पर्यावरण
दिल्ली एनसीआर : 21 और 22 जनवरी को होगी तेज बारिश, तब तक रहेगा घना कोहरा

नोएडा, 17 जनवरी। मौसम में फिर एक बार बदलाव देखने को मिला है। एक तरफ जहां मकर संक्रांति के बाद मौसम काफी साफ हो जाता है और लोगों को ठंड से निजात मिलती दिखाई देती है, वहीं इसके उलट न्यूनतम पारा लगातार गिर रहा है और घने कोहरे से भी लोगों का सामना हो रहा है।
मौसम विभाग की मानें तो आने वाले 21 और 22 जनवरी को तेज बारिश से एनसीआर के लोगों का सामना हो सकता है और तब तक लोग घने कोहरे, तेज हवा के कारण कड़कड़ाती ठंड से मुकाबला करेंगे। मौसम विभाग की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक 17 जनवरी को एनसीआर में घना कोहरा छाया हुआ है और अधिकतम तापमान 19 डिग्री और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री दर्ज किया गया है।
वहीं पर मौसम विभाग के मुताबिक 18 जनवरी को अधिकतम तापमान 19 डिग्री और न्यूनतम तापमान 7 डिग्री रहने की संभावना जताई गई है। 19 जनवरी को भी मौसम विभाग के अनुसार अधिकतम तापमान 20 और न्यूनतम तापमान 6 डिग्री रहने की संभावना है। इसके अगले दिन 20 जनवरी को मौसम विभाग ने बताया है कि एनसीआर में घना कोहरा छाया रहेगा और अधिकतम तापमान 21 डिग्री और न्यूनतम तापमान 9 डिग्री बने रहने की संभावना है।
इसके बाद ऐसे ही 21 और 22 जनवरी को भी मौसम विभाग के मुताबिक तेज बारिश से एनसीआर के लोगों का सामना होगा और दोनों ही दिन अधिकतम तापमान 21 डिग्री और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री रहने की संभावना जताई गई है। लगातार पश्चिमी विक्षोभ में हो रही गड़बड़ी के कारण एक तरफ पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी देखने को मिल रही है, तो दूसरी तरफ उसका असर पास के मैदानी इलाकों में भी हो रहा है। इसलिए अचानक एनसीआर में मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है।
पर्यावरण
दिल्ली-एनसीआर में हल्की बारिश से तापमान में गिरावट, एक्यूआई में हुआ सुधार

नई दिल्ली, 4 फरवरी। दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार सुबह हल्की बारिश हुई। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पूरे दिन बारिश जारी रहने की संभावना जताई है।
दिल्ली-एनसीआर में हुई हल्की बारिश से एक्यूआई में सुधार होने से प्रदूषण से राहत मिली है।
आईएमडी ने अनुमान लगाया है कि 5 फरवरी तक बारिश कम हो जाएगी। लेकिन, दिल्ली में कोहरे का स्तर बढ़ने की उम्मीद है। कुछ अलग-अलग इलाकों में घना कोहरा अभी भी बना हुआ है, वहीं मौसम विभाग ने मंगलवार को आंधी-तूफान की संभावना भी जताई है।
शहर में न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जिसे आईएमडी ने फरवरी के लिए सामान्य से अधिक बताया है, जबकि अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की उम्मीद है।
बारिश की वजह से दिल्ली की हवा की गुणवत्ता में कुछ सुधार हुआ है, हालांकि प्रदूषण का स्तर ‘खराब’ श्रेणी में अभी भी बना हुआ है। मंगलवार सुबह 7 बजे केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, चांदनी चौक में वायु गुणवत्ता सूचकांक 265, आईटीओ पर 232, लोधी रोड पर 132 और श्री अरबिंदो मार्ग पर 228 रहा।
आगे बारिश जारी रहती है तो एक्यूआई में और सुधार होने की उम्मीद है।
हरियाणा के गुरुग्राम में वायु गुणवत्ता सूचकांक 302 रहा जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है, जबकि फरीदाबाद में यह 217 रहा जो ‘खराब’ श्रेणी में है।
पिछले सप्ताह, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने एक्यूआई के 350 अंक से अधिक हो जाने के बाद ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के चरण 3 के उपायों को लागू किया था, जिससे शहर में प्रदूषण नियंत्रण के लिए कड़े उपाय किए गए थे।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिनों में उत्तर पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में अस्थायी वृद्धि की भविष्यवाणी की है। इसके बाद, अगले तीन दिनों में तापमान में धीरे-धीरे 2-3 डिग्री की गिरावट आ सकती है।
मौसम की स्थिति गतिशील रहने की संभावना है, क्योंकि 8 फरवरी से एक और पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत को प्रभावित करेगा, जिससे तापमान और वायुमंडलीय स्थितियों में नए उतार-चढ़ाव आएंगे।
दिल्ली के अलावा, आईएमडी ने 5 फरवरी तक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्सों में भी बारिश का अनुमान जताया है।
आपदा
मणिपुर के सीएम एन. बीरेन सिंह ने पर्यावरण क्षरण पर जताई चिंता

इंफाल, 3 फरवरी। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने रविवार को बड़े पैमाने पर वनों की कटाई के कारण पर्यावरण के क्षरण और जल स्रोतों के विलुप्त होने पर चिंता जताई।
भूजल को पानी के स्रोत के रूप में उपयोग करने की आवश्यकता पर बल देते हुए मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने बताया कि लघु सिंचाई विभाग के अंतर्गत 500 से अधिक ग्राउंड ड्रिलिंग पंप स्थापित किए गए हैं।
कांचीपुर के लीशांग हिडेन में विश्व वेटलैंड दिवस 2025 के अवसर पर आयोजित एक समारोह में बोलते हुए उन्होंने जल निकायों को पुनर्जीवित करने के लिए राज्य सरकार की पहल पर प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया कि यारल-पैट का जीर्णोद्धार किया जा चुका है। लाम्फेलपैट वॉटरबॉडी परियोजना का कायाकल्प लगभग 650 करोड़ रुपये की परियोजना लागत के साथ किया गया था।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इंफाल नदी और कोंगबा नदी सहित विभिन्न नदियों के सौंदर्यीकरण का कार्य 86 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा।
मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने कहा कि वे स्वयं भी पर्यावरण के प्रति काफी चिंतित हैं तथा उन्होंने कुछ वर्ष पहले नम्बुल नदी की खस्ताहाल स्थिति को भी याद किया।
सीएम बीरेन सिंह ने कहा कि नदी की सफाई की प्रक्रिया 2004 में तब शुरू हुई थी, जब वह वन एवं पर्यावरण मंत्री (कांग्रेस सरकार में) थे।
उन्होंने कहा कि 2017 में मणिपुर का मुख्यमंत्री बनने के बाद, नम्बुल नदी के पुनरुद्धार और संरक्षण का काम जारी रहा। नम्बुल नदी के किनारे के घरेलू कचरे को पाइपलाइनों के माध्यम से लाया जाता है और मोंगसांगेई में जल उपचार संयंत्र में उपचार किया जा रहा है।
मणिपुर सरकार की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बड़े पैमाने पर अफीम की खेती के कारण वनों की कटाई से पारिस्थितिकी तंत्र पर कई प्रतिकूल प्रभाव पड़े हैं, जिनमें मिट्टी का कटाव, जैव विविधता की हानि और स्थानीय जलवायु में परिवर्तन शामिल हैं।
पर्यावरण
दिल्ली में वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंची

नई दिल्ली, 3 फरवरी। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली की हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच गई है। सोमवार सुबह 6 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 313 था।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दिल्ली में घने कोहरे के कारण येलो अलर्ट जारी किया है। इसमें कहा गया है कि विजिबिलिटी कम हो सकती है, जिससे ट्रैफिक में दिक्कतें आ सकती हैं। आने वाले दिनों में बादल छाए सकते हैं और हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है।
पिछले कुछ दिनों में एक्यूआई का स्तर तेजी से बढ़ा है, जो खराब स्थिति की ओर इशारा करता है। प्रदूषण में ये बढ़ोतरी खराब मौसम के कारण हुई है, जिसने स्थिति को और खराब बना दिया है।
सोमवार सुबह तक दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में एक्यूआई की चिंता बढ़ाने वाली रीडिंग मिली। आनंद विहार में एक्यूआई 357 था, जबकि अशोक विहार में 335 था। वहीं, जहांगीरपुरी, पंजाबी बाग, पटपड़गंज और वजीरपुर जैसे इलाकों में एक्यूआई 322 से 347 के बीच रहा।
इस बीच, विवेक विहार में सबसे अधिक एक्यूआई 359 दर्ज किया गया, जो दिल्ली में वायु प्रदूषण की गंभीरता को दिखाता है। आर के पुरम, चांदनी चौक और नजफगढ़ जैसे इलाकों में भी एक्यूआई 300 से ऊपर रहा, जिससे इन इलाकों को ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रखा गया।
हवा की गुणवत्ता खराब होने के कारणों में हवा का शांत होना, हवा की दिशा में बदलाव, धुंध आदि शामिल हैं। इसके अलावा, सोमवार सुबह दिल्ली के कुछ हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा, जिससे स्थिति और खराब हो गई। इस कोहरे के कारण दृश्यता कम हो गई और हवा की गुणवत्ता और बिगड़ी।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली में दिन में तापमान 22 डिग्री सेल्सियस और रात में 9 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा।
आने वाले दिनों में, दिल्ली के लिए वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली का अनुमान है कि एक्यूआई 3 से 4 फरवरी तक ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहेगा।
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