0.98 प्रतिशत की गिरावट के साथ 14,897.35 पर बंद हुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के ज्यादातर सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए हैं। ऑटो, फाइनेंशियल सर्विसेज, फार्मा, एफएमसीजी, मेटल, रियल्टी, एनर्जी, प्राइवेट बैंक और इन्फ्रा इंडेक्स सबसे अधिक गिरावट के साथ बंद हुए। पीएसयू बैंक इंडेक्स ही हरे निशान में बंद हुआ।
सेंसेक्स पैक में एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, एनटीपीसी, सन फार्मा, टाटा स्टील, टीसीएस, पावर ग्रिड और कोटक महिंद्रा बैंक टॉप गेनर्स थे। जोमैटो, टाटा मोटर्स, इंडसइंड बैंक, एशियन पेंट्स, बजाज फाइनेंस, मारुति सुजुकी, एचयूएल, रिलायंस और अल्ट्राटेक सीमेंट टॉप लूजर्स थे।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 1,520 शेयर हरे निशान में, 2,455 शेयर लाल निशान में और 130 शेयर बिना किसी बदलाव के बंद हुए हैं।
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक, रूपक दे ने कहा कि निफ्टी 22,350 से लेकर 22,550 की रेंज में बना हुआ है। अगर यह 22,550 के पार जाता है तो एक छोटी अवधि में रैली देखने को मिल सकती है। अगर 22,350 के नीचे फिसलता है तो गिरावट देखने को मिल सकती है।
भारतीय शेयर बाजार हरे निशान में खुला था। सुबह करीब 9.31 बजे, सेंसेक्स 61.17 अंक या 0.08 प्रतिशत बढ़कर 74,090.93 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 2.15 अंक या 0.01 प्रतिशत बढ़कर 22,472.65 पर था।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 12 मार्च को 1,627.61 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने उसी दिन 1,510.35 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
व्यापार
ऑल-टाइम हाई पर गोल्ड, 86,875 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंचा भाव

नई दिल्ली, 13 मार्च। होली पर गोल्ड की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है। एमसीएक्स पर 24 कैरेट गोल्ड के अप्रैल फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स की कीमत गुरुवार को 0.21 प्रतिशत बढ़कर ऑल-टाइम हाई 86,875 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई है।
गोल्ड की कीमतों में तेजी वैश्विक अस्थिरता के कारण बनी हुई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों में अस्पष्टता के चलते वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता बनी हुई है। इस कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड की कीमत बढ़कर 2,945 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई है।
इंडियन बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के मुताबिक, भारतीय बाजार में स्पॉट पर 24 कैरेट गोल्ड की कीमत 86,670 रुपये प्रति 10 ग्राम, 22 कैरेट गोल्ड की कीमत 84,590 रुपये प्रति 10 ग्राम, 20 कैरेट गोल्ड की कीमत 77,140 रुपये प्रति 10 ग्राम, 18 कैरेट गोल्ड की कीमत 70,200 रुपये प्रति 10 ग्राम और 14 कैरेट गोल्ड की कीमत 55,900 रुपये प्रति 10 ग्राम थी।
जानकारों का कहना है कि टैरिफ पर अनिश्चितता के कारण लोग सुरक्षित माने जाने वाले गोल्ड में निवेश कर रहे हैं। अमेरिका में महंगाई कम होने से गोल्ड की कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है।
आगे कहा कि अमेरिका में महंगाई में कमी आने से ब्याज दर में कटौती को सहारा मिलेगा, जिससे गोल्ड की कीमतों को और अधिक सपोर्ट मिलेगा।
अमेरिका में बुधवार को आए आंकड़ों में महंगाई दर 2.8 प्रतिशत रही है, जिसका 3 प्रतिशत रहने का अनुमान था।
एलकेपी सिक्योरिटीज में कमोडिटी और करेंसी के रिसर्च एनालिस्ट, जतीन त्रिवेदी ने कहा कि अमेरिका के महंगाई के आंकड़े का असर आने वाले कुछ समय में गोल्ड की कीमतों पर दिखेगा। इस डेटा का असर फेड की रेट कट नीति पर भी होगा। ईटीएफ इनफ्लो भी गोल्ड में बुलिश सेंटीमेंट को सपोर्ट कर रहा है।
इस महीने की शुरुआत में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने चीन पर 20 प्रतिशत, मैक्सिको और कनाडा के उत्पादों पर 25 प्रतिशत ट्रैरिफ लगाकर ट्रेड वार की शुरुआत कर दी थी, जिसने वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिरता को खतरा पैदा कर दिया है।
-
व्यापार5 years ago
आईफोन 12 का उत्पादन जुलाई से शुरू होगा : रिपोर्ट
-
अपराध3 years ago
भगौड़े डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गो की ये हैं नई तस्वीरें
-
अपराध3 years ago
बिल्डर पे लापरवाही का आरोप, सात दिनों के अंदर बिल्डिंग खाली करने का आदेश, दारुल फैज बिल्डिंग के टेंट आ सकते हैं सड़कों पे
-
न्याय7 months ago
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हाईकोर्ट में मामला दायर
-
अनन्य2 years ago
उत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग हुआ सतर्क
-
अपराध2 years ago
पिता की मौत के सदमे से छोटे बेटे को पड़ा दिल का दौरा
-
राष्ट्रीय समाचार3 weeks ago
नासिक: पुराना कसारा घाट 24 से 28 फरवरी तक डामरीकरण कार्य के लिए बंद रहेगा
-
महाराष्ट्र5 years ago
31 जुलाई तक के लिए बढ़ा लॉकडाउन महाराष्ट्र में, जानिए क्या हैं शर्तें