अंतरराष्ट्रीय समाचार
तुर्की के होटल में भीषण आग, 10 की मौत, 32 घायल
अंकारा, 21 जनवरी। उत्तर-पश्चिमी तुर्की के एक स्की रिसॉर्ट होटल में मंगलवार की सुबह आग लगने से कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और 32 अन्य घायल हो गए।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तुर्की के गृह मंत्री अली येरलिकाया ने बताया कि स्थानीय समयानुसार सुबह 3:27 बजे (0027 जीएमटी) कार्तलकाया के पहाड़ की चोटी पर स्थित रिसॉर्ट में 12 मंजिला ग्रैंड कार्टल होटल के रेस्तरां में आग लग गई।
बताया जा रहा है कि कम से कम दो पीड़ितों की मौत घबराहट में इमारत से कूदने की वजह से हुई। स्थानीय मीडिया ने यह भी बताया कि गेस्ट चादरों और कंबलों का इस्तेमाल करके अपने कमरों से नीचे उतरने की कोशिश कर रहे थे।
वायरल फुटेज में होटल की छत और ऊपरी मंजिलों में आग लगी हुई दिखाई दे रही थी, जिससे आसमान में धुएं का गुबार उठ रहा था और बैकग्राउंड में बर्फ से ढका एक पहाड़ दिखाई दे रहा था।
स्कूल की छुट्टियों की वजह से होटल 80-90% तक भरा हुआ था, जिसमें 230 से ज्यादा मेहमान चेक इन कर चुके थे।
होटल में स्की इंस्ट्रक्टर नेकमी केपसेटुटन ने मीडिया को बताया कि उन्होंने इमारत से लगभग 20 लोगों को निकालने में मदद की थी, लेकिन धुएं के कारण आग से बचने के लिए रास्ते ढूंढना मुश्किल था। उन्होंने कहा, “मैं अपने कुछ स्टूडेंट्स तक नहीं पहुंच पाया, मुझे उम्मीद है कि वे ठीक होंगे।”
बताया जा रहा है कि 161 कमरों वाले होटल के डिजाइन, जिसमें लकड़ी के शैलेट-शैली के आवरण हैं, की वजह से आग तेजी से फैली होगी।
अधिकारियों ने कहा कि 30 दमकल गाड़ियां और 28 एंबुलेंस घटनास्थल पर भेजी गईं, लेकिन होटल एक चट्टान पर स्थित था। इस वजह से आग पर काबू पाने के लिए दमकलकर्मियों के प्रयासों में काफी बाधा आई।
एहतियात के तौर पर आस-पास के अन्य होटलों को खाली करा लिया गया, और मेहमानों को अन्य जगहों पर भेज दिया गया।
कार्तलकाया कोरोग्लू पहाड़ों में एक लोकप्रिय स्की रिसॉर्ट है, जो इस्तांबुल से लगभग 300 किलोमीटर (185 मील) पूर्व और राजधानी अंकारा से 170 किलोमीटर (100 मील) उत्तर-पश्चिम में स्थित है।
तुर्की के न्याय मंत्री यिलमाज़ टुनक ने घटना की जांच के लिए छह अभियोजकों को नियुक्त किया है।
अंतरराष्ट्रीय समाचार
एंटी-टैंक माइन को हटाने की कोशिश कर रहे दो कंबोडियाई डिमाइनिंग विशेषज्ञों की मौत
नोम पेन्ह, 17 जनवरी। कंबोडियाई माइन एक्शन सेंटर (सीएमएसी) ने बयान में कहा कि एक किसान के खेत से एंटी-टैंक माइन को हटाने की कोशिश कर रहे दो कंबोडियाई डिमाइनिंग विशेषज्ञों की मौत हो गई।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, बयान में कहा गया कि यह दुर्घटना उत्तरपश्चिमी ओड्डार मींचे प्रांत के त्रापेयांग प्रसात जिले के त्रापेयांग प्रे गांव में गुरुवार को बारूदी सुरंग हटाने के अभियान के दौरान हुई। इसमें कहा गया कि बारूदी सुरंग हटाने वाले डिमाइनिंग विशेषज्ञों की पहचान पोव नेपिन और ओउन चन्नारा के रूप में हुई है।
बयान में कहा गया है, “दोनों विशेषज्ञ एक किसान के चावल के खेत से एक एंटी-टैंक माइन को हटाने का काम करते समय मारे गए।”
कंबोडिया बारूदी सुरंगों से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में से एक है। अनुमान है कि 1998 में समाप्त हुए तीन दशकों के युद्ध और आंतरिक संघर्षों से 4 मिलियन से 6 मिलियन बारूदी सुरंगें और अन्य हथियार बचे हुए थे।
येल विश्वविद्यालय के अनुसार, 1965 और 1973 के बीच, अमेरिका ने कंबोडिया में 113,716 जगहों पर 230,516 बम गिराए थे।
कंबोडिया की एक आधिकारिक रिपोर्ट से पता चला है कि 1979 से 2024 तक, बारूदी सुरंगों और युद्ध के विस्फोटक अवशेष विस्फोटों ने 19,834 लोगों की जान ले ली और 45,252 अन्य घायल हो गए या उनके अंग काटे गए।
कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन मानेट ने पिछले नवंबर में एक सार्वजनिक भाषण में कहा कि हालांकि कंबोडिया ने 1998 में पूर्ण शांति हासिल कर ली थी, लेकिन बारूदी सुरंगों का साया अभी भी मंडरा रहा है और यह मानव जीवन के लिए एक गंभीर खतरा बना हुआ है।
उन्होंने कहा कि कंबोडिया ने अब तक 3,000 वर्ग किलोमीटर से अधिक बारूदी सुरंगों को साफ कर दिया है। 1 मिलियन से अधिक एंटी-पर्सनल माइन और 3 मिलियन युद्ध विस्फोटक अवशेषों को नष्ट कर दिया है।
मानेट ने कहा, “हमने 25 में से 15 राजधानी शहरों और प्रांतों को बारूदी सुरंगों से मुक्त घोषित कर दिया है, फिर भी हमारी यात्रा अभी खत्म नहीं हुई है। हमारे पास अभी भी 1,600 वर्ग किलोमीटर से अधिक दूषित भूमि है और वे लगभग 1 मिलियन लोगों के जीवन को प्रभावित कर रही हैं।”
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एआई पर अमेरिका के नियंत्रण कदम का बुरा असर पड़ेगा
बीजिंग, 14 जनवरी। चीनी वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने एआई के निर्यात पर अमेरिका के नियंत्रण कदम के बारे में सवाल का जवाब दिया।
प्रवक्ता ने कहा कि बाइडेन सरकार ने 13 जनवरी को एआई से संबंधित निर्यात नियंत्रण उपाय जारी किए। इससे एआई चिप्स और मॉडल पैरामीटर्स आदि पर निर्यात नियंत्रण को और कड़ा किया गया। इसके अलावा, दीर्घ-बाहु क्षेत्राधिकार बढ़ाकर तीसरे पक्ष और चीन के बीच सामान्य व्यापार में भी बाधा स्थापित की गई और धृष्टतापूर्वक हस्तक्षेप किया गया।
प्रवक्ता ने कहा कि इससे पहले अमेरिका के उच्च तकनीक उद्यमों और औद्योगिक संगठनों ने व्यापक माध्यमों से असंतोष और चिंता जताई। उनका मानना है कि अमेरिका सरकार के इस उपाय पर पूरी तरह से चर्चा नहीं की गई, जो एआई के क्षेत्र में अत्यधिक विनियमन है। इससे बड़ा बुरा असर पड़ेगा। बाइडेन सरकार ने उचित पहल की उपेक्षा कर जल्दबाजी में कदम उठाया। यह अंतर्राष्ट्रीय बहुपक्षीय आर्थिक और व्यापार नियम का खुला उल्लंघन है। चीन इसका कड़ा विरोध करता है।
प्रवक्ता ने यह भी कहा कि बाइडेन सरकार ने निर्यात नियंत्रण का दुरुपयोग किया। इससे देशों के बीच सामान्य आर्थिक और व्यापारिक आदान-प्रदान, बाजार के नियम, अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक और व्यापारिक व्यवस्था, वैश्विक तकनीकी नवाचार और अमेरिकी उद्यमों समेत विभिन्न देशों की कंपनियों के हितों पर बड़ा नुकसान पहुंचेगा। चीन अपने कानूनी हितों की रक्षा करने के लिए जरूरी कदम उठाएगा।
अंतरराष्ट्रीय समाचार
उत्तरी युगांडा में हैजा का प्रकोप, एक की मौत, 60 लोग अस्पताल में भर्ती
कंपाला, 14 जनवरी। उत्तरी युगांडा के लाम्वो जिले में हैजा के प्रकोप से एक व्यक्ति की मौत हो गई और 60 लोग अस्पताल में भर्ती हैं। जिले के स्वास्थ्य अधिकारी डेनिस ओकुला ने बताया कि शुरुआती मामले पिछले हफ्ते अगोरो सब-काउंटी में सामने आए।
मीडिया के अनुसार, सभी मरीजों में उल्टी, पतले दस्त, शरीर में कमजोरी और डिहाइड्रेशन के लक्षण देखे गए, लेकिन बुखार नहीं था। सैंपल जांच के बाद 10 जनवरी को 7 मामलों में हैजा की पुष्टि हुई।
ओकुला के अनुसार, खराब स्वच्छता और असुरक्षित जल स्रोतों के उपयोग के कारण यह बीमारी फैली है। समुदाय को स्वच्छता और सुरक्षित पानी के उपयोग के लिए जागरूक किया जा रहा है। स्वास्थ्य कर्मियों को हैजा के मामलों की पहचान और इलाज के लिए प्रशिक्षित किया गया है। बेहतर रिपोर्टिंग और निगरानी के उपाय अपनाए जा रहे हैं।
यह इलाका दक्षिण सूडान की सीमा के पास है, जहां से बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, हैजा एक गंभीर संक्रामक बीमारी है, जो पतले दस्त और उल्टी के रूप में सामने आती है।
जिम्बाब्वे में नवंबर 2023 से हैजा के 28 मामले और 2 मौतें दर्ज की गई हैं। बीमारी सबसे पहले मशोनालैंड वेस्ट प्रांत के करिबा जिले में शुरू हुई। अब यह 7 जिलों, जिसमें राजधानी हरारे भी शामिल है, तक फैल चुकी है।
अब तक 282 संदिग्ध मामलों में 275 मरीज ठीक हो चुके हैं। वहीं, 4,923 लोगों को हैजा रोधी वैक्सीन दी गई है।
जिम्बाब्वे में हैजा का प्रकोप अक्सर होता है। अगस्त 2023 में सरकार ने एक अन्य प्रकोप के अंत की घोषणा की थी, जो फरवरी 2023 में शुरू हुआ था और 700 से अधिक मौतों का कारण बना।
जिम्बाब्वे और युगांडा जैसे देशों में खराब जल और स्वच्छता व्यवस्था के कारण हैजा जैसी बीमारियां बार-बार फैलती हैं।
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