अपराध
कोरोनावायरस के लिए पाकिस्तान तीसरा सबसे जोखिम वाला देश

दुनिया भर के देश कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए संघर्ष कर रहे हैं और इस बीच एक अध्ययन से पता चला है कि पाकिस्तान वायरस से प्रभावित होने वाले सबसे जोखिम वाले देशों में तीसरे स्थान पर है।
डीप नॉलेज ग्रुप की एक विस्तृत रिपोर्ट में यह बात कही गई है। इस रिपोर्ट में महामारी के खिलाफ विभिन्न देशों की सुरक्षा क्षमता का विश्लेषण किया गया है। इस रिपोर्ट में 200 देशों को उनके सुरक्षात्मक पहलुओं पर गौर करते हुए सबसे कम जोखिम व सबसे अधिक जोखिम के तौर पर वर्गीकृत किया गया है।
पाकिस्तान की रैंकिंग कुल 200 देशों में 148वें स्थान पर की गई है। पाकिस्तान को सुरक्षात्मक नंबर (सेफ्टी स्कोर) के तौर पर 370 अंक मिले हैं, जबकि उच्चतम स्कोर 752 है। विश्लेषण में पाया गया कि यह कोरोनावायरस के लिए तीसरा सबसे जोखिम वाला देश है।
इस 250 पन्नों के अध्ययन ने स्विट्जरलैंड को सबसे सुरक्षित देश के रूप में सूचीबद्ध किया, जबकि दक्षिण सूडान को 200वें स्थान पर रखा गया है।
अध्ययन में सुरक्षा की दृष्टि से स्विट्जरलैंड को पहले और जर्मनी को दूसरे स्थान पर दिखाया गया है। यह आकलन विशेष रूप से इन देशों की अर्थव्यवस्था में लचीलेपन, लॉकडाउन के सही कार्यान्वयन और सार्वजनिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा को देखते हुए किया गया है।
रिपोर्ट में चीन को 717 अंकों के साथ सातवें स्थान पर बताया गया है, वहीं भारत 532 अंकों के साथ 56वें स्थान, ईरान को 505 स्कोर के साथ 73वें और अफगानिस्तान को 310 अंकों के साथ 196वें स्थान पर रखा गया है।
डीप नॉलेज ग्रुप के अध्ययन में 130 गुणात्मक और मात्रात्मक मापदंडों को ध्यान में रखते हुए निष्कर्ष निकाला गया है।
अध्ययन में निगरानी, एकांतवास दक्षता, पहचान क्षमता, स्वास्थ्य तत्परता और सरकारी दक्षता जैसे पैरामीटर के हिसाब से पाकिस्तान काफी निचले पायदान पर पाया गया है।
इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार ने जब से व्यवसायों को अपनी नई स्मार्ट लॉकडाउन नीति के तहत फिर से संचालित किए जाने के साथ सड़क, ट्रेन और हवाई यात्रा की अनुमति दी है, तभी से पाकिस्तान में कोरोनावायरस के मामलों में अचानक वृद्धि देखने को मिली है।
पाकिस्तान में बेकाबू होते हालात को देखते हुए चिकित्सा संघों ने भी एक सख्त लॉकडाउन और आवाजाही पर सख्त प्रतिबंध लगाए जाने की मांग की है, मगर वे भी सरकार की चुप्पी पर पूरी तरह से उपेक्षित महसूस कर रहे हैं।
पाकिस्तान में फिलहाल कोरोनावायरस के मामलों की संख्या 100,000 का आंकड़ा पार कर गई है, जबकि यहां हर दिन के साथ नए मामले और हताहत होने वालों की संख्या में भी लगातार वृद्धि हो रही है।
पाकिस्तान में सोमवार को संक्रमण की वजह से अभी तक की सबसे अधिक 105 मौत दर्ज की गई। वहीं पिछले 24 घंटों में यहां 5385 से अधिक नए मामले और 83 लोगों की मौत हो चुकी है।
पाकिस्तान में अब तक कुल कोरोना मामलों की संख्या 113,702 तक पहुंच चुकी है। यहां 36,308 लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि देश में अब तक कोरोना से मरने वालों की संख्या 2255 तक पहुंच चुकी है। यहां पंजाब प्रांत में सबसे अधिक कोरोनावायरस के मामले सामने आए हैं। पंजाब में 43,460 मामले; सिंध में 41,303; खैबर पख्तून्ख्वा (केपी) में 14,527; बलूचिस्तान में 7,031; इस्लामाबाद में 5,963, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में 444 और गिलगित बाल्टिस्तान (जीबी) में 974 मामले सामने आ चुके हैं।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि वायरस जून और जुलाई 2020 में अपने चरम पर पहुंच जाएगा। वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विशेषज्ञ और डॉक्टरों ने देश की स्वास्थ्य प्रणाली की अधिकतम क्षमता और कमजोर चिकित्सा प्रणाली को लेकर चिंता व्यक्त की है।
अपराध
अभिनेता एजाज खान की पत्नी, फॉलन गुलीवाला को मिली जमानत, सोमवार को होगी रिहाई।

मुंबई: अभिनेता एजाज खान की पत्नी, फॉलन गुलीवाला, जिन्हें नवंबर 2024 में उनके आवास से मादक पदार्थों की बरामदगी के मामले में गिरफ्तार किया गया था, को मुंबई की एक विशेष अदालत ने जमानत दे दी है। गुलीवाला पिछले चार महीने से अधिक समय से हिरासत में थीं।
अदालत ने जमानत देते हुए कुछ शर्तें लगाई हैं, जिनमें उनका पासपोर्ट जमा करना, यात्रा पर प्रतिबंध और जांच अधिकारी के समक्ष सप्ताह में तीन बार उपस्थित होना शामिल है, जब तक कि आरोप पत्र दाखिल नहीं हो जाता।
गुलीवाला के वकील, अयाज खान, ने दलील दी कि उन्हें बरामद वस्तुओं की जानकारी नहीं थी और वह उस परिसर की अकेली निवासी नहीं थीं। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि छापे के दौरान सीसीटीवी सिस्टम बंद कर दिया गया था और कोई वीडियोग्राफी या फोटोग्राफी नहीं की गई थी।
विशेष लोक अभियोजक विभावरी पाठक ने जमानत याचिका का विरोध करते हुए तर्क दिया कि गुलीवाला के खिलाफ प्रथम दृष्टया मामला बनता है।
अदालत ने यह देखते हुए कि जब्ती प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, गुलीवाला को जमानत दी, लेकिन सख्त शर्तों के साथ।
अंतरराष्ट्रीय समाचार
कनाडा में भारतीय नागरिक की चाकू घोंपकर हत्या

ओटावा, 5 अप्रैल। कनाडा के ओटावा के निकट रॉकलैंड इलाके में एक भारतीय नागरिक की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई, जिसके बाद स्थानीय अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई की। कनाडा में भारतीय दूतावास ने शनिवार सुबह घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि एक संदिग्ध को हिरासत में ले लिया गया है।
भारतीय दूतावास ने एक बयान जारी कर घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और पीड़ित परिवार को सहायता देने का भी ऐलान किया।
दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “ओटावा के निकट रॉकलैंड में चाकू घोंपने से एक भारतीय नागरिक की दुखद मौत से हम बहुत दुखी हैं। पुलिस ने बताया है कि एक संदिग्ध को हिरासत में ले लिया गया है। हम शोक संतप्त परिजनों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए स्थानीय सामुदायिक संघ के माध्यम से निकट संपर्क में हैं।”
हालांकि चाकू मारने की घटना का विवरण अभी भी अस्पष्ट है, लेकिन स्थानीय मीडिया रिपोर्टों से पता चलता है कि यह घटना सुबह-सुबह क्लेरेंस-रॉकलैंड क्षेत्र में हुई।
अधिकारियों ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है कि क्या यह वही मामला है जिसका उल्लेख भारतीय दूतावास ने किया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हत्या की चल रही जांच के तहत ओन्टारियो प्रांतीय पुलिस (ओपीपी) ने क्षेत्र में अपनी उपस्थिति बढ़ा दी है।
पुलिस ने रॉकलैंड निवासियों को भी चेतावनी जारी की है, जिसमें उन्हें सलाह दी गई है कि वे कानून प्रवर्तन की गतिविधियों में वृद्धि की अपेक्षा करें, जबकि अधिकारी अपराध से जुड़ी परिस्थितियों की जांच जारी रखेंगे।
कनाडा स्थित दूतावास ने जनता को आश्वासन दिया कि वह इस कठिन समय में पीड़ित परिवार को सभी आवश्यक सहायता प्रदान कर रहा है।
चाकू घोंपने के पीछे का मकसद अभी भी स्पष्ट नहीं है और जांच जारी है। दूतावास ने स्थानीय अधिकारियों के साथ निरंतर संपर्क बनाए रखने का वादा किया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि परिवार को उनकी ज़रूरत के मुताबिक सहायता मिले और मामले से जुड़ी आगे की कार्रवाई में मदद मिले।
अपराध
झारखंड में आयुष्मान भारत घोटाले में रांची सहित 21 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी

रांची, 4 अप्रैल। आयुष्मान भारत योजना में गड़बड़ी के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीमों ने रांची में शुक्रवार सुबह से कई स्थानों पर छापेमारी शुरू की है। शहर के अशोक नगर, पीपी कंपाउंड, एदलहातु, बरियातू, लालपुर और चिरौंदी इलाके में कई ठिकानों पर कड़ी सुरक्षा के बीच तलाशी चल रही है।
बताया जा रहा है कि रांची के अलावा कुल 21 ठिकानों पर यह रेड चल रही है। ईडी ने आयुष्मान भारत योजना में झारखंड में हुई गड़बड़ियों को लेकर हाल में ईसीआईआर (इन्फोर्समेंट केस इन्फॉर्मेशन रिपोर्ट) दर्ज कर जांच शुरू की है। यह छापेमारी इसी मामले में उन लोगों के खिलाफ की जा रही है, जिनके घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग में संलिप्त होने की संभावना है।
एक हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी के दफ्तर में भी तलाशी की जा रही है। संसद में पेश भारत के नियंत्रक महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट (सीएजी) में भी आयुष्मान भारत योजना में गड़बड़ियों का खुलासा किया गया था। इसमें बताया गया था कि झारखंड में भी कई अस्पतालों ने मरीजों के फर्जी इलाज का बिल बनाकर सरकार से करोड़ों की राशि का भुगतान ले लिया।
यहां तक कि कई ऐसे लोगों के इलाज के नाम पर राशि निकाली गई, जिनकी मौत हो चुकी थी। सीएजी की इस रिपोर्ट के बाद ईडी ने झारखंड स्टेट हेल्थ सोसायटी और स्वास्थ्य विभाग से आयुष्मान योजना में गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ की गई कार्रवाई का ब्योरा मांगा था। इस पर स्वास्थ्य विभाग ने कुछ अस्पतालों के खिलाफ दर्ज कराई गई एफआईआर की सूचना ईडी को भेजी थी।
बताया जा रहा है कि ईडी ने इसी एफआईआर के आधार पर ईसीआईआर के रूप में दर्ज कर जांच शुरू की है। झारखंड में आयुष्मान योजना के तहत करीब 750 से अधिक अस्पताल सूचीबद्ध हैं। इनमें से कई अस्पतालों में करोड़ों रुपए का फर्जीवाड़ा करने की शिकायतें हैं।
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