अंतरराष्ट्रीय
लकवा को मात देने वाला भारतीय हॉकी खिलाड़ी 2024 ओलंपिक में भाग लेगा।
छह साल पहले पीठ की चोट के कारण उनके दाहिने पैर में कुछ समय के लिए लकवा मार गया था, लेकिन सुखजीत सिंह ने अपने जीवन के “सबसे कठिन” दौर को पार करते हुए ओलंपिक के लिए जाने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम में जगह बनाई और 26 जुलाई से शुरू होने वाले खेलों में अपनी योग्यता साबित करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। 28 वर्षीय फारवर्ड अपने पहले ओलंपिक में भाग लेंगे। हॉकी इंडिया (एचआई) की विज्ञप्ति में 2022 में भारत के लिए पदार्पण करने वाले सुखजीत ने कहा, “ओलंपिक में खेलना हमेशा से मेरे और मेरे परिवार का सपना रहा है। यह किसी भी एथलीट के करियर का शिखर होता है और मुझे यह अवसर पाकर गर्व महसूस हो रहा है।”
“मुझे लगता है कि मेरी कड़ी मेहनत और लगन ने मुझे रंग दिखाया है। अब मैं टीम में अपनी भूमिका को बेहतरीन तरीके से निभाने और पेरिस में अपना सर्वश्रेष्ठ देकर अपने कोच और साथियों के भरोसे पर खरा उतरने के लिए दृढ़ संकल्पित हूं।” जालंधर में जन्मे सुखजीत ने छह साल की उम्र में हॉकी खेलना शुरू किया था, उन्हें अपने पिता अजीत सिंह से प्रेरणा मिली थी, जो पंजाब पुलिस के पूर्व हॉकी खिलाड़ी थे। कम उम्र में शुरुआत करने के बावजूद, सीनियर भारतीय टीम में उनका सफर आसान नहीं था।
2018 में, सुखजीत को सीनियर टीम के लिए कोर संभावित खिलाड़ियों के शिविर में शामिल किया गया था, लेकिन पीठ में लगी एक अजीब सी चोट के कारण उनके दाहिने पैर में अस्थायी रूप से लकवा मार गया, जिससे उनका सपना अधूरा रह गया।
“वह समय मेरे जीवन के सबसे कठिन समय में से एक था। लगभग पाँच महीने तक बिस्तर पर पड़े रहना शारीरिक और मानसिक रूप से थका देने वाला था। मैं चल नहीं सकता था, हॉकी खेलना तो दूर की बात थी, और यहाँ तक कि खुद से खाना खाने जैसा सबसे आसान काम भी असंभव हो गया था।
“हर दिन ऐसा लगता था कि हॉकी खेलने का मेरा सपना और दूर होता जा रहा है, और यह अविश्वसनीय रूप से निराशाजनक था,” उन्होंने याद किया।
सुखजीत ने कहा कि उनके परिवार, खासकर पिता के अटूट समर्थन और उनकी क्षमता में विश्वास ने उन्हें ऐसे समय में आगे बढ़ने में मदद की, जब उन्हें “हार मानने का मन हो रहा था।” “…मुझे उम्मीद खोने से मना करने के उनके फैसले ने मुझे अपने पैरों पर वापस खड़े होने में मदद की। मुझे मैदान पर वापस देखने का उनका दृढ़ संकल्प संक्रामक था, और इसने मुझे दर्द और चुनौतियों से उबरने की ताकत दी,” उन्होंने कहा।
चोट से उबरने के बाद, सुखजीत ने आखिरकार 2021-22 FIH प्रो लीग सीज़न के दौरान स्पेन के खिलाफ़ प्रतिष्ठित नीली जर्सी पहनी, जिसमें उन्होंने एक गोल के साथ अपनी शुरुआत की।
पिछले दो वर्षों में, सुखजीत ने अपनी उल्लेखनीय प्रतिभा और निरंतरता का प्रदर्शन किया है, उन्होंने देश के लिए खेले गए 70 मैचों में 20 गोल किए हैं।
उन्होंने भुवनेश्वर में 2023 एफआईएच हॉकी विश्व कप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसमें उन्होंने छह मैचों में तीन गोल किए। वह चेन्नई में एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी और पिछले साल हांग्जो एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली टीमों का भी हिस्सा थे।
हाल ही में, सुखजीत ने एफआईएच हॉकी प्रो लीग में पांच गोल करके महत्वपूर्ण योगदान दिया।
उन्होंने कहा, “पिछले दो साल मेरे लिए अविश्वसनीय रूप से फायदेमंद रहे हैं। हर मैच सीखने का अनुभव रहा है, जिसने मुझे बेहतर बनाने और टीम की सफलता में और अधिक योगदान देने के लिए प्रेरित किया।”
“मेरा ध्यान अब पूरी तरह से पेरिस ओलंपिक पर है, और मैं अपनी टीम को सर्वोच्च सम्मान हासिल करने में मदद करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए दृढ़ संकल्पित हूं।”
अंतरराष्ट्रीय
बांग्लादेश में खालिदा जिया की पार्टी के नेता पर बड़ा हमला, एक की मौत, कई घायल

नई दिल्ली, 23 अक्टूबर : बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के गिरने के बाद से अराजकता की स्थिति बनी हुई है। राजनीतिक उथल-पुथल के बीच बुधवार रात सावर में हुए एक हमले में बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के स्थानीय नेता की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए।
मारे गए शख्स की पहचान अबू सईद के रूप में हुई। वह बोंगा यूनियन बीएनपी के अंतर्गत वार्ड संख्या 4 के सहायक कार्यालय का सचिव था।
बांग्लादेशी मीडिया ने स्थानीय लोगों के हवाले से बताया कि बोंगा यूनियन बीएनपी के संगठन सचिव जाहिरउद्दीन बाबुल और स्थानीय निवासी जाकिर हुसैन के बीच राजनीतिक और व्यक्तिगत विवादों को लेकर लंबे समय से तनातनी चल रही थी।
आरोप है कि हाल ही में जाकिर हुसैन और उसके साथियों ने संगठन सचिव बाबुल पर हमला किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। कई दिनों तक अस्पताल में इलाज कराने के बाद बाबुल बुधवार को अपने घर लौटा। बाबुल की वापसी के साथ ही इलाके में फिर से तनाव का माहौल बन गया।
हालांकि, पुलिस ने दोनों पक्षों को शांति बनाए रखने के लिए कहा। बताया गया कि संगठन सचिव बाबुल अपने 10-12 समर्थकों के साथ रात करीब 9 बजे कोंडा बाजार से घर लौट रहा था।
इस दौरान जाकिर ने अपने क्लब के सामने अचानक से बाबुल और उसके समर्थकों पर हमला कर दिया, जिसमें कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलों को आनन-फानन में सावर के इनाम मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने अबू सईद को मृत घोषित कर दिया। वहीं बाबुल और तीन अन्य लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया। पुलिस हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए अभियान चला रही है।
यह मामला तब सामने आया है, जब पूर्व पीएम खालिदा जिया के बेटे और बीएनपी के कार्यकारी अध्यक्ष तारिक रहमान ने आगामी चुनाव में अपनी वापसी का ऐलान किया है।
बांग्लादेश में हाल के दिनों में पाकिस्तान और आईएसआई काफी सक्रिय हो चुके हैं। यूनुस सरकार ने सेना और डीजीआईएफ की जगह इस्लामिक रिवोल्यूशनरी आर्मी को लाने के लिए एक्शन तेज कर दिया है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार आईआरए की स्थापना के लिए पहले चरण का काम भी शुरू हो गया। आईआरए में जिन लोगों को शामिल किया जा रहा है, उन्हें आईएसआई ट्रेनिंग दे रहा है। अब तक 8850 लोगों की भर्ती या ट्रेनिंग दी गई है।
वहीं दूसरी ओर बांग्लादेश में सेना के 15 अधिकारियों पर शिकंजा कस दिया गया है। बांग्लादेश के अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी) ने बुधवार को 15 सैन्य अधिकारियों को जेल भेजने का आदेश दिया। जिन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है, वे शेख हसीन के करीबी माने जाते थे।
अंतरराष्ट्रीय
रूस के गोला-बारूद कारखाने के पास जोरदार धमाका, 4 लोगों की मौत

मॉस्को, 23 अक्टूबर : रूस के चेल्याबिंस्क क्षेत्र के कोपेयस्क शहर में एक व्यवसायिक प्रतिष्ठान में हुए धमाके में चार लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। न्यूज एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, क्षेत्रीय गवर्नर एलेक्सी टेक्सलर ने बताया कि ड्रोन हमले की कोई पुष्टि नहीं हुई है।
सभी इमरजेंसी सेवाएं घटनास्थल पर पहुंच गईं और एक कमांड सेंटर स्थापित कर दिया गया है।
क्षेत्रीय गवर्नर एलेक्सी टेक्सलर ने कहा कि शहरवासियों या उनकी संपत्ति को कोई खतरा नहीं है। ये विस्फोट स्थानीय समयानुसार आधी रात शहर के लेनिन्स्की जिले और पड़ोसी कोपेयस्क इलाके में हुए।
चश्मदीदों ने बताया कि धमाके के बाद शहर के ऊपर घना काला धुआं उठ रहा था। रूसी मीडिया आउटलेट एस्ट्रा के अनुसार, ये विस्फोट चेल्याबिंस्क के बाहरी इलाके में स्थित प्लास्टमास सैन्य संयंत्र के पास हुआ।
इस संयंत्र पर 76 से 152 मिमी कैलिबर की तोपों, तोपखाने प्रणालियों और टैंकों के लिए गोला-बारूद का उत्पादन किया जाता है। रूस समर्थक टेलीग्राम चैनलों ने दावा किया कि चेल्याबिंस्क क्षेत्र पर ड्रोन हमला हुआ था और विस्फोट के समय रूसी वायु रक्षा प्रणाली सक्रिय थी। यूक्रेनी सीमा से लगभग 1,800 किमी दूर स्थित यह संयंत्र रूस के पारंपरिक तोपखाना हथियारों के प्रमुख उत्पादकों में से एक है।
इससे पहले, यूक्रेनी ड्रोनों ने रूस के भीतरी इलाकों में हमला किया और मोर्दोविया में एक रक्षा-संबंधी यांत्रिक संयंत्र और डगेस्तन में एक प्रमुख तेल परिसर समेत दो प्रमुख औद्योगिक ठिकानों को निशाना बनाया।
यूक्रेनी सेना नियमित रूप से कब्जे वाले क्षेत्रों और रूस के भीतरी इलाकों में सैन्य बुनियादी ढांचे पर हमले करती है। इन हमलों के पीछे यूक्रेन की मंशा बिल्कुल साफ है। यूक्रेन रूस की युद्ध शक्ति को कम करना चाहता है, इसलिए वह रूस के सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बना रहा है।
स्थानीय अधिकारियों ने दावा किया कि यूक्रेनी ड्रोनों ने मंगलवार रात रूस के ब्रांस्क और रोस्तोव ओब्लास्ट पर “जबरदस्त हवाई हमला” किया। इस हमले में दो लोग घायल हो गए और सीमित नुकसान हुआ।
स्थानीय मीडिया के अनुसार, बुधवार देर रात दक्षिणी रूस के स्टावरोपोल शहर के ठीक बाहर एक सैन्य अड्डे के पास विस्फोटों की सूचना मिली। इसके अलावा, मध्य शहर कोपेयस्क में एक गोला-बारूद संयंत्र में भी विस्फोट हुए।
स्टावरोपोल में विस्फोट के बाद छर्रे लगने से एक महिला की मौत हो गई। सूत्रों ने रूसी मीडिया को बताया कि सैन्य स्थल के पास एक विस्फोटक उपकरण के साथ एक बेबी स्ट्रॉलर रखा गया था।
स्थानीय मीडिया के अनुसार, यह विस्फोट रूस की 247वीं गार्ड्स एयरबोर्न असॉल्ट रेजिमेंट के पास एक बस स्टॉप पर हुआ।
अंतरराष्ट्रीय
सर्बियाई संसद के बाहर गोलीबारी, राष्ट्रपति ने बताया आतंकी हमला

बेलग्रेड, 22 अक्टूबर : सर्बिया की राजधानी स्थित संसद भवन के बाहर गोलीबारी को राष्ट्रपति एलेक्जेंडर वुसिक ने आतंकवादी हमला बताया है। उनके मुताबिक सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों के एक टेंट को निशाना बनाया गया जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया और एक अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया।
नोवा टीवी के अनुसार राष्ट्रपति एक अनुबंध पर हस्ताक्षर के अवसर पर आयोजित समारोह में शामिल हुए थे। फायरिंग के बाद वुसिक ने कहा कि उन्हें “सर्बियाई संसद के सामने आतंकवादी कृत्य” के कारण बैठक छोड़नी पड़ेगी और “दिन के दौरान कुछ अन्य काम भी निपटाने होंगे”।
स्थानीय मीडिया के अनुसार, बुधवार को बेलग्रेड में सर्बिया के संसद भवन के बाहर गोलीबारी हुई और एक व्यक्ति घायल हो गया।
नोवा मीडिया आउटलेट पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में सशस्त्र सुरक्षा अधिकारियों को संसद के बाहर कैंसिलैंड (सर्बियाई भाषा में विरोध स्वरूप लगाया गया तंबू स्थल) के पास जाते हुए दिखाया गया है।
कुछ गोलियां चलीं और फिर तंबू के अंदर आग लग गई। यह तंबू सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान राष्ट्रपति एलेक्जेंडर वुसिक के समर्थकों द्वारा इस साल लगाए गए कई तंबुओं में से एक था।
बताया गया है कि दमकलकर्मियों ने आग पर तुरंत काबू पा लिया और घटनास्थल के पास पुलिस नाकेबंदी से तंबू के जले हुए अवशेष दिखाई दे रहे थे।
ब्रॉडकास्टर आरटीएस के अनुसार, एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है और एक अन्य व्यक्ति को आपातकालीन चिकित्सा केंद्र ले जाया गया है।
वहीं, स्थानीय पुलिस ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। एन1 टीवी ने कहा कि एक 57 वर्षीय व्यक्ति गोली लगने से घायल हो गया है हालांकि उसकी हालत स्थिर है। एक्स पर पोस्ट किए गए अन्य वीडियो में एक व्यक्ति जमीन पर लेटा हुआ दिखाई दे रहा है, जिसके हाथ उसकी पीठ के पीछे हैं और पुलिस अधिकारियों ने उसे घेर रखा है।
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