राजनीति
मोदी कैबिनेट में जल्द फेरबदल के आसार, बीजेपी सांसदों को दिल्ली पहुंचने को कहा गया
केंद्रीय मंत्रिमंडल में इस सप्ताह के अंत में संभावित फेरबदल को लेकर सियासी गहमागहमी तेज है। सूत्रों के अनुसार, नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में पहली बार, मंत्रिमंडल में फेरबदल होने की संभावना है। साथ ही, भाजपा सांसदों को जल्द से जल्द राजधानी दिल्ली पहुंचने के लिए कहा गया है।
हालांकि, संभावित कैबिनेट फेरबदल के समय के बारे में पार्टी या सरकार की ओर से कोई पुष्टि नहीं की गई है।
पार्टी के एक अंदरूनी सूत्र ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के दो दिवसीय दौरे पर आए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा मंगलवार शाम को नई दिल्ली लौटेंगे। उन्होंने कहा, ”नड्डा जी अपने निजी और सांगठनिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए हिमाचल प्रदेश पहुंचे हैं। वह आज किसी जरूरी काम से दिल्ली पहुंच रहे हैं।”
सूत्रों ने कहा कि फेरबदल से पहले प्रधानमंत्री के शाम को वरिष्ठ मंत्रियों और पार्टी प्रमुख नड्डा के साथ बैठक करने की संभावना है, लेकिन बैठक को लेकर कोई पुष्टि नहीं हुई है।
पार्टी के पदाधिकारियों ने दावा किया कि पार्टी के कई नेताओं को दिल्ली पहुंचने के लिए कॉल किया गया था, जिनके मंत्रिमंडल में शामिल होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, पार्टी नेतृत्व के निर्देश के बाद असम के पूर्व मुख्यमंत्री सबार्नंद सोनोवाल और राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया आज दिल्ली पहुंच रहे हैं।
सूत्रों ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया, जिन्हें मोदी कैबिनेट में शामिल किए जाने की संभावना है, उन्होंने मध्य प्रदेश के इंदौर की अपनी यात्रा को संक्षिप्त कर दिया है और शाम को दिल्ली पहुंच रहे हैं।
सिंधिया के कार्यक्रम से अवगत एक भाजपा नेता ने कहा, ” पहले सिंधिया के 7 जुलाई को सुबह 11 बजे इंदौर से दिल्ली के लिए उड़ान भरने की उम्मीद थी, लेकिन उन्हें जल्द से जल्द दिल्ली पहुंचने के लिए कहा गया। सिंधिया मंगलवार को दोपहर 3.30 बजे इंदौर से दिल्ली के लिए रवाना हो रहे हैं। दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले, सिंधिया ने उज्जैन के महाकाल मंदिर में आशीर्वाद लिया। ”
चर्चा के बीच, पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत रामविलास पासवान के भाई पशुपति पारस का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह अपने नए ‘कुर्ता’ के लिए कपड़े खरीदते नजर आ रहे हैं, जिसे वह शपथ ग्रहण समारोह में पहन सकते हैं।
पार्टी के एक नेता ने कहा, पारस को मंत्रिमंडल में शामिल करने से भाजपा का यह रुख भी स्पष्ट हो जाएगा कि लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के किस धड़े को प्रधानमंत्री और भगवा पार्टी का समर्थन प्राप्त है।
हालांकि, इस बार मंत्री पद पर बैठे कुछ भाजपा सांसदों ने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री कार्यालय या पार्टी से कोई फोन नहीं आया है। भाजपा के एक सांसद ने कहा, मंत्री की नियुक्ति करना प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार है। मुझे कोई फोन नहीं आया है लेकिन सुना है कि सांसदों को जल्द से जल्द दिल्ली पहुंचने के लिए कहा गया है।
भाजपा के एक अन्य पदाधिकारी ने कहा कि गठबंधन सहयोगी जनता दल यूनाइटेड (जद-यू) के नेता आर.सी.पी. सिंह और राजीव रंजन ‘लल्लन’ भी राष्ट्रीय राजधानी पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा, ” जद (यू) जो 2019 में मोदी सरकार में शामिल नहीं हुआ, उसे दो मंत्री पद मिलने की संभावना है, जबकि पार्टी तीन की मांग कर रही है।”
अपना दल प्रमुख अनुप्रिया पटेल को भी मंत्री बनाए जाने की संभावना है। वह पहले कार्यकाल में मोदी सरकार का हिस्सा थीं।
पार्टी सूत्रों ने दावा किया कि फेरबदल होना है और यह 19 जुलाई से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र से पहले होगा लेकिन यह अगले कुछ दिनों में हो सकता है।
पिछले महीने से केंद्रीय मंत्रिमंडल में संभावित फेरबदल की अटकलें लगाई जा रही थीं और प्रधानमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी प्रमुख नड्डा और महासचिव (संगठन) बी.एल. संतोष। उन्होंने (मोदी) व्यक्तिगत रूप से मौजूदा मंत्रियों के प्रदर्शन की समीक्षा की।
सूत्रों ने दावा किया कि कुछ मंत्रियों को हटा दिया जाएगा और उन्हें किसी अन्य पद पर बिठा दिया जाएगा।
सूत्रों ने कहा, केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। कुछ और मंत्रियों और विशेष रूप से 70 वर्ष से ऊपर के लोगों को हटाए जाने की संभावना है और उन्हें राज्यपाल नियुक्त किया जा सकता है। गहलोत की आयु लगभग 73 वर्ष है। हमने सुना है कि प्रधानमंत्री युवाओं को शामिल कर सकते हैं अपने मंत्रिमंडल को नया रूप देने के लिए तैयार हैं।
मुंबई प्रेस एक्सक्लूसिव न्यूज
मुंबई BMC चुनाव: समाजवादी पार्टी की पहली लिस्ट जारी, लेकिन वार्ड नंबर 211 पर कोई फैसला नहीं

BMC
मुंबई: मुंबई नगर निगम चुनाव में महायोति और महा विकास अघाड़ी के बीच अभी तक चुनावी समझौता नहीं हुआ है, जबकि कांग्रेस पार्टी, समाजवादी पार्टी और AIMIM ने नगर निगम के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। समाजवादी पार्टी ने 21 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की है, जिसमें 213 से जेब-उन-निसा मलिक को उम्मीदवार बनाया गया है, साथ ही 212 से शहजाद अब्राहनी को उम्मीदवार बनाया गया है। समाजवादी पार्टी में वार्ड नंबर 211 को लेकर खींचतान चल रही है, इसलिए पार्टी ने इस वार्ड के लिए अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। सपा नेता रईस शेख ने भी अपने भाई सलीम शेख को इस वार्ड के लिए उम्मीदवार के तौर पर पेश किया है। समाजवादी पार्टी ने अभी तक इस वार्ड में टिकट को लेकर कोई फैसला नहीं किया है, जबकि रईस शेख के भाई की उम्मीदवारी का भी विरोध हो रहा है। स्थानीय महिलाओं ने रईस शेख के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और सपा की उम्मीदवारी के लिए दावेदारी भी पेश की है। ऐसे में समाजवादी पार्टी में 211 से किसे उम्मीदवार दिया जाएगा, यह अभी भी पेंडिंग है। समाजवादी पार्टी ने महा विकास अघाड़ी से अलग होकर अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया था, वहीं उद्धव और राज ठाकरे के बीच भी चुनावी समझौता हो गया है। इसके साथ ही अजित पवार और शरद पवार की NCP भी चुनावी समझौते को लेकर बातचीत कर रही है। अगर अजित पवार और शरद पवार के बीच चुनावी समझौता होता है, तो कांग्रेस पार्टी अकेले चुनाव लड़ने को तैयार है, ऐसा दावा कांग्रेस नेता जया विटवर्ड ने किया है। मुंबई BMC चुनाव में हर राजनीतिक पार्टी एक-दूसरे से आगे निकलने की कोशिश कर रही है, वहीं दोनों भाइयों ने मराठी मानस के मुद्दे पर गठबंधन किया है और मुंबई शहर में मराठी मानस के एक होने के बैनर भी लगाए जा रहे हैं।
राजनीति
बीएमसी चुनाव: एनसीपी ने 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी की, मुंबई में लगातार दूसरे दिन हुई बैठक

मुंबई, 27 दिसंबर: बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) चुनावों में अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। महायुति में सीट बंटवारे पर सहमति न बनने की स्थिति में एनसीपी ने मुंबई में अलग बैठक बुलाई है और उम्मीदवारों को लेकर चर्चा की गई है।
एनसीपी की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष सुनील तटकरे ने शनिवार को कहा कि पिछले तीन दिनों से सबके साथ बैठकें चल रही हैं और इस बारे में सारी जानकारी अजित पवार को बता दी गई है। उन्होंने कहा कि 30 दिसंबर की शाम तक स्थिति बिल्कुल स्पष्ट हो जाएगी और उस दिन दोपहर 3 बजे सीटों को लेकर घोषणा की जाएगी।
सुनील तटकरे ने यह भी कहा कि एनडीए में शामिल होने का नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी का फैसला फायदेमंद रहा है। राज्य के लोगों ने इस फैसले का समर्थन किया है और यह बदला नहीं जाएगा।
वहीं, एनसीपी विधायक सना मलिक ने मीडिया से बातचीत में कहा कि महायुति में हमारे प्रस्तावों पर बात आगे नहीं बढ़ी। इस स्थिति में हमने अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी की है। उम्मीदवारों के नामों को लेकर भी चर्चा हुई है और कार्यकर्ताओं को हर स्थिति के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है।
सना मलिक ने बताया कि बैठक में 62-65 सीटों पर लड़ने के लिए पार्टी की बैठक में चर्चा हुई है। पुराने साथी भी साथ लड़ने के लिए आ रहे हैं। कार्यकर्ताओं में भी जोश है। इस सबको देखते हुए पार्टी तकरीबन 100 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। एनसीपी पूरी ताकत के साथ बीएमसी चुनाव में उतरेगी। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि महायुति के साथ मिलकर लड़ने के बारे में पार्टी नेतृत्व फैसला लेगा।
पूर्व विधायक जीशान सिद्दीकी ने बैठक के बारे में बताया कि सुनील तटकरे के नेतृत्व में बैठक हुई थी, जिसमें संभावित जीत वाली सीटों को लेकर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि गठबंधन को लेकर पार्टी नेतृत्व की तरफ से फैसला होना है, लेकिन मुंबई में पार्टी के कार्यकर्ताओं में जोश है और हम अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी भी कर रहे हैं।
जीशान सिद्दीकी ने कहा कि मुंबई की जनता हमारे साथ है और बीएमसी चुनाव में एनसीपी अपना झंडा जरूर लहराएगी।
राजनीति
महाराष्ट्र: छत्रपति संभाजीनगर में एआईएमआईएम के टिकट को लेकर बवाल, पुलिस ने दर्ज किया मामला

FIR
मुंबई, 27 दिसंबर: महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर शहर का सियासी माहौल इन दिनों काफी गरमाया हुआ है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) में टिकट वितरण को लेकर अंदरूनी कलह खुलकर सामने आ गई है। वार्ड नंबर 12 से उम्मीदवार की घोषणा के बाद पार्टी के दो गुट आमने-सामने आ गए, जिसके चलते रैली के दौरान जमकर हंगामा और धक्का-मुक्की हुई। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया।
जानकारी के अनुसार, एमआईएम ने हाल ही में छत्रपति संभाजीनगर शहर के 8 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं। इनमें वार्ड नंबर 12 से मोहम्मद असरार को पार्टी का अधिकृत उम्मीदवार बनाया गया। शुक्रवार शाम मोहम्मद असरार ने किराडपुरा इलाके से चुनावी रैली निकाली थी। इसी दौरान टिकट न मिलने से नाराज पूर्व नगरसेविका नसीम बी के बेटे हाजी इसाक खान के समर्थकों ने रैली को रोक दिया, जिससे विवाद शुरू हो गया।
बताया जा रहा है कि रैली रोकने के बाद दोनों पक्षों के कार्यकर्ताओं के बीच पहले कहासुनी हुई, जो देखते ही देखते धक्का-मुक्की और मारपीट में बदल गई। इस दौरान कुछ लोगों के साथ हाथापाई की गई। घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और चर्चा का विषय बना हुआ है। उम्मीदवारी को लेकर जवाब मांगने के दौरान दोनों गुटों के समर्थक आमने-सामने आ गए और जोरदार नारेबाजी शुरू हो गई।
हालात इतने तनावपूर्ण हो गए कि मोहम्मद असरार को रैली बीच में ही रोकनी पड़ी। घटना के बाद किराडपुरा इलाके में कुछ समय के लिए दहशत का माहौल बन गया। स्थिति बिगड़ते देख दोनों पक्ष जिन्सी पुलिस थाने पहुंचे। पुलिस ने अफसर खान हुसैन खान की शिकायत पर तीन लोगों के खिलाफ अदखलपात्र मामला दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि फिलहाल इलाके में शांति बनी हुई है और हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है।
वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि हाजी इसाक खान पिछले करीब 10 वर्षों से क्षेत्र में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं और इलाके में उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है। ऐसे में एआईएमआईएम द्वारा किसी दूसरे कार्यकर्ता को टिकट दिए जाने से समर्थकों में नाराजगी है। खुद हाजी इसाक खान ने भी कहा है कि यदि उन्हें एआईएमआईएम से टिकट नहीं मिलता है, तो वह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में उतरेंगे।
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