राष्ट्रीय समाचार
मनोनीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पद्म विभूषण से सम्मानित रामोजी राव के निधन पर शोक व्यक्त किया
नई दिल्ली: मनोनीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ईनाडु मीडिया समूह के अध्यक्ष और रामोजी फिल्म सिटी के संस्थापक रामोजी राव के निधन पर शोक व्यक्त किया।
एक्स पर एक पोस्ट में, मोदी ने कहा कि रामोजी राव का निधन बेहद दुखद है क्योंकि उन्होंने पत्रकारिता और फिल्म उद्योग में उनके योगदान पर प्रकाश डाला।
पोस्ट में कहा गया, “वह एक दूरदर्शी व्यक्ति थे जिन्होंने भारतीय मीडिया में क्रांति ला दी। उनके समृद्ध योगदान ने पत्रकारिता और फिल्म जगत पर एक अमिट छाप छोड़ी है। अपने उल्लेखनीय प्रयासों के माध्यम से, उन्होंने मीडिया और मनोरंजन जगत में नवाचार और उत्कृष्टता के लिए नए मानक स्थापित किए।”
उन्होंने कहा, “रामोजी राव गारू भारत के विकास को लेकर बेहद भावुक थे। मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे उनके साथ बातचीत करने और उनकी बुद्धिमत्ता से लाभ उठाने के कई अवसर मिले। इस कठिन समय के दौरान उनके परिवार, दोस्तों और अनगिनत प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं। ओम शांति।” .
टीडीपी सुप्रीमो एन चंद्रबाबू नायडू ने रामोजी राव के निधन पर दुख व्यक्त किया
तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) सुप्रीमो एन चंद्रबाबू नायडू ने भी राव के निधन पर दुख व्यक्त किया।
“एक साधारण परिवार में जन्मे और असाधारण उपलब्धियाँ हासिल करने वाले रामोजी राव की मृत्यु से बहुत दुख हुआ। एक अक्षर योद्धा के रूप में, रामोजी ने तेलुगु राज्यों और देश के लिए कई सेवाएँ प्रदान कीं। उनका निधन न केवल देश के लिए एक बड़ी क्षति है। नायडू ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, तेलुगु लोगों के लिए बल्कि देश के लिए भी। समाज के कल्याण के लिए अथक प्रयास करने की उनकी प्रसिद्धि शाश्वत है।
“मीडिया के क्षेत्र में रामोजी का एक अनोखा युग था। कई चुनौतियों और समस्याओं को पार करते हुए रामोजी राव ने जिस तरह बिना हार माने मूल्यों के साथ संगठन को चलाया वह हर किसी के लिए प्रेरणा है। अपनी एक दशक लंबी यात्रा में रामोजी राव ने हमेशा इसके लिए काम किया है।” लोगों और समाज के कल्याण के लिए वह मीडिया उद्योग में शिखर पर थे और हम इस तथ्य को पचा नहीं पा रहे हैं कि वह अब नहीं रहे।”
नायडू ने राव को समस्याओं से लड़ने में एक प्रेरणा बताया और उनके दशकों पुराने सहयोग को याद किया।
“मैं रामोजी राव के साथ 4 दशकों तक जुड़ा रहा। अच्छे को अच्छा और बुरे को बुरा कहने का उनका तरीका मुझे उनके करीब ले आया। समस्याओं से लड़ने में वह मेरे लिए एक प्रेरणा हैं। अच्छी नीतियां प्रदान करने में रामोजी के सुझाव और सलाह हमेशा महत्वपूर्ण रहे।” नायडू ने कहा, ”रामोजी के निधन पर उनके परिवार के सदस्यों और ईनाडु ग्रुप ऑफ कंपनीज के कर्मचारियों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। मैं प्रार्थना करता हूं कि रामोजी राव की आत्मा को शांति मिले।”
टीडीपी महासचिव ने रामोजी राव के निधन पर शोक व्यक्त किया
टीडीपी महासचिव और नायडू के बेटे नारा लोकेश ने भी राव के निधन पर शोक व्यक्त किया।
“रामोजी समूह की कंपनियों के प्रमुख रामोजी राव का निधन तेलुगु समुदाय के लिए एक बड़ी क्षति है। मैं एक सार्वजनिक पक्षपाती और लेखन के अथक योद्धा को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। रामोजीराव, जिन्होंने अपने जीवन के अंत तक प्रतिबद्धता के साथ काम किया जनहिता के रूप में जीवन ही हमारा मार्गदर्शक है, रामोजी राव ने लोकतंत्र की रक्षा के लिए आंदोलन की भावना के साथ काम किया,” उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा।
रामोजी राव के बारे में
राव का शनिवार तड़के तेलंगाना के हैदराबाद के स्टार अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। वह 87 वर्ष के थे.
राव की विरासत विशाल है, जिसमें कई सफल व्यावसायिक उद्यम और मीडिया प्रोडक्शन शामिल हैं। उनके नेतृत्व में ईनाडु तेलुगु मीडिया में एक बड़ी ताकत बन गया।
उनके अन्य व्यावसायिक उपक्रमों में फिल्म प्रोडक्शन हाउस उषा किरण मूवीज, फिल्म वितरण कंपनी मयूरी फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर्स, वित्तीय सेवा फर्म मार्गादार्सी चिट फंड और होटल श्रृंखला डॉल्फिन ग्रुप ऑफ होटल्स शामिल हैं। वह टेलीविजन चैनलों के ईटीवी नेटवर्क के प्रमुख भी थे। 2016 में, उन्हें तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भारत का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण मिला।
राष्ट्रीय समाचार
एलआईसी-अदाणी रिपोर्ट के समय पर विशेषज्ञों ने उठाए सवाल, कहा- बिहार चुनाव से पहले विवाद पैदा करने की कोशिश

नई दिल्ली, 27 अक्टूबर: अदाणी ग्रुप में एलआईसी के निवेश को लेकर हाल ही में आई ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ की रिपोर्ट पर विशेषज्ञों ने सवाल उठाए हैं और कहा है कि यह आने वाले बिहार विधानसभा चुनाव से पहले विवाद पैदा करने की कोशिश है।
जानकारों ने आगे कहा कि यह रिपोर्ट राजनीतिक रूप से प्रेरित लगती है,क्योंकि यह ऐसे समय पर आई है, जब भारत की अर्थव्यवस्था तेज गति से आगे बढ़ रही है और बाजार में निवेशकों का विश्वास बढ़ रहा है।
इस मुद्दे पर कमेंट करते हुए, इनगवर्न रिसर्च सर्विसेज के संस्थापक और प्रबंध निदेशक श्रीराम सुब्रमण्यन ने मिडिया को बताया कि भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी द्वारा निवेश निर्णयों का राजनीतिकरण निवेशकों या व्यापक अर्थव्यवस्था के हितों में नहीं है।
उन्होंने पूछा, “जब विदेशी निवेशक भारतीय कंपनियों में निवेश कर सकते हैं और मुनाफा कमा सकते हैं, तो एलआईसी ऐसा क्यों नहीं कर सकती?”
अमेरिकी मीडिया आउटलेट की रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि सरकार ने एलआईसी पर अदाणी ग्रुप में 3.9 अरब डॉलर निवेश करने का दबाव बनाया, जिसमें मई 2025 में किया गया 568 मिलियन डॉलर (5,000 करोड़ रुपए) का भी निवेश शामिल है।
विशेषज्ञों का कहना है कि विदेशी निवेशक भारतीय इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनियों से लगातार लाभ कमा रहे हैं, इसलिए एलआईसी के निवेश पर सवाल उठाना तर्कसंगत नहीं लगता है और इसका उद्देश्य संभवतः घरेलू संस्थानों को कमजोर करना है।
राजनीतिक विश्लेषक तहसीन पूनावाला ने अदाणी ग्रुप को टारगेट करने के विदेशी नैरेटिव की आलोचना की। उन्होंने आगे कहा कि कुछ समय पहले इस तरह के हमले शॉर्ट-सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग की ओर से किए गए थे, जो बाद में आधारहीन साबित हुए।
उन्होंने मिडिया से बातचीत करते हुए कहा, “भारतीय कंपनियों को हिट एंड रन करने की विदेशी नीति, देश की अर्थव्यवस्था को भी नुकसान पहुंचा सकती है।”
पूनावाला ने कहा कि एलआईसी 57 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्तियों को मैनेज करता है, जिसमें से 14.5 लाख करोड़ रुपए इक्विटी में लगे हुए हैं।
वहीं, अदाणी ग्रुप में एलआईसी का एक्सपोजर करीब 56,000 करोड़ रुपए का है, जो कि उसके कुल पोर्टफोलियो का 1 प्रतिशत से भी कम है।
उन्होंने आगे कहा कि अदाणी ग्रुप के निवेश से एलआईसी को अब तक केवल फायदा हुआ है।
एलआईसी ने पहले ही वाशिंगटन पोस्ट के लेख का आधिकारिक खंडन जारी कर दिया है और स्पष्ट रूप से इसे “झूठा, निराधार और सच्चाई से कोसों दूर” बताया है।
राजनीति
चुनाव आयोग ने एसआईआर के दूसरे फेज की घोषणा की, पश्चिम बंगाल समेत इन 12 राज्यों के नाम

नई दिल्ली, 27 अक्टूबर: चुनाव आयोग ने सोमवार को देश में दूसरे चरण में होने वाले विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (एसआईआर) की घोषणा की है। दूसरे चरण में देश के 12 राज्यों को एसआईआर के अंदर कवर किया जाएगा।
दूसरे चरण के अंतर्गत पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, राजस्थान, पुडुचेरी, मध्य प्रदेश, लक्षद्वीप, केरल, गुजरात, गोवा, छत्तीसगढ़ के अलावा अंडमान और निकोबार में एसआईआर प्रस्तावित है।
इन 12 राज्यों में एसआईआर होने की घोषणा भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में की। उन्होंने यह भी साफ किया कि सोमवार रात इन राज्यों की मतदाता सूची को फ्रीज कर दिया जाएगा।
उन्होंने एसआईआर कराने की आवश्यकता पर जोर दिया और बताया कि पिछली बार 2000 से 2004 के बीच एसआईआर हुई थी, ऐसे में करीब दो दशक बाद मतदाता सूची में अशुद्धियों को दूर करने के लिए विशेष इंटेसिंव रिवीजन जरूरी है।
उन्होंने कहा, ”हर चुनाव से पहले इलेक्ट्रोरल रोल का रिवीजन जरूरी है। विगत कुछ वर्षों में कई राजनीतिक पार्टियों ने मतदाता सूची पूरी तरह से शुद्ध न होने पर आपत्ति जताई है। इससे पहले आखिरी बार 2000 से 2004 के बीच में एसआईआर हुई। इतने लंबे समय के बाद अब एसआईआर और भी जरूरी हो जाता है। चुनाव आयोग ने निर्णय लिया कि पूरे देश में चरणबद्ध तरीके से एसआईआर करवाई जाएगी, जिसकी शुरुआत बिहार से हुई।”
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सीईसी ने बिहार में हुई एसआईआर की तारीफ की। उन्होंने साफ किया कि इस दौरान राजनीतिक दलों ने शून्य आपत्तियां दर्ज कराई, जो दिखाता है कि बिहार की मतदाता सूची अब तक की सबसे शुद्ध मतदाता सूची है।
ज्ञानेश कुमार ने कहा, “एसआईआर का फेज वन समाप्त हुआ, जिसकी सबसे बड़ी खूबी यह रही है कि बिहार के सभी 7.5 करोड़ मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस दौरान जीरो अपील आई, जिसका मतलब है कि बिहार मतदाता सूची बेहद उचित मानी जाएगी। अब फेज 2 की तैयारी चल रही है।“
राष्ट्रीय समाचार
कांग्रेस ने चारा घोटाला जांच को प्र भावित करने की कोशिश की थी : शाहनवाज हुसैन

नई दिल्ली, 27 अक्टूबर: भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने सोमवार को पूर्व सीबीआई अधिकारी यूएन विश्वास के उस बयान को सही ठहराया, जिसमें उन्होंने यह दावा किया था कि कांग्रेस की तरफ से चारा घोटाला जांच को प्रभावित करने की कोशिश की गई थी।
भाजपा प्रवक्ता ने मिडिया से बातचीत में कहा कि सीबीआई के पूर्व अधिकारी बिल्कुल ठीक कह रहे हैं। निसंदेह कांग्रेस ने चारा घोटाले से संबंधित जांच को प्रभावित करने की कोशिश की थी। यह कहने में कोई गुरेज नहीं होना चाहिए कि इस घोटाले में संलिप्त आरोपियों को बचाने के लिए कांग्रेस की तरफ से भरसक प्रयास किए गए थे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लिए दुर्भाग्य की बात यह रही कि इस मामले में कई सबूत थे। इस वजह से कांग्रेस का एक भी पैंतरा सफल नहीं हो पाया, हालांकि उस वक्त यूएन विश्वास पर शीर्ष स्तर की तरफ से कई तरह के दबाव बनाए गए थे, लेकिन कोई भी दबाव सफल नहीं हो पाया।
भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने मतदाता पुनरीक्षण का भी समर्थन किया। उन्होंने कहा कि हम एसआईआर का पिछले लंबे समय से समर्थन करते हुए आ रहे हैं। हम लगातार इस बात पर जोर देते हुए आ रहे हैं कि एसआईआर होना चाहिए। इसे जमीन पर उतारा जाना चाहिए ताकि मौजूदा वस्तुस्थिति की पूरी जानकारी साफ हो सके।
उन्होंने कहा, “वोट का वेरिफिकेशन होना चाहिए। साथ ही मैं कहना चाहूंगा कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए यह बहुत ही जरूरी प्रक्रिया बन गई थी, जिसे संपन्न करना चुनाव आयोग के लिए जरूरी हो चुका था।”
उन्होंने कहा कि हम लोग वैसे भी शुरू से ही बिहार में एसआईआर की पैरवी करते हुए आ रहे हैं। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे प्रदेश में फर्जी मतदाताओं को चिन्हित किया जा सकेगा, जो कि एक स्वस्थ लोकतंत्र के लिए जरूरी है।
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