Connect with us
Wednesday,22-October-2025
ताज़ा खबर

अंतरराष्ट्रीय समाचार

म्यांमार में आए विनाशकारी भूकंप में 1002 लोगों की मौत, 2376 घायल (लीड)

Published

on

मांडले, 29 मार्च। म्यांमार की राज्य प्रशासन परिषद की सूचना टीम के अनुसार, शनिवार को म्यांमार में आए भूकंप में कम से कम 1,002 लोगों की मौत हो गई, 2,376 लोग घायल हो गए और 30 लोग लापता हैं।

शुक्रवार दोपहर को देश में आए 7.7 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप के बाद परिवहन और संचार नेटवर्क में गंभीर व्यवधान के बावजूद म्यांमार में बचाव कार्य तेज हो गए हैं।

सागाइंग के पास आए भूकंप के कारण 2.8 से 7.5 तीव्रता के 12 झटके महसूस किए गए, जिससे प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति और खराब हो गई।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, तबाही व्यापक स्तर पर हुई है, जिसमें मांडले, बागो, मैगवे, उत्तरपूर्वी शान राज्य, सागाइंग और ने पी तॉ सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में शामिल हैं।

म्यांमार सरकार ने राष्ट्रीय आपातकाल घोषित कर दिया है, क्योंकि आपातकालीन प्रतिक्रिया दल जरूरतमंद लोगों की सहायता के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं।

एक महत्वपूर्ण परिवहन लिंक, यांगून-मंडले राजमार्ग, ने पी तॉ और मंडले के पास गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे राहत अभियान चुनौतीपूर्ण हो गया।

लोगों ने भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचने और बचाव प्रयासों को सुविधाजनक बनाने के लिए पुराने यांगून-मंडले मार्ग का उपयोग करना शुरू कर दिया है। इसके अतिरिक्त, मंडले हवाई अड्डे और राजमार्ग के कुछ हिस्सों में इमारतों के ढहने से म्यांमार के दो सबसे बड़े शहरों, यांगून और मंडले के बीच यात्रा बाधित हो गई है।

निचले म्यांमार से अग्निशमन सेवा कर्मियों सहित बचाव दल ने पी तॉ और मंडले जैसे गंभीर रूप से प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच गए हैं। हालांकि, क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे, बिजली की कटौती और फोन और इंटरनेट सेवाओं में व्यवधान ने राहत प्रयासों को जटिल बना दिया है।

अंतर्राष्ट्रीय सहायता पहुंचना शुरू हो गई है। म्यांमार की आपातकालीन प्रतिक्रिया का समर्थन करने और प्रभावित समुदायों को सहायता प्रदान करने के लिए शनिवार की सुबह एक चीनी बचाव दल यांगून पहुंचा।

आपदा से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए अधिकारी और बचाव दल दिन-रात काम कर रहे हैं, म्यांमार को हाल के इतिहास में आए सबसे शक्तिशाली भूकंपों में से एक से उबरने के चुनौतीपूर्ण कार्य का सामना करना पड़ रहा है।

महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के क्षतिग्रस्त होने और आवश्यक सेवाओं के बाधित होने के कारण, जीवित बचे लोगों को अपना जीवन फिर से शुरू करने में मदद करने के लिए समन्वित राहत प्रयासों की तत्काल आवश्यकता है।

म्यांमार के नेता वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग ने स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय समुदायों दोनों से मानवीय सहायता का आह्वान किया है। शनिवार की सुबह, मिन आंग ह्लाइंग बचाव कार्यों को सुविधाजनक बनाने के लिए मांडले पहुंचे।

अंतरराष्ट्रीय समाचार

अमेरिका ने 1 लाख डॉलर की एच-1बी वीजा फीस पर दी सफाई, मौजूदा वीजा धारक रहेंगे मुक्त

Published

on

वॉशिंगटन, 21 अक्टूबर: विदेशी पेशेवरों को बड़ी राहत देते हुए अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग (डीएचएस) ने एच-1बी वीजा की 1 लाख डॉलर आवेदन फीस पर नया दिशा-निर्देश जारी किया है। इसमें कई छूटें और अपवाद शामिल किए गए हैं।

नए दिशा-निर्देशों के अनुसार, जो लोग एफ-1 (छात्र) वीजा से एच-1बी वीजा श्रेणी में स्विच कर रहे हैं, उन्हें यह भारी शुल्क नहीं देना होगा। इसी तरह, अमेरिका के भीतर रहकर वीजा में संशोधन, स्थिति परिवर्तन या अवधि बढ़ाने के लिए आवेदन करने वाले एच-1बी वीजा धारकों पर भी यह शुल्क लागू नहीं होगा।

इसके अलावा, मौजूदा एच-1बी वीजा धारकों को देश में आने-जाने पर किसी तरह की रोक नहीं होगी। यह शुल्क केवल उन नए आवेदकों पर लागू होगा जो अमेरिका के बाहर हैं और जिनके पास मान्य एच-1बी वीजा नहीं है। नई आवेदन प्रक्रिया के लिए ऑनलाइन भुगतान लिंक भी जारी किया गया है।

यह स्पष्टीकरण ऐसे समय आया है जब अमेरिकी वाणिज्य मंडल ने इस फैसले के खिलाफ ट्रंप प्रशासन पर मुकदमा दायर किया है। संगठन ने इस फीस को “गैरकानूनी” बताते हुए कहा कि इससे अमेरिकी व्यवसायों पर “गंभीर आर्थिक असर” पड़ेगा और कंपनियों को या तो अपने श्रम खर्च में भारी बढ़ोतरी करनी पड़ेगी या फिर कुशल विदेशी कर्मचारियों की भर्ती कम करनी होगी।

ट्रंप प्रशासन के खिलाफ यह दूसरी बड़ी कानूनी चुनौती है। इससे पहले, श्रमिक संघों, शिक्षा विशेषज्ञों और धार्मिक संस्थाओं के समूह ने भी 3 अक्टूबर को मुकदमा दायर किया था।

ट्रंप ने 19 सितंबर को हस्ताक्षरित इस घोषणा पर कहा था कि इसका उद्देश्य “अमेरिकी नागरिकों को रोजगार का प्रोत्साहन देना” है। हालांकि, इस फैसले से मौजूदा वीजा धारकों में भ्रम की स्थिति बन गई थी कि क्या वे अमेरिका लौट पाएंगे या नहीं।

व्हाइट हाउस ने 20 सितंबर को आईएएनएस से कहा था कि यह “एक बार लिया जाने वाला शुल्क” है, जो केवल नए वीजा आवेदनों पर लागू होगा, न कि नवीनीकरण या मौजूदा वीजा धारकों पर।

बता दें कि 2024 में भारतीय मूल के पेशेवरों को कुल स्वीकृत एच-1बी वीजाओं में 70 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी मिली थी। इसका कारण था वीजा स्वीकृति में लंबित मामलों का भारी बैकलॉग और भारत से आने वाले उच्च कौशल वाले आवेदकों की बड़ी संख्या।

Continue Reading

अंतरराष्ट्रीय समाचार

श्रीलंका की पीएम हरिनी अमरसूर्या पीएम मोदी से करेंगी मुलाकात

Published

on

PM MODI

नई दिल्ली, 17 अक्टूबर: श्रीलंका की प्रधानमंत्री हरिनी अमरसूर्या दो दिवसीय यात्रा पर भारत में मौजूद हैं। अपनी यात्रा के दूसरे दिन आज वह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगी।

इससे पहले श्रीलंकाई पीएम ने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की थी। वह दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदू कॉलेज भी पहुंची। वह हिंदू कॉलेज में कार्यक्रम में शामिल हुईं।

विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “यह यात्रा भारत और श्रीलंका के बीच नियमित उच्च-स्तरीय आदान-प्रदान की परंपरा को आगे बढ़ाती है और गहरी एवं बहुआयामी द्विपक्षीय साझेदारी को आगे बढ़ाती है। यह भारत के ‘महासागर विजन’ और उसकी ‘पड़ोसी पहले’ नीति से प्रेरित होकर मित्रता के बंधन को और मजबूत करेगी।”

दूसरी ओर मिस्र के विदेश मंत्री बद्र अब्देलती दो दिवसीय दौरे पर भारत में मौजूद हैं। आज उनके दौरे का दूसरा दिन है। आज वह भी भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे।

इससे पहले मिस्र के विदेश मंत्री ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की थी। विदेश मंत्री जयशंकर ने भारत-मिस्र रणनीतिक वार्ता में अपने उद्घाटन भाषण में कहा, “भारत और मिस्र ग्लोबल साउथ की प्रगति और विश्व मामलों में राष्ट्रों की स्वतंत्रता एवं चयन की स्वतंत्रता को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह एकजुटता निश्चित रूप से आज हमारी चर्चाओं का मार्गदर्शन करेगी।”

उन्होंने मिस्र के विदेश मंत्री बद्र अब्देलती का दो दिवसीय भारत दौरे पर स्वागत भी किया। बता दें, विदेश मंत्री के रूप में अब्देलती की यह पहली भारत यात्रा है। ईएमए जयशंकर ने बताया कि पहली भारत-मिस्र रणनीतिक वार्ता द्विपक्षीय संबंधों में एक मील का पत्थर है, जिसमें 2023 में रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक संबंधों के बेहतर होने के बाद से विभिन्न क्षेत्रों में गहन सहयोग देखा गया है।

Continue Reading

अंतरराष्ट्रीय समाचार

क्या रूस से तेल नहीं खरीदेगा भारत? ट्रंप के दावे पर नई दिल्ली ने दिया ये जवाब

Published

on

TRUMP

वाशिंगटन, 16 अक्टूबर: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक महान व्यक्ति और भारत को एक अविश्वसनीय देश बताया है। इस बीच उन्होंने यह दावा किया कि पीएम मोदी ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि भारत अब और रूसी तेल नहीं खरीदेगा। इस पर भारत की प्रतिक्रिया भी सामने आई है।

व्हाइट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मलेशिया में प्रधानमंत्री मोदी के साथ संभावित मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, “हां, जरूर, वह मेरे दोस्त हैं। हमारे बीच बहुत अच्छे संबंध हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “वह एक महान व्यक्ति हैं। वह ट्रंप से प्यार करते हैं। मैंने वर्षों से भारत को देखा है। यह एक अविश्वसनीय देश है, और हर साल एक नया नेता आता है। मेरा मतलब है, कुछ नेता कुछ महीनों के लिए ही वहां रहते हैं, और यह साल दर साल होता रहा है। और मेरे दोस्त लंबे समय से वहां हैं।”

इस बीच रूस से तेल खरीदने को लेकर राष्ट्रपति ट्रंप का चौंकाने वाला बयान सामने आया। उन्होंने दावा किया कि उन्हें “आश्वासन” दिया गया है कि भारत, रूस से तेल नहीं खरीदेगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह समझते हैं कि ऐसा “तुरंत” नहीं किया जा सकता।

उन्होंने कहा, “उन्होंने आज मुझे आश्वासन दिया कि वे रूस से तेल नहीं खरीदेंगे। इसे तुरंत नहीं किया जा सकता है। यह एक छोटी सी प्रक्रिया है, लेकिन यह प्रक्रिया जल्द ही पूरी हो जाएगी, और हम राष्ट्रपति पुतिन से बस यही चाहते हैं कि वे युद्ध रोकें।”

उन्होंने कहा, “कुछ ही समय में, वे रूस से तेल नहीं खरीदेंगे, और युद्ध समाप्त होने के बाद वे फिर से रूस से तेल का व्यापार करेंगे।”

इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि वह चीन पर भी “ऐसा ही करने” का दबाव डालेंगे। हालांकि भारत ने पिछले कुछ वर्षों में रूसी तेल खरीदना शुरू किया है, जबकि चीन मास्को का सबसे बड़ा ऊर्जा खरीदार है।

इस पर भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “भारत तेल और गैस का एक महत्वपूर्ण आयातक है। अस्थिर ऊर्जा परिदृश्य में भारतीय उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना हमारी निरंतर प्राथमिकता रही है। हमारी आयात नीतियां पूरी तरह इसी उद्देश्य से निर्देशित होती हैं। स्थिर ऊर्जा मूल्य और सुरक्षित आपूर्ति सुनिश्चित करना हमारी ऊर्जा नीति के दोहरे लक्ष्य रहे हैं। इसमें हमारी ऊर्जा स्रोतों का व्यापक आधार बनाना और बाजार की स्थितियों के अनुरूप विविधीकरण करना शामिल है।”

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि जहां तक अमेरिका का संबंध है, हम कई वर्षों से अपनी ऊर्जा खरीद का विस्तार करने का प्रयास कर रहे हैं। पिछले दशक में इसमें लगातार प्रगति हुई है। वर्तमान प्रशासन ने भारत के साथ ऊर्जा सहयोग को गहरा करने में रुचि दिखाई है। इस पर चर्चाएं जारी हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की एक खासियत है कि वह जब बोलते हैं, तो अपनी धुन में रहते हैं। उन्हें इस बात की इल्म नहीं होती कि जो दावे वो कर रहे हैं, उसमें कितनी सच्चाई परोसना और कितना झूठ। आंकड़े बताते हैं भारत आज भी रूस का दूसरा सबसे बड़ा कच्चे तेल का आयातक देश है। इसके साथ ही भारत ने सितंबर 2025 में रूस से 25,597 करोड़ का कच्चा तेल खरीदा है। चीन रूस के कच्चे तेल का सबसे बड़े खरीदार देश है।

अमेरिकी राष्ट्रपति ने खुद ही 7 युद्धों को सुलझाने का दावा कर दिया और खुद के लिए नोबेल शांति पुरस्कार की मांग भी कर ली। उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर का भी दावा किया। ये और बात है कि भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति के इस दावे को सिरे से नकार दिया। हालांकि, राष्ट्रपति ट्रंप को इस बात से कोई मतलब नहीं है कि वो जिस तरह के दावे करते हैं, उस पर किसी की सहमति की मुहर लगती है या नहीं। वह केवल कहते हैं क्योंकि उन्हें कहना है।

Continue Reading
Advertisement
महाराष्ट्र1 hour ago

वसई किले में शिवाजी महाराज के वेश में फोटोग्राफी पर रोक को लेकर विवाद, गैर-मराठी गार्ड से नोकझोंक, हिंदी-मराठी विवाद खड़ा करने की कोशिश

राजनीति2 hours ago

हमें हर हाल में राहुल गांधी के नेतृत्व में चुनाव लड़ना होगा : पप्पू यादव

राष्ट्रीय2 hours ago

केदारनाथ: मुख्य सचिव ने किया पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण, अधिकारियों को दिए निर्देश

अंतरराष्ट्रीय2 hours ago

सर्बियाई संसद के बाहर गोलीबारी, राष्ट्रपति ने बताया आतंकी हमला

राष्ट्रीय3 hours ago

ताज होटल के अधिकारियों ने योरस्टोरी की फाउंडर का किया अपमान, बैठने का सीखा रहे थे सलीका

अंतरराष्ट्रीय3 hours ago

शीत्सांग के आली पुलान हवाई अड्डे में वार्षिक यात्रियों की संख्या 10,000 से अधिक

अंतरराष्ट्रीय3 hours ago

थाईवान के देशबंधुओं को आमंत्रित किया जाएगा

राजनीति3 hours ago

पीएम श्री योजना पर विजयन सरकार के कदम को लेकर एलडीएफ में मतभेद

अंतरराष्ट्रीय3 hours ago

पाकिस्तान ने बलूच कार्यकर्ताओं को आतंकवाद विरोधी अधिनियम के तहत किया सूचीबद्ध, मानवाधिकार संगठनों ने जताई आपत्ति

खेल4 hours ago

महिला विश्व कप : ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर चुनी गेंदबाजी, बगैर किसी बदलाव के उतरी इंग्लिश टीम

बॉलीवुड3 weeks ago

पंजाब: बाढ़ पीड़ितों की फिर से मदद करते नजर आए सोनू सूद, लोगों से सहायता जारी रखने की अपील

बॉलीवुड2 weeks ago

अभिनेत्री राम्या को अश्लील मैसेज भेजने के मामले में कर्नाटक पुलिस ने 12 लोगों के खिलाफ दाखिल की चार्जशीट

अपराध4 weeks ago

मुंबई: कांदिवली बिजनेसमैन हत्या कांड का पर्दाफाश, बेटा और बिजनेस पार्टनर निकले साजिशकर्ता

बॉलीवुड2 weeks ago

यौन उत्पीड़न के मामले में न्यायिक हिरासत में भेजे गए फिल्म निर्माता हेमंत कुमार

अंतरराष्ट्रीय समाचार6 days ago

मुंबई: अवैध रूप से भारत में रह रहे बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार, वर्षों से दे रहा था धोखा

बॉलीवुड3 weeks ago

प्रियंका चोपड़ा ने मानवता की सेवा में लगे लोगों से मिलकर जताई खुशी, कहा- ‘आप लोग सच्ची प्रेरणा हैं’

मनोरंजन2 weeks ago

‘पहले जमा करें धोखाधड़ी के 60 करोड़,’ शिल्पा शेट्टी की याचिका पर हाईकोर्ट की सख्त टिप्पणी

राष्ट्रीय1 day ago

अशफाकउल्ला खान : हंसते हुए फांसी को गले लगाने वाला एकता का सिपाही, बलिदान बना मिसाल

अपराध3 weeks ago

बहराइच में 2 नाबालिग की हत्या के बाद शख्स ने परिवार संग खुद को लगाई आग, 6 की मौत

बॉलीवुड3 weeks ago

कैंसर से जंग लड़ते हुए भी हिना खान ने रखा फिटनेस का ख्याल, बनी लाखों लोगों के लिए प्रेरणा

रुझान