Connect with us
Friday,28-November-2025
ताज़ा खबर

खेल

सचिन ने 50 ओवरों के बाद दूसरी नई गेंद इस्तेमाल करने का सुझाव दिया

Published

on

Sachin-tendulkar

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) कोरोनावायरस खतरे के कारण गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने जा रही है और इस बीच दिग्गज भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और आस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने इस बात पर चर्चा की कि कोविड-19 के बीच लार के प्रतिबंध का क्रिकेट पर क्या असर पड़ेगा, खासकर टेस्ट में। 100 एमबी साइट पर एक वीडियो पोस्ट की गई है, जिसमें ब्रेट ली ने सचिन के साथ बातचीत के दौरान कहा, ” यह एक मुश्किल फैसला है क्योंकि यह कुछ ऐसा है, जिसे हमने अपने पूरे जीवन के दौरान किया है। आठ-नौ साल की उम्र से ही हमें गेंद को चमकाने के लिए लार का इस्तेमाल करने के लिए कहा गया था। इसलिए, अगर अचानक आपको कुछ अलग बताया जाएगा है तो आप वैसा नहीं कर सकते। इस पर पॉलिश करना बहुत मुश्किल होगा।”

उन्होंने कहा कि आगे आने वाले समय में गेंदबाजों के लिए यह काफी कठिन होगा। ली ने कहा कि ऐसे में अधिक स्पोर्टिग विकेट बनाने की जरूरत होगी जो गेंजबाज और बल्लेबाज को समान रूप से मदद करे।

ब्रेट ली ने कहा, ” मैं हरी पिच की बात नहीं कर रहा हूं, जहां पर टीम 130 या उससे ज्यादा पर आल अाउट हो जाती है। लेकिन, आपको तेज गेंदबाजों के लिए कुछ तो करने की जरूरत है।”

भारत के महान बल्लेबाज सचिन ने कहा कि आईसीसी एक टेस्ट पारी में 50 ओवरों के बाद दूसरी नई गेंद का इस्तेमाल करने के बारे में सोच सकती है।

अभी 80 ओवर के बाद गेंद बदली जाती है।

सचिन का मानना है कि ठंडे मौसम में जब खिलाड़ी ज्यादा पसीना नहीं बहाते हैं, तो गेंद को चमकाना ज्यादा मुश्किल हो जाएगा और गेंदबाजों के लिए ज्यादा नुकसानदेह होगा।

उन्होंने सुझाव देते हुए कहा, ” गेंद को चमकाने के लिए लार की गैर मौजूदगी में प्रत्येक पारी में कुछ निश्चित मात्रा में मोम का इस्तेमाल करने की इजाजत दी जानी चाहिए।”

मनोरंजन

रिलीज से पहले विवादों में रणवीर सिंह की फिल्म ‘धुरंधर’, शहीद मेजर मोहित शर्मा के माता-पिता ने की रोक लगाने की मांग

Published

on

नई दिल्ली, 28 नवंबर : लेखक और निर्देशक आदित्य धर की फिल्म ‘धुरंधर’ रिलीज से पहले ही कानूनी पचड़े में फंस चुकी है। अशोक चक्र अवार्डी शहीद मेजर मोहित शर्मा के माता-पिता ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर कर फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की है। फिल्म 5 दिसंबर को रिलीज होने वाली है।

भारतीय सेना के शहीद मेजर मोहित शर्मा के माता-पिता ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। परिवार का कहना है कि फिल्म ‘धुरंधर’ की रिलीज पर तुरंत रोक लगाई जाए, क्योंकि ये फिल्म उनके बेटे की जिंदगी से प्रभावित लगती है और फिल्म को बनाने से पहले फिल्म प्रोड्यूसर्स ने कोई परमिशन नहीं ली है।

याचिका में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन, भारतीय सेना और फिल्म के डायरेक्टर और प्रोड्यूसर को पक्षकार बनाया गया है।

इससे पहले भी सोशल मीडिया पर लगातार ‘धुरंधर’ की कहानी को मेजर मोहित की जिंदगी से प्रभावित फिल्म बताया जा रहा है। हालांकि 26 नवंबर को निर्देशक आदित्य धर ने फिल्म को लेकर बयान भी जारी किया था और कहा था कि फिल्म मोहित शर्मा की जिंदगी से प्रेरित नहीं है।

उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा था, “हमारी फिल्म धुरंधर बहादुर मेजर मोहित शर्मा के जीवन पर आधारित नहीं है। यह एक आधिकारिक स्पष्टीकरण है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि अगर हम भविष्य में मोहित सर पर बायोपिक बनाते हैं तो इसे पूरी सहमति और परिवार के साथ पूर्ण परामर्श के साथ करेंगे और इस तरह से करेंगे जिससे देश के लिए उनके बलिदान और हम सभी के लिए छोड़ी गई विरासत का सच्चा सम्मान हो।”

बता दें कि ‘धुंरधर’ के ट्रेलर रिलीज के बाद फिल्म के हर किरदार पर बात की गई, लेकिन रणवीर सिंह के किरदार पर मेकर्स ने अभी तक कोई बात नहीं की है। इस बात पर सस्पेंस बरकरार है कि रणवीर सिंह का रोल किस किरदार से प्रेरित है। फिल्म में आर. माधवन का किरदार अजीत डोभाल, अर्जुन रामपाल का किरदार पाकिस्तान के इलियास कश्मीरी, जबकि संजय दत्त का किरदार पाकिस्तानी एसपी चौधरी असलम से प्रेरित है।

गौर करने वाली बात ये है कि रणवीर सिंह का लुक शहीद मेजर मोहित से मिलता है, जिन्होंने अपना नाम और पहचान बदलकर कई साल हिजबुल मुजाहिद्दीन टेरिरिस्ट ग्रुप के साथ आतंकी बनकर बिताए थे और वे जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकवादी विरोधी अभियान के दौरान मारे गए थे। उनके अदम्य साहस के लिए उन्हें अशोक चक्र पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

Continue Reading

राष्ट्रीय

महाराष्ट्र सरकार ने केवल आधार के आधार पर जारी किए गए जन्म प्रमाण पत्र रद्द किए; देरी से हुए पंजीकरण की सख्त जांच के आदेश दिए

Published

on

मुंबई: महाराष्ट्र में विलंबित जन्म प्रमाण पत्र बनाने के लिए आधार कार्ड को दस्तावेज नहीं माना जाएगा और जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण (संशोधन) अधिनियम, 2023 के बाद केवल आधार कार्ड के माध्यम से बनाए गए सभी जन्म प्रमाण पत्र रद्द कर दिए जाएंगे, राज्य राजस्व विभाग द्वारा जारी एक नोटिस में यह जानकारी दी गई है।

सरकार ने यह फैसला फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्रों के अवैध इस्तेमाल को रोकने के लिए लिया है। राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने आधार कार्ड का इस्तेमाल करके जारी किए गए सभी संदिग्ध प्रमाण पत्रों को रद्द करने का आदेश दिया है।

अब तक ये प्रमाण पत्र जारी करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

राजस्व विभाग द्वारा 16 सूत्रीय सत्यापन दिशा-निर्देश में कहा गया है कि जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण अधिनियम, 1969 में 11 अगस्त, 2023 को किए गए संशोधन के बाद उप तहसीलदार द्वारा जारी आदेशों को वापस लिया जाए तथा वापस लिए गए आदेश का सत्यापन सक्षम प्राधिकारी या जिला कलेक्टर के स्तर पर कराया जाए।

चूंकि राज्य में निलंबित लंबित आवेदनों पर तत्काल कार्रवाई आवश्यक है, इसलिए सभी संबंधित कार्यालयों की जाँच की जाए और लोक स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी नियमों के अनुसार कार्रवाई की जाए। साथ ही, जो आवेदन इस मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार नहीं हैं, उन्हें तत्काल रद्द किया जाए और नागरिक पंजीकरण प्रणाली (सीआरएस) पोर्टल पर उनकी प्रविष्टि तुरंत हटा दी जाए, ऐसा दिशानिर्देशों में कहा गया है।

दिशानिर्देशों के अनुसार, आधार कार्ड को किसी भी विषय या मामले के साक्ष्य के रूप में स्वीकार नहीं किया जा सकता है, और लंबित आवेदन की जांच के दौरान आधार संख्या और जन्म तिथि प्रमाण पत्र के बीच कोई विसंगति पाए जाने पर पुलिस शिकायत दर्ज की जानी चाहिए।

नोटिस में अमरावती, सिल्लोड, अकोला, संभाजीनगर शहर, लातूर, अंजनगांव सुर्जी, अचलपुर, पुसाद, परभणी, बीड, गेवराई, जालनाक्सी, अर्धपुर और परली सहित बड़ी संख्या में अनधिकृत जन्म-मृत्यु के मामलों वाले 14 क्षेत्रों को चिह्नित किया गया है और सभी संबंधित तहसीलदारों/पुलिस स्टेशनों को मामलों की “गंभीरता से जांच” करने के लिए कहा गया है।

दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि तहसीलदारों द्वारा दिए गए आदेश के बाद सभी संबंधित नगर पालिकाओं/नगरपालिकाओं को विलंबित जन्म रिकॉर्ड का मिलान करना चाहिए।

यह देखा गया है कि कुछ कार्यालयों द्वारा प्रमाण-पत्र जारी कर दिए गए हैं, जबकि तहसीलदारों ने विलंबित जन्म अभिलेख लेने के आदेश नहीं दिए हैं। अतः उक्त प्रमाण-पत्रों के सत्यापन हेतु सभी संबंधित नगर पालिकाओं/नगरपालिकाओं के साथ समन्वय स्थापित कर आवश्यक कार्रवाई की जानी चाहिए।

कई तहसीलदार कार्यालयों ने बिना किसी स्कूल प्रमाण पत्र या जन्मतिथि या स्थान के प्रमाण के, केवल आधार कार्ड को प्रमाण के रूप में स्वीकार करके आवेदकों को जन्म प्रमाण पत्र जारी कर दिए हैं। विलंबित जन्म प्रमाण पत्र जारी करने के लिए जारी आदेश त्रुटिपूर्ण हैं और ऐसे आदेशों पर पुनर्विचार करना कार्यपालक मजिस्ट्रेट या तहसीलदार की ज़िम्मेदारी है।

कार्यपालक मजिस्ट्रेट और उपखंड अधिकारी को विसंगतियों की सूची बनाकर पुलिस को देनी होगी। ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जाए।

तहसीलदार या उप-विभागीय कार्यालय को ऐसे व्यक्तियों की सूची तुरंत प्रस्तुत करनी होगी, यदि केवल आधार कार्ड को मूल जन्म प्रमाण पत्र के लिए मूल महत्वपूर्ण साक्ष्य माना जाता है, और उन लोगों की सूची जिनकी जन्मतिथि आवेदक द्वारा आवेदन में दी गई जानकारी या साक्ष्य से भिन्न है, पुलिस स्टेशन को। जिस तहसील में कोई पुलिस शिकायत नहीं की गई है या कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है, वहां जन्मतिथि में ऐसी विसंगतियों के लिए आवेदक के खिलाफ मामला दर्ज करना तहसीलदार की जिम्मेदारी है, जो जालसाजी या धोखाधड़ी है।

नोटिस में आगे कहा गया है कि जिन जन्म प्रमाण-पत्र आदेशों को रद्द किया गया है, उनके लिए तहसीलदार और स्थानीय स्वशासन निकायों के अधिकारी आपस में समन्वय स्थापित कर आवेदक से इन सभी मूल आदेशों की प्रति प्राप्त करें। यदि यह मूल प्रमाण-पत्र वापस नहीं किया जाता है, तो स्थानीय पुलिस की सहायता ली जाए।

नोटिस में कहा गया है कि संभागीय आयुक्तों को जिला कलेक्टर, सभी संबंधित तहसीलदारों, सभी संबंधित नगर निगमों/नगर पालिकाओं/जिला परिषदों/पुलिस के साथ समन्वय में उनकी अध्यक्षता में एक दिवसीय बैठक आयोजित करने के लिए कहा गया है।

Continue Reading

राष्ट्रीय

पश्चिम बंगाल में एसआईआर पर घमासान, टीएमसी सांसदों का प्रतिनिधिमंडल पहुंचा चुनाव आयोग

Published

on

नई दिल्ली, 28 नवंबर : तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में जारी एसआईआर प्रक्रिया के विरोध में चुनाव आयोग का रुख किया। टीएमसी के 10 सांसदों का प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंचा और इस प्रक्रिया पर आपत्ति जताई।

टीम की अगुवाई राज्यसभा में तृणमूल संसदीय दल के नेता डेरेक ओ’ ब्रायन ने की। उनके साथ लोकसभा में डिप्टी लीडर शताब्दी रॉय, कल्याण बनर्जी, महुआ मोइत्रा, प्रतिमा मंडल, सजदा अहमद, डोला सेन, ममता ठाकुर, साकेत गोखले और प्रकाश चिक बराइक भी मौजूद थे।

प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग को एक लिखित शिकायत सौंपी। उनका आरोप है कि बंगाल में एसआईआर के नाम पर बीजेपी और चुनाव आयोग मिलकर लाखों मतदाताओं के नाम काटने की साजिश कर रहे हैं। खास तौर पर अल्पसंख्यक बहुल इलाकों और तृणमूल समर्थक क्षेत्रों में बड़ी संख्या में नाम हटाए जा रहे हैं।

केंद्र सरकार का कहना है कि चुनाव आयोग की देखरेख में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के तहत फर्जी मतदाताओं को चिन्हित करके उन्हें मतदान के अधिकार से वंचित किया जा रहा है। संविधान के मुताबिक 18 वर्ष से अधिक उम्र के भारत के ही नागरिक को मतदान का अधिकार है।

केंद्र सरकार का दावा है कि भारत में बड़ी संख्या में कई अन्य देशों के भी नागरिक रह रहे हैं, जिन्होंने यहां पर खुद को भारतीय नागरिक के रूप में दिखाने के लिए फर्जी दस्तावेज बनवा लिए हैं। ऐसे मतदाताओं को ही चिन्हित करने के लिए चुनाव आयोग की देखरेख में एसआईआर प्रक्रिया शुरू की गई है। अब तक कई ऐसे लोगों को चिन्हित कर उन्हें उनके देश भेजा जा चुका है।

केंद्र सरकार के मुताबिक, अवैध मतदाताओं में सबसे ज्यादा बांग्लादेश के लोग शामिल हैं, जो भारत में जीविका के लिए पहले तो अवैध तरीके से दाखिल हुए और फिर फर्जी दस्तावेज बनवाकर यहीं बस गए।

विपक्षी दलों का कहना है कि सत्तारूढ़ दल भाजपा वोट काटने के मकसद से एसआईआर करा रही है ताकि मौजूदा राजनीतिक स्थिति को अपने पक्ष में किया जा सके। हालांकि भाजपा लगातार विपक्ष के इन दावों को सिरे से खारिज कर रही है।

Continue Reading
Advertisement
मनोरंजन5 mins ago

रिलीज से पहले विवादों में रणवीर सिंह की फिल्म ‘धुरंधर’, शहीद मेजर मोहित शर्मा के माता-पिता ने की रोक लगाने की मांग

राष्ट्रीय15 mins ago

महाराष्ट्र सरकार ने केवल आधार के आधार पर जारी किए गए जन्म प्रमाण पत्र रद्द किए; देरी से हुए पंजीकरण की सख्त जांच के आदेश दिए

राष्ट्रीय2 hours ago

पश्चिम बंगाल में एसआईआर पर घमासान, टीएमसी सांसदों का प्रतिनिधिमंडल पहुंचा चुनाव आयोग

राष्ट्रीय2 hours ago

मुंबई लोकल ट्रेन अपडेट: माहिम के पास अतिक्रमण की घटना के कारण पश्चिम रेलवे सेवाएं बाधित; यात्रियों ने 30-40 मिनट की देरी का आरोप लगाया

राजनीति2 hours ago

मध्य प्रदेश में खाद की लाइन में लगी महिला की मौत, प्रायोजित हत्या : कमलनाथ

राजनीति2 hours ago

कर्नाटक के उडुपी में पीएम मोदी का मेगा रोड शो, प्रधानमंत्री बनने के बाद पहला दौरा

अपराध2 hours ago

मुंबई में डिलीवरी बॉय की हत्या के आरोपी उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार

अपराध3 hours ago

जम्मू कश्मीर: जमीन धोखाधड़ी मामले में कोर्ट ने दो आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा

राष्ट्रीय3 hours ago

भारतीय अर्थव्यवस्था अनुमान से बेहतर कर सकती है प्रदर्शन

अंतरराष्ट्रीय3 hours ago

ईरान ने तीसरे देश के जरिए नहीं भेजा अमेरिका को कोई मैसेज, खामेनेई बोले-झगड़े बढ़ा रहा अमेरिका

व्यापार3 weeks ago

लाल निशान में खुला भारतीय शेयर बाजार, आईटी शेयरों में बिकवाली

महाराष्ट्र4 weeks ago

मुंबई मौसम अपडेट: शहर में सुबह आसमान में बादल छाए, वायु गुणवत्ता में काफी सुधार; AQI 50 के आसपास अच्छी श्रेणी में, मध्यम बारिश का अनुमान

अंतरराष्ट्रीय समाचार7 days ago

दुबई एयर शो में भारतीय वायुसेना का तेजस विमान क्रैश, पायलट की मौत, कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का आदेश

अपराध4 weeks ago

दिल्ली पुलिस ने वांछित अपराधी को पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से गिरफ्तार किया

अपराध4 weeks ago

मुंबई पुलिस ने पवई स्थित एक्टिंग स्टूडियो में बंधक बनाए गए 20 बच्चों को बचाया; आरोपी हिरासत में

राष्ट्रीय3 weeks ago

भारत में अक्टूबर में कारोबारी गतिविधियां बढ़ीं, सर्विसेज पीएमआई 58.9 रहा

अपराध3 weeks ago

मुंबई: कुख्यात ड्रग आरोपी से जुड़े फर्जी पासपोर्ट को मंजूरी देने के आरोप में सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी गिरफ्तार

खेल4 weeks ago

महिला विश्व कप : सेमीफाइनल में भारत के सामने ऑस्ट्रेलिया की चुनौती

राष्ट्रीय समाचार4 weeks ago

आधार कार्ड को लेकर आज से बदल गए नियम, भुगतान की जाने वाली फीस को लेकर भी हुए बदलाव

महाराष्ट्र2 weeks ago

एमपी पुलिस थाने से महाराष्ट्र ड्रग रैकेट का पर्दाफाश, 4 गिरफ्तार

रुझान