राजनीति
बालाघाट नक्सली गतिविधियां रोकने के लिए खास रणनीति की तैयारी
मध्य प्रदेश का बालाघाट जिला नक्सल प्रभावित क्षेत्र है। यहां नक्सली समूहों की सक्रियता गाहे-बगाहे छिट-पुट घटनाएं सामने आती रहती है। सुरक्षा बल भी इन नक्सलियों की गतिविधियां पर नजर रखते है, कुल मिलाकर यहां बड़ी वारदात तो नहीं हुई मगर लोगों के बीच इनका डर जरुर बढ़ा है। यही कारण है कि सरकार इस जिले में खास रणनीति बनाने जा रही है। बालाघाट जिला महाराष्ट और छत्तीसगढ़ राज्यों की सीमा पर स्थित है, इन दोनों राज्यों के सीमावर्ती जिले भी नक्सल प्रभावित है। इतना ही नहीं दोनों राज्यों के नक्सली बालाघाट के जंगलों में डेरा डाले रहते है। बीच-बीच में घटनाएं भी सामने आती रहती है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इस पर रणनीति बनाने पर जोर दिया हैं।
ज्ञात हो कि बालाघाट में पुलिस की सक्रियता बनी हुई है, यहां गाहे-बगाहे नक्सलियों के सक्रिय होने की खबरें आते हैं। छोटी मेाटी वारदातें भी होती रहती है। पिछले दिनों पुलिस ने यहां बिरसा थाना क्षेत्र के जरासी गांव में आठ लाख रुपए के इनामी नक्सली संदीप उर्फ लक्खू केा पकड़ने में सफलता पाई थी । इस पर 20 से ज्यादा मामले दर्ज हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बालाघाट जिले के विकास एवं नक्सली गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए विकासखंडवार अलग-अलग कार्य-योजना तैयार की जायें। जिससे विकास कार्यों को गति मिलने के साथ ही स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर सुलभ हो सकें।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि नक्सल गतिविधियों पर रोक लगाने में पुलिस के जवानों ने अच्छा काम किया है। जिले में पुलिस एवं अन्य विभागों में विशेष भर्ती के लिए विचार किया जा रहा है। नक्सल उन्मूलन में जान की बाजी लगाने वाले जवानों को आउट ऑफ टर्न पदोन्नति दी जा रही है। नक्सल प्रभावित विकासखंडों के ग्रामों में सड़क सम्पर्क, सिंचाई एवं रोजगार पर विशेष ध्यान दिया जाये। पात्र लोगों को प्राथमिकता से वन अधिकार के पटटे दिये जायें। प्रदेश सरकार बालाघाट जिले के विकास कार्यों के लिए राशि की कमी नहीं आने देगी।
सरकार जहां एक ओर नक्सलियों का प्रभाव कम करने के लिए रणनीति बनाने पर जोर दे रही है, वहीं इस क्षेत्र में व्यापारिक गतिविधियों के विस्तार पर खास ध्यान दिया जा रहा हैं। यहां बीते समय में हुए निवेष के चलते लगभग 10 हजार लोगों को रोजगार भी मिलने के आसार है। बालाघाट जिले में बायो फ्यूल एथेनॉल की यूनिट लगाने एवं फैरो मैंगनीज इकाई लगाने पर उद्यमियों ने रूची दिखाई है।
अंतरराष्ट्रीय समाचार
अमेरिका में बड़ा विमान हादसा, इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उड़ान भरते ही कार्गो प्लेन हुआ क्रैश; 4 की मौत और 11 घायल

नई दिल्ली, 5 नवंबर: अमेरिका के केंटकी में लुईविल मुम्मद अली इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर प्लेन क्रैश का खौफनाक मंजर सामने आया है। मंगलवार शाम को लुईविल मुम्मद अली इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर यूपीएस कार्गो प्लेन टेकऑफ करने के कुछ ही सेकेंड बाद क्रैश हो गया और इस दुर्घटना में तीन क्रू मेंबर्स की जान चली गई।
प्लेन क्रैश के बाद आग की लपटें ऊपर उठने लगीं और आसपास की जगहों तक फैल गईं। प्लेन में करीब 2.5 लाख गैलन फ्यूल था, इस वजह से क्रैश होते ही आग इतनी तेजी से फैल गई। संघीय उड्डयन प्रशासन (एफएए) के अनुसार, यूपीएस एमडी-11 विमान केंटकी के लुइसविले हवाई अड्डे के पास उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
एफएए के एक बयान के अनुसार, यूपीएस उड़ान संख्या 2976 स्थानीय समयानुसार शाम 5 बजे के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। विमान होनोलूलू के डैनियल के. इनौये अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की ओर जा रहा था। एफएए राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (एनटीएसबी) के साथ मिलकर इस दुर्घटना की जांच कर रहा है। एफएए ने मंगलवार को कहा कि एनटीएसबी जांच की जिम्मेदारी संभालेगा।
लुइसविले हवाई अड्डे के जन सूचना अधिकारी, जोनाथन बिवेन ने बताया कि मंगलवार की दुर्घटना में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है। बिवेन ने कहा, “मैं कुल चार लोगों के मारे जाने की पुष्टि कर सकता हूं। कम से कम 11 लोग घायल हुए हैं और उन्हें स्थानीय अस्पतालों में ले जाया गया है।”
एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार, यूपीएस विमान के हवाई अड्डे के पास दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद, लुइसविले मुहम्मद अली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने वाली सभी उड़ानें मंगलवार रात रद्द कर दी गईं।
लुइसविले हवाई अड्डे के जन सूचना अधिकारी जोनाथन बिवेन ने कहा, “हम उन सभी लोगों से अनुरोध कर रहे हैं जो आज रात और कल एसडीएफ हवाई अड्डे से यात्रा कर रहे हैं कि वे उड़ान की अपडेट के लिए अपनी एयरलाइन से संपर्क करें।”
राजनीति
पश्चिम बंगाल एसआईआर : बीएलए की नियुक्ति में भाजपा सबसे आगे, सत्तारूढ़ टीएमसी को भी पछाड़ा

कोलकाता, 5 नवंबर: पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसी कड़ी में राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टियों, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) यानी माकपा, ने अपने-अपने बूथ-लेवल एजेंट (बीएलए) नियुक्त कर दिए हैं।
पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, भाजपा ने मंगलवार शाम 5 बजे तक 24,858 बीएलए की नियुक्ति की, जबकि माकपा ने 18,706 बूथ-लेवल एजेंट घोषित किए हैं।
दोनों पार्टियां बीएलए की नियुक्तियों में कांग्रेस और सत्तारूढ़ टीएमसी से आगे हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस ने सिर्फ 13,526 नियुक्त किए, जबकि कांग्रेस केवल 5,797 बीएलए नियुक्त करके चौथे स्थान पर है।
आंकड़ों के अनुसार, चुनाव आयोग में पंजीकृत मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय राजनीतिक दलों की ओर से नियुक्त बूथ-स्तरीय एजेंटों (बीएलए) की कुल संख्या फिलहाल 63 हजार से अधिक है। इनमें बीएलए-1 और बीएलए-2 शामिल हैं।
बीएलए-1 किसी विधानसभा क्षेत्र के लिए पार्टी का प्रतिनिधि होता है, जबकि बीएलए-2 किसी मतदान केंद्र के लिए संबंधित पार्टी का प्रतिनिधित्व करता है।
चुनाव आयोग में पंजीकृत राजनीतिक दलों की ओर से नियुक्त बीएलए की संख्या काफी कम है। लिहाजा, जिला चुनाव अधिकारियों ने सभी राजनीतिक दलों से प्रति बूथ एक एजेंट तैनात करने का अनुरोध किया है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि बीएलओ एसआईआर के दौरान सभी मान्यता प्राप्त दलों के बीएलए के साथ नियमित संपर्क बनाए रखेंगे।
भारतीय चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल समेत देश के 12 राज्यों में एसआईआर प्रक्रिया का दूसरा चरण शुरू किया है। आयोग ने 27 अक्टूबर को एसआईआर प्रक्रिया के दूसरे चरण की घोषणा की थी। 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक गणना का काम होगा।
ड्राफ्ट मतदाता सूची 9 दिसंबर को जारी की जाएगी, जिसके बाद 9 दिसंबर से 8 जनवरी 2026 तक दावे और आपत्तियों का दौर चलेगा। नोटिस चरण (सुनवाई और सत्यापन के लिए) 9 दिसंबर से 31 जनवरी, 2026 के बीच होगा। मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण का काम अगले साल 7 फरवरी को फाइनल मतदाता सूची जारी होने के साथ समाप्त होगा।
अंतरराष्ट्रीय समाचार
भारतीय मूल के जोहरान ममदानी बने न्यूयॉर्क के पहले मुस्लिम मेयर, हुए ट्रंप के गुस्से का शिकार

नई दिल्ली, 5 नवंबर: अमेरिका में डेमोक्रेट उम्मीदवार भारतीय मूल के जोहरान ममदानी ने बुधवार को न्यूयॉर्क शहर के मेयर पद के चुनाव में ऐतिहासिक जीत हासिल की है। चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार एंड्रयू कुओमो को हराकर ममदानी शहर के पहले मुस्लिम मेयर बन गए हैं। ममदानी 1 जनवरी, 2026 को अमेरिका के सबसे बड़े महानगर का नेतृत्व करने के लिए पदभार ग्रहण करेंगे।
जोहरान ममदानी युगांडा के विद्वान महमूद ममदानी और प्रसिद्ध भारतीय फिल्म निर्माता मीरा नायर के बेटे हैं। उनका जन्म 18 अक्टूबर 1991 को युगांडा के कंपाला में हुआ था। जोहरान का बचपन युगांडा से दक्षिण अफ्रीका और आखिर में न्यूयॉर्क शहर में बीता।
अपनी जीत के बाद अपनी पहली एक्स पोस्ट में ममदानी ने एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें सिटी हॉल में एक न्यूयॉर्क मेट्रो ट्रेन खुलती दिखाई दे रही थी और दीवार पर “जोहरान फॉर न्यू यॉर्क सिटी” लिखा हुआ था। सिटी हॉल वह जगह है, जहां मेयर कार्यालय स्थित है।
जोहरान ममदानी ने जून में हुए डेमोक्रेटिक प्राइमरी चुनाव में भी पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो को हरा दिया था। वहीं रिपब्लिकन उम्मीदवार कर्टिस स्लीवा ने कुओमो के खेमे के बढ़ते दबाव के बावजूद नाम वापस लेने से इनकार कर दिया था। इस चुनाव ने पूरे देश का ध्यान खींचा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क की भारी आलोचना के बावजूद डेमोक्रेटिक उम्मीदवार को चुनाव में सफलता मिली। चुनाव से ठीक पहले राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर ममदानी को कम्युनिस्ट उम्मीदवार बताते हुए उनकी निंदा की थी और चेतावनी दी थी कि अगर वह चुने गए तो न्यूयॉर्क शहर के लिए फंडिंग कम की जा सकती है।
ट्रूथ पर ट्रंप ने लिखा, “अगर कम्युनिस्ट उम्मीदवार जोहरान ममदानी न्यूयॉर्क शहर के मेयर का चुनाव जीत जाते हैं तो बहुत कम संभावना है कि मैं फेडरल फंड में न्यूनतम आवश्यक राशि के अलावा कोई और योगदान दूं।” उन्होंने यह भी कहा था कि अगर कोई यहूदी व्यक्ति जोहरान ममदानी को वोट देता है, वह मूर्ख है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने उन्हें यहूदी विरोधी बताया।
एक अन्य पोस्ट में अमेरिकी राष्ट्रपति ने लिखा, “कम्युनिस्ट उम्मीदवार जोहरान ममदानी न्यूयॉर्क शहर के मेयर का चुनाव जीतते हैं, तो यह बेहद असंभव है कि मैं अपने प्यारे पहले घर के लिए आवश्यक न्यूनतम राशि के अलावा संघीय निधि का योगदान करूं, क्योंकि एक कम्युनिस्ट मेयर होने के नाते इस महान शहर के आगे बढ़ने की भी कोई संभावना नहीं है। एक कम्युनिस्ट के नेतृत्व में यह स्थिति और भी बदतर हो सकती है और मैं बतौर इस पर पैसा बर्बाद नहीं करना चाहता।”
वहीं एलन मस्क ने भी ममदानी की काफी आलोचना की थी। मस्क ने सवाल उठाया कि बैलेट पेपर पर ममदानी का दो बार नाम छपा है। उन्होंने कहा कि न्यूयॉर्क सिटी का बैलेट पेपर स्कैम है। आईडी की कोई जरूरत नहीं है और दूसरे मेयर उम्मीदवारों का नाम दो बार है।
-
व्यापार5 years agoआईफोन 12 का उत्पादन जुलाई से शुरू होगा : रिपोर्ट
-
अपराध3 years agoभगौड़े डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गो की ये हैं नई तस्वीरें
-
महाराष्ट्र4 months agoहाईकोर्ट ने मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को नोटिस जारी किया, मस्जिदों के लाउडस्पीकर विवाद पर
-
अनन्य3 years agoउत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग हुआ सतर्क
-
न्याय1 year agoमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हाईकोर्ट में मामला दायर
-
अपराध3 years agoबिल्डर पे लापरवाही का आरोप, सात दिनों के अंदर बिल्डिंग खाली करने का आदेश, दारुल फैज बिल्डिंग के टेंट आ सकते हैं सड़कों पे
-
अपराध3 years agoपिता की मौत के सदमे से छोटे बेटे को पड़ा दिल का दौरा
-
राष्ट्रीय समाचार9 months agoनासिक: पुराना कसारा घाट 24 से 28 फरवरी तक डामरीकरण कार्य के लिए बंद रहेगा
