अंतरराष्ट्रीय
रियलमी ने जीटी 5जी फोन पेश किए, भारत के लैपटॉप बाजार में भी प्रवेश

स्मार्टफोन ब्रांड रियलमी ने बुधवार को दो स्मार्टफोन- रियलमी जीटी 5जी और रियलमी जीटी मास्टर एडिशन 5जी के लॉन्च के साथ भारत में अपनी फ्लैगशिप रियलमी जीटी 5जी सीरीज की घोषणा की। जीटी मास्टर एडिशन स्मार्टफोन तीन स्टोरेज वेरिएंट- 6जीबी प्लस 128जीबी, 8जीबी प्लस 128जीबी और 8जीबी प्लस 256जीबी में उपलब्ध होगा, जिसकी कीमत क्रमश: 25,999 रुपये, 27,999 रुपये और 29,999 रुपये है।
जीटी 5 डैशिंग सिल्वर और डैशिंग ब्लू में 8जीबी प्लस 128जीबी स्टोरेज वैरिएंट में आएगा, जिसकी कीमत 37,999 रुपये है, साथ ही डुअल-टोन लेदर डिजाइन वेरिएंट, रेसिंग येलो, 12जीबी प्लस 256जीबी वेरिएंट में 41,999 रुपये है।
रियलमी बुक (स्लिम) लैपटॉप दो रंगों में उपलब्ध होगा, रियल ग्रे और रियल ब्लू, और दो संस्करण – 11वीं पीढ़ी के इंटेल कोर आई3 प्रोसेसर 8जीबी प्लस 256जीबी की कीमत 44,999 रुपये और 11वीं पीढ़ी के इंटेल कोर ्र5 प्रोसेसर 8जीबी प्लस 512जीबी के साथ 30 अगस्त को होने वाली पहली सेल के लिए इंट्रोडक्टरी ऑफर के तहत इसकी कीमत 56,999 रुपये है।
रियलमी के उपाध्यक्ष व रियलमी इंडिया और यूरोप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी माधव शेठ ने एक बयान में कहा, “लैपटॉप बाजार में प्रवेश करने पर हम अपनी ‘1 प्लस5 प्लस टी’ रणनीति का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा पेश करने के लिए बेहद उत्साहित हैं, हमारा पहला लैपटॉप – रियलमी बुक (स्लिम)। रियलमी का लक्ष्य भारत का नंबर 1 बनना है। नंबर 1 ऑनलाइन लैपटॉप ब्रांड और रियलमी बुक (स्लिम) इस दिशा में हमारा पहला बड़ा कदम है।”
रियलमी जीटी 5जी स्मार्टफोन स्मार्ट 5जी तकनीक के साथ क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 888 प्रोसेसर द्वारा संचालित है।
स्मार्टफोन में 120 हट्र्ज सुपर अमोल्ड फुल-स्क्रीन और 360 हट्र्ज टच सैंपलिंग रेट है। कंपनी ने दावा किया कि यह 65वाट सुपरडार्ट चार्ज और 4500 मिलिअम्पआवर की बड़ी बैटरी के साथ आता है, जिसे लगभग 35 मिनट में 100 प्रतिशत तक चार्ज किया जा सकता है।
स्मार्टफोन में 64एमपी का सोनी ट्रिपल कैमरा है, जिसमें एक नया अपग्रेडेड मल्टी-फ्रेम सिंथेसिस एल्गोरिथम है जो 108एमपी के करीब स्पष्टता देता है और यह सोनी 16एमपी अल्ट्रा-क्लियर फ्रंट कैमरा के साथ भी आता है।
रियलमी जीटी मास्टर एडिशन 5जी क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 778जी 5जी फ्लैगशिप प्रोसेसर का उपयोग करता है, जो मौजूदा 6एमएम उन्नत प्रक्रिया, चार ए78 आर्किटेक्चर सुपर कोर को अपनाता है, और मुख्य आवृत्ति 2.4गीगाहट्र्ज तक है, जो एक व्यापक और शक्तिशाली प्रदर्शन अनुभव लाती है।
स्मार्टफोन 120हट्र्ज स्क्रीन रिफ्रेश रेट और 360हट्र्ज टच सैंपलिंग रेट को सपोर्ट करता है और इसमें 100 प्रतिशत डीसीआई-पी3 वाइड कलर डिस्प्ले है।
इसमें 4300एमएएच की बैटरी और 65वाट लो-वोल्टेज हाई करंट फ्लैश चार्जिग की सुविधा है और यह 3सी-प्रमाणित डुअल-सेल डिजाइन को अपनाता है, जो उच्च चार्जिग दक्षता में मदद करता है और इसे उपयोग करने के लिए सुरक्षित बनाता है। इसमें 64एमपी का प्राइमरी कैमरा और 32एमपी का सोनी सेल्फी कैमरा है।
रियलमी जीटी 5जी रीयलमी डॉट कॉम, फ्लिपकार्ट और मेनलाइन चैनलों पर 25 अगस्त से उपलब्ध होगा, जबकि मास्टर संस्करण 26 अगस्त से उपलब्ध होगा।
रियलमी बुक में 3:2 स्क्रीन अनुपात के साथ 14 इंच का फुल-स्क्रीन डिस्प्ले, डीटीएस द्वारा स्टीरियो साउंड, हरमन द्वारा शक्तिशाली बास ध्वनि और 65ह सुपर-फास्ट चार्जिग के साथ 11 घंटे की बैटरी लाइफ है।
लैपटॉप विंडोज 10 होम संस्करण को माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 2019 के साथ प्रीलोडेड बूट करता है।
व्यापार
जीएसटी डे : बीते 5 वर्षों में वस्तु एंव सेवा कर संग्रह बढ़कर दोगुना हुआ, सक्रिय करदाता 1.51 करोड़ के पार

नई दिल्ली, 30 जून। 1 जुलाई 2025 को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के आठ वर्ष पूरे होने जा रहे हैं। जीएसटी को एक सशक्त और अधिक एकीकृत अर्थव्यवस्था की नींव रखने में महत्वपूर्ण मानते हुए वर्ष 2017 में शुरू किया गया था।
जीएसटी के साथ कर अनुपालन सरल होने के साथ कारोबारियों की लागत में कमी आई और माल को बिना किसी परेशानी के देश के एक राज्य से दूसरे में ले जाने की अनुमति मिली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जीएसटी का परिचय ‘नए भारत के एक मार्गदर्शक कानून’ के रूप में दिया था। बीते आठ वर्षों में जीएसटी को जबरदस्त सफलता मिली और जीएसटी कलेक्शन को लेकर लगातार वृद्धि दर्ज की गई।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, जीएसटी कलेक्शन को लेकर बीते 5 वर्षों में लगभग दोगुना वृद्धि दर्ज की गई है, जो कि वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 11.37 लाख करोड़ रुपए से बढ़कर वित्त वर्ष 2024-2025 में 22.08 लाख करोड़ रुपए हो गया। जीएसटी कलेक्शन में यह तेजी अनुपालन और आर्थिक गतिविधि में निरंतर वृद्धि को दर्शाती है।
आधिकारिक डेटा के अनुसार, जीएसटी कलेक्शन के साथ-साथ सक्रिय जीएसटी करदाताओं की संख्या में भी जबरदस्त उछाल दर्ज किया गया है, जो कि 30 अप्रैल 2025 तक बढ़कर 1,51,80,087 हो गए हैं।
जीएसटी के वर्तमान स्ट्रक्चर में दरों के चार मुख्य स्लैब 5 प्रतिशत, 12 प्रतिशत, 18 प्रतिशत और 28 प्रतिशत हैं। ये दरें देशभर में अधिकांश वस्तुओं और सेवाओं पर लागू होती हैं। हालांकि, मुख्य स्लैब के अलावा, तीन विशेष दरें भी तय की गई हैं। जीएसटी की दर सोना, चांदी, हीरा और आभूषण पर 3 प्रतिशत, कटे एवं पॉलिश किए गए हीरे पर 1.5 प्रतिशत और कच्चे हीरे पर 0.25 प्रतिशत लगती है।
जीएसटी को एक राष्ट्र, एक कर के उद्देश्य से पेश किया गया था। जीएसटी आने के साथ ही विभिन्न अप्रत्यक्ष करों की एक विस्तृत श्रृंखला को एक कर दिया गया। जीएसटी ने उत्पाद शुल्क, सेवा कर और वैट जैसे करों की जगह ले ली। इससे देश में कर प्रणाली में एकरूपता आई।
व्यापार
भारत के परिवहन, लॉजिस्टिक्स सेक्टर में डील वैल्यू 2025 की पहली छमाही में 85 प्रतिशत बढ़ी

नई दिल्ली, 27 जून। भारत के परिवहन और लॉजिस्टिक्स सेक्टर ने 2025 की पहली छमाही में शानदार वृद्धि हासिल की, जिसमें कुल डील वैल्यू बढ़कर 609.7 मिलियन डॉलर हो गई, जो कि 2024 की पहली छमाही से 85 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि को दर्शाता है।
ग्रांट थॉर्नटन भारत रिपोर्ट के अनुसार, डील वॉल्यूम में 16 से 25 तक की शानदार वृद्धि हुई, जो निवेशकों के मजबूत विश्वास और सेक्टर के परिवर्तन में निरंतर रुचि को दर्शाता है।
भारत का लॉजिस्टिक्स सेक्टर स्थिर मांग, विकसित होते कॉस्ट स्ट्रक्चर और सस्टेनेबिलिटी पर बढ़ते जोर के साथ एक गतिशील चरण से गुजर रहा है।
निष्कर्षों से पता चला कि माल ढुलाई और सर्विसिंग की बढ़ती लागत मार्जिन पर भार डाल रही है, बावजूद इसके इन्वेंट्री मूवमेंट मजबूत बना हुआ है।
यह सेक्टर डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और कम उत्सर्जन वाली सुविधाओं में महत्वपूर्ण निवेश के साथ-साथ लागत कम करने और टर्नअराउंड समय में सुधार करने के उद्देश्य से पॉलिसी टेलविंड के साथ सस्टेनेबिलिटी में भी प्रगति कर रहा है।
2025 की दूसरी तिमाही के लिए विलय और अधिग्रहण (एमएंडए) मूल्यों में उछाल डेल्हीवरी द्वारा ईकॉम एक्सप्रेस के अधिग्रहण जैसे ऐतिहासिक डील की वजह से देखा गया।
रिपोर्ट में बताया गया है कि प्राइवेट इक्विटी निवेशकों ने स्मार्टशिफ्ट (पोर्टर), रूटमैटिक और सेल्सियस लॉजिस्टिक्स जैसी डिजिटल-फर्स्ट लॉजिस्टिक्स कंपनियों का समर्थन करना जारी रखा, जो कि लास्ट-माइल और इंट्रा-सिटी डिलीवरी में दक्षता लाने वाले स्केलेबल, एसेट-लाइट मॉडल में विश्वास को दर्शाता है।
इस बीच, मुख्य रूप से चीन में बंदरगाह की भीड़ और कंटेनर की कमी के कारण प्रमुख ट्रांस-पैसिफिक और इंट्रा-एशिया मार्गों पर माल ढुलाई दरों में 28 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है।
पूर्वी एशिया में कंटेनरों की भरमार के कारण दक्षिण एशिया में उपलब्धता कम हो गई है, जिससे भारतीय निर्यातकों को गारंटीकृत स्लॉट के लिए प्रीमियम का भुगतान करना पड़ रहा है।
रिपोर्ट में जोर दिया गया है कि लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री जलवायु परिवर्तन से निपटने में सबसे आगे है, जिसमें सस्टेनेबिलिटी तेजी से नियामक आवश्यकता से व्यवसायिक अनिवार्यता में बदल रही है।
कॉर्पोरेट रणनीतियों में ईएसजी-से जुड़े लॉजिस्टिक्स को इंटीग्रेट करने से निवेशकों, उपभोक्ताओं और नियामकों के साथ सस्टेनेबिलिटी की साख बढ़ेगी। अगले पांच से सात वर्षों में, भारत के हेवी-ड्यूटी ट्रक बेड़े का एक-तिहाई हिस्सा एलएनजी में परिवर्तित होने की उम्मीद है और कई निजी कंपनियों ने पहले ही स्वच्छ विकल्प अपनाना शुरू कर दिया है।
व्यापार
दोपहिया वाहनों पर टोल लगने की रिपोर्ट का नितिन गडकरी ने किया खंडन, कहा- ऐसा कोई निर्णय प्रस्तावित नहीं

नई दिल्ली, 26 जून। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को दोपहिया वाहनों पर टोल लगने की रिपोर्ट्स का खंडन करते हुए कहा कि ऐसा कोई निर्णय प्रस्तावित नहीं है।
केंद्रीय मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “कुछ मीडिया हाऊसेस द्वारा दोपहिया वाहनों पर टोल टैक्स लगाए जाने की भ्रामक खबर फैलाई जा रही हैं। ऐसा कोई निर्णय प्रस्तावित नहीं हैं। दोपहिया वाहन के टोल पर पूरी तरह से छूट जारी रहेगी। बिना सच्चाई जाने भ्रामक खबरें फैलाकर सनसनी निर्माण करना स्वस्थ पत्रकारिता के लक्षण नहीं है। मैं इसकी निंदा करता हूं।”
दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि राष्ट्रीय राजमार्ग के सभी टोल पर दोपहिया वाहनों को भी टैक्स देना होगा और यह नियम 15 जुलाई से लागू होगा।
रिपोर्ट में आगे कहा गया था कि टोल चुकाने के लिए दोपहिया वाहनों को भी गाड़ियों की तरह फास्टैग लेना होगा और जो वाहन इस नियम का उल्लंघन करेगा, उसे 2 हजार रुपए का जुर्माना देना होगा।
इससे पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 18 जून को वार्षिक फास्टैग का ऐलान किया था। सरकार की ओर से यह घोषणा निजी वाहन चालकों पर टोल के बोझ को कम करने के लिए की गई है।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा, “एक ऐतिहासिक पहल के तहत, 15 अगस्त 2025 से 3,000 रुपए की कीमत वाला फास्टैग आधारित वार्षिक पास शुरू किया जा रहा है। यह पास सक्रिय होने की तिथि से एक वर्ष तक या 200 यात्राओं तक, जो भी पहले हो, वैध रहेगा।”
इस वार्षिक पास से निजी वाहन चालकों को बार-बार फास्टैग रिचार्ज से करने से छुटकारा मिल जाएगा और वे आसानी से बिना किसी रुकावट से यात्रा कर पाएंगे।
केंद्रीय मंत्री ने अनुसार, यह वार्षिक पास केवल गैर-व्यावसायिक निजी वाहनों (कार, जीप, वैन आदि) के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है और यह देशभर के राष्ट्रीय राजमार्गों पर निर्बाध यात्रा को संभव बनाएगा। वार्षिक पास को रिन्यू करने लिए जल्द ही राजमार्ग यात्रा ऐप और एनएचएआई / एमओआरटीएच की वेबसाइट्स पर एक अलग लिंक उपलब्ध करवाया जाएगा, जिससे प्रक्रिया सरल और सुगम होगी।
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