दुर्घटना
असम : कोयला खदान में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए भारतीय सेना ने टास्क फोर्स का गठन किया

गुवाहाटी, 7 जनवरी। भारतीय सेना ने असम के दीमा हसाओ जिले के उमरांगशु इलाके में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए एक रिलीफ टास्क फोर्स की तैनाती की है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने फंसे हुए मजदूरों को बचाने के लिए सेना से सहायता मांगी।
एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने कहा, ” भारतीय सेना ने असम के दीमा हसाओ जिले के सुदूर औद्योगिक शहर उमरंगशु में फंसे खनिकों को बचाने के लिए एक राहत कार्य बल तैनात किया है।”
टास्क फोर्स गोताखोरों, सैपर्स और अन्य आवश्यक चीजों से लैस है। अधिकारी ने कहा, “राहत टास्क फोर्स में गोताखोरों, सैपर्स और अन्य संबंधित कर्मियों जैसे विशेषज्ञ शामिल हैं, जिनके पास आवश्यक उपकरण हैं। भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी फंसे हुए माइनर्स को जल्दी से जल्दी बचाने के लिए नागरिक प्रशासन के साथ समन्वय करने के लिए घटनास्थल पर पहुंचेंगे।”
मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि उमरंगशु इलाके में कोयला खदान में फंसे नौ मजदूरों की पहचान कर ली गई है।
राज्य प्रशासन और पुलिस ने खदान में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए अभियान शुरू कर दिया है।
पुलिस के अनुसार, कोयला खदान में फंसे नौ मजदूरों में से एक नेपाल का नागरिक है, एक पश्चिम बंगाल का है और बाकी असम के अलग-अलग इलाकों से हैं। इनकी पहचान गंगा बहादुर श्रेठ, हुसैन अली, जाकिर हुसैन, सर्पा बर्मन, मुस्तफा शेख, खुशी मोहन राय, संजीत सरकार, लिजान मगर और शरत गोयरी के रूप में हुई है।
सीएम सरमा ने एक्स को लिखा, “हमने बचाव अभियान में सेना से मदद मांगी है। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) भी प्रयासों में सहायता के लिए घटनास्थल पर जा रहे हैं।”
मुख्यमंत्री ने दीमा हसाओ जिले के जिला आयुक्त और पुलिस अधीक्षक को घटनास्थल पर भेजा है। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री कौशिक राय भी घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं।
सरमा ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “उमरंगशू से दुखद खबर आई है, जहां मजदूर कोयला खदान में फंसे हुए हैं। अभी तक सही संख्या और स्थिति अज्ञात है। डीसी, एसपी और मेरे सहयोगी कौशिक राय घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं। ईश्वर से सभी की सुरक्षा की प्रार्थना कर रहा हूं।”
दुर्घटना
‘स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की मदद कर रहा’, शिरगांव हादसे पर पीएम मोदी ने जताया दुख

नई दिल्ली, 3 मई। गोवा के शिरगांव में लैराई देवी जात्रा के दौरान मची भगदड़ में 5 से ज्यादा लोगों की मौत और 30 से अधिक लोगों के घायल होने की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट जारी कर लिखा,”गोवा के शिरगांव में भगदड़ के कारण हुई मौतों से दुखी हूं। अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति संवेदना। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी”
इससे पहले, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने एक्स पोस्ट में लिखा, “आज सुबह शिरगांव के लैराई जात्रा में हुई दुखद भगदड़ से मैं बहुत दुखी हूं। मैं घायलों से मिलने अस्पताल गया और प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। मैं व्यक्तिगत रूप से स्थिति की निगरानी कर रहा हूं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि हर आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझसे बात की और स्थिति का विस्तृत जायजा लिया, इस कठिन समय में अपना पूरा समर्थन देने की पेशकश की।”
बता दें, यह घटना शनिवार तड़के हुई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार घटना के पीछे भीड़भाड़ एक बड़ा कारण हो सकता है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भीड़ के एक हिस्से के नियंत्रण खो देने के बाद स्थिति और बिगड़ गई। स्थानीय लोगों और मंदिर के स्वयंसेवकों ने लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए दौड़ लगाई।
यह भगदड़ उस समय हुई जब हजारों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर में सदियों पुरानी रस्म को देखने और उसमें भाग लेने के लिए उमड़े थे, जहां आस्थावान नंगे पैर जलते अंगारों पर चलते हैं। भगदड़ तब हुई जब धार्मिक यात्रा के एक बिंदु पर ढलान के कारण भीड़ एक साथ तेजी से आगे बढ़ने लगी।
अपराध
देवबंद की पटाखा फैक्ट्री में भीषण विस्फोट, कई मजदूरों की मौत

सहारनपुर, 26 अप्रैल। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले स्थित देवबंद में शनिवार सुबह एक पटाखा फैक्ट्री में भीषण विस्फोट हुआ, जिसमें कई मजदूरों की मौत हो गई। यह हादसा निहालखेड़ी गांव के पास स्टेट हाईवे-59 पर स्थित एक अवैध फैक्ट्री में सुबह करीब 7 बजे हुआ। घटना के समय फैक्ट्री में 9 कर्मचारी काम कर रहे थे। विस्फोट इतना जोरदार था कि पूरी इमारत ध्वस्त हो गई, और मजदूरों के शव के टुकड़े 200 मीटर दूर तक बिखर गए। आशंका है कि मलबे में कुछ लोग दबे हो सकते हैं।
विस्फोट की आवाज 2 किलोमीटर तक सुनाई दी, जिससे आसपास के गांव दहल गए। एक व्यक्ति का आधा शरीर और दूसरे का हाथ 150 मीटर दूर मिला। घटना का वीडियो दिल दहला देने वाला है।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंचीं। पुलिस ने इलाके को सील कर दिया और बचाव कार्य शुरू किया। घायलों के परिजन मौके पर पहुंचे, जिनका रो-रोकर बुरा हाल है। गुस्साए ग्रामीणों ने हाईवे जाम कर दिया और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। कई थानों की पुलिस फोर्स को बुलाया गया ताकि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके।
सूत्रों के मुताबिक, यह फैक्ट्री अवैध रूप से चल रही थी, जहां प्रतिबंधित पटाखे बनाए जा रहे थे। विस्फोट इतना तेज था कि मजदूरों को बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिला। मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका है। हादसे में मरने वालों की पहचान अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है।
यह सहारनपुर में इस तरह का पहला हादसा नहीं है। इससे पहले 2 मई 2022 को सरसावा थाना क्षेत्र के सौराना गांव में भी एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट हुआ था, जिसमें तीन लोगों की मौत हुई थी और एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ था। उस समय भी मृतकों के शव के टुकड़े 200 मीटर दूर बिखरे थे।
स्थानीय लोग प्रशासन की लापरवाही से नाराज हैं। उनका कहना है कि अवैध फैक्ट्रियां बार-बार हादसों का कारण बन रही हैं, लेकिन प्रशासन केवल हादसे के बाद कार्रवाई करता है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और मलबे से लोगों को निकालने का प्रयास जारी है।
दुर्घटना
दिल्ली के लॉरेंस रोड इंडस्ट्रियल एरिया की जूता-चप्पल फैक्ट्री में लगी भीषण आग

नई दिल्ली, 21 अप्रैल। दिल्ली के लॉरेंस रोड इंडस्ट्रियल एरिया में सोमवार सुबह एक जूता-चप्पल बनाने वाली फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
दमकल विभाग की एक दर्जन से ज्यादा गाड़ियां मौके पर पहुंचकर आग बुझाने की कोशिश में जुटी हैं, लेकिन आग के विकराल रूप को देखते हुए इसे काबू करना चुनौतीपूर्ण बना हुआ है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, आग सुबह के समय अचानक भड़की। आग की लपटें और धुएं का गुबार इतना ज्यादा था कि आसपास की फैक्ट्रियों को भी एहतियातन खाली कराया गया। राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाए जा रहे हैं, ताकि कोई जनहानि न हो। अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन आग की वजह से फैक्ट्री में भारी नुकसान होने की आशंका है।
दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मामले की सूचना 7:20 पर फायर कंट्रोल रूम को मिली। जिसके बाद गाड़ियों को रवाना किया गया। अभी तक किसी के हताहत होने या घायल होने की सूचना नहीं है। आग पर काबू पाने के लिए टीमें लगातार काम कर रही हैं। हालांकि, आग लगने के सटीक कारणों का अभी पता नहीं चल सका है।
प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट या मशीनरी में खराबी की आशंका जताई जा रही है, लेकिन पूरी जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। दिल्ली पुलिस, दमकल विभाग और राहत-बचाव दल मौके पर मौजूद हैं और स्थिति को नियंत्रित करने में जुटे हैं।
आग की वजह से आसपास के इलाके में धुआं फैल गया, जिससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत आने लगी। स्थानीय लोगों और फैक्ट्री कर्मचारियों में दहशत का माहौल है। प्रशासन ने इलाके की घेराबंदी कर दी है और लोगों से सुरक्षित दूरी बनाए रखने की अपील की है।
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