राजनीति
परीक्षा पे चर्चा : छात्र के सवाल पर पीएम मोदी का जवाब , “बिहार का लड़का राजनीति की बात न करे हो ही नहीं सकता”
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नई दिल्ली, 10 फरवरी। ‘परीक्षा पे चर्चा’ के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बच्चों ने कुछ सवाल भी किए, जिसका उन्होंने सहज अंदाज में जवाब दिया। पीएम मोदी ने बच्चों को तनाव मुक्त रहने का मंत्र तो दिया ही, साथ ही माहौल को सामान्य भी बना दिया। ऐसा ही एक क्षण तब आया जब बिहार के विराज ने एक सवाल किया!
विराज ने प्रधानमंत्री से एक सवाल किया, “आप इतने बड़े ग्लोबल लीडर हैं और कई बड़े पदों पर रहे हैं। आप हमसे दो-तीन ऐसी बातें शेयर कीजिए, जो आपसे संबंधित हों और जो हमें बच्चों को आगे बढ़ने में मदद करें?”
इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने हंसते-मुस्कुराते हुए कहा, “बिहार का लड़का हो और राजनीति की बात न हो, यह हो ही नहीं सकता।”
फिर प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों से सवाल किया, “… और अगर किसी के मन में लीडरशिप को लेकर कोई सवाल आता है, तो पूछें।” इस पर एक छात्र ने अनायास कहा, “कैसे बताऊं?”
प्रधानमंत्री ने भी हंसते हुए कहा कि जैसे मन करे, वैसे बताओ। प्रधानमंत्री की इस बात को सुनकर वहां मौजूद सभी छात्र हंस पड़े।
छात्र ने प्रधानमंत्री से सवाल किया, “जैसे हम क्लासरूम में मॉनिटर होते हैं और किसी को कहते हैं कि तुम नीचे बैठ जाओ, तो ऐसी स्थिति में हम उसे ये तो नहीं कह सकते हैं कि ‘न तुम बैठ जाओ, नहीं तो मैं तुम्हारा नाम लिख दूंगा’, तो ऐसी स्थिति में कोई तरीका है, जिससे कि हम उसे समझा सकें?”
इस पर प्रधानमंत्री ने उस छात्र को अच्छे लीडरशिप के गुण बताए। प्रधानमंत्री ने कहा, “लीडरशिप का मतलब हमेशा कुर्ता पजामा पहनना या मंच पर बड़े-बड़े भाषण देना नहीं होता है। आपको सबसे पहले खुद को एक उदाहरण बनाना होगा। अगर मान लीजिए कि समय पर आना है और ऐसी स्थिति में मॉनिटर ही कहेगा कि ‘आप लोग चले जाइए, मैं बाद में आऊंगा’, तो ऐसी स्थिति में मॉनिटर की बात कौन सुनेगा? अगर मान लीजिए कि किसी का होमवर्क नहीं हुआ, तो आप उसकी मदद कर सकते हैं। आप उसे कह सकते हैं कि ‘चलिए, मैं तुम्हारे होमवर्क करने में मदद करता हूं।’ आपके क्लास में पढ़ने वाले बच्चों को लगना चाहिए कि मॉनिटर मेरी मदद करता है, मुझे डांटता नहीं है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि लीडरशिप थोपी नहीं जाती है। अगर आप किसी को ज्ञान झाड़ देंगे, तो कोई आपको स्वीकार नहीं करेगा। आपका व्यवहार ऐसा होना चाहिए कि लोग आपको खुद स्वीकार करें।
दुर्घटना
जबलपुर में सड़क दुर्घटना में सात कुंभ यात्रियों की मौत, सीएम मोहन यादव ने जताया शोक
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जबलपुर 11 फरवरी। मध्य प्रदेश के जबलपुर में मंगलवार की सुबह कुंभ यात्रियों का वाहन एक ट्रक से टकरा गया। इस हादसे में सात लोगों की मौत हुई है। राहत और बचाव कार्य जारी है। मिली जानकारी के अनुसार, नेशनल हाईवे क्रमांक 30 पर मंगलवार को प्रयागराज से लौट रहे श्रद्धालुओं का ट्रैवलर वाहन गलत साइड से चल रहे ट्रक से टकरा गया। इसके बाद दो अन्य कारें भी इस हादसे की चपेट में आईं। ट्रैवलर वाहन में सवार सात लोगों की मौत हो गई है और कई लोग घायल हुए हैं।
बताया गया है कि यह हादसा सिहोरा गांव के पास हुआ है। ट्रैवलर वाहन में सवार लोग प्रयागराज से लौट रहे थे, तभी विपरीत दिशा से गलत साइड पर चल रहे ट्रक से श्रद्धालुओं के वाहन की टक्कर हो गई। ट्रैवलर वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ है। इस हादसे में सात लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं कई लोग घायल हुए हैं। इसके अलावा, ट्रैवलर वाहन के पीछे चल रही कार भी हादसे का शिकार हुई। हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंच गया है। हादसे का शिकार हुए लोग आंध्र प्रदेश के निवासी बताए जा रहे हैं।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, जो ट्रैवलर वाहन हादसे का शिकार हुआ है, उसका नंबर आंध्र प्रदेश का है। इस वाहन में सवार लोग भी आंध्र प्रदेश के निवासी हैं। वहीं, ट्रैवलर वाहन के पीछे चल रही कार भी दुर्घटनाग्रस्त हुई, लेकिन एयर बैग की वजह से कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है।
इस हादसे पर सीएम मोहन यादव ने शोक व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट किया, “जबलपुर जिले के सिहोरा में नागपुर-प्रयागराज नेशनल हाईवे पर प्रयागराज से वापस आ रही ट्रैवलर और ट्रक की भीषण सड़क दुर्घटना में आंध्रप्रदेश राज्य के तीर्थयात्रियों की असामयिक मृत्यु एवं घायल होने का समाचार अत्यंत ही दुखद है, मेरी संवेदनाएं सभी शोकाकुल परिजनों के साथ हैं।
“जिला प्रशासन को निर्देशित किया है कि घायलों का समुचित उपचार एवं सभी मृतकों के परिजनों से संपर्क कर पार्थिव देह को पहुंचाने की व्यवस्था की जाए। बाबा महाकाल से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें। शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति देने तथा घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”
राजनीति
इंडिया एनर्जी वीक 2025 में पीएम मोदी ने कहा- भारत विकास और पर्यावरण दोनों को समृद्ध करने के लिए प्रतिबद्ध
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New Delhi : Prime Minister Narednra Modi addresses a programme marking 20 years of completion of SWAGAT initiative in Gujarat through video conferencing onThursday, April 27, 2023. (Photo:IANS/Video Grab)
पेरिस, 11 फरवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस की दो दिवसीय यात्रा के दौरान वर्चुअली ‘इंडिया एनर्जी वीक 2025’ को संबोधित करते हुए कहा कि 21वीं सदी भारत की सदी है। भारत केवल अपनी नहीं, बल्कि पूरी दुनिया की विकास यात्रा को गति दे रहा है, और इसमें ऊर्जा क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि भारत की ऊर्जा महत्वाकांक्षाएं पांच स्तंभों पर आधारित हैं। संसाधनों का कुशल दोहन, नवाचार को बढ़ावा, मजबूत अर्थव्यवस्था और स्थिर राजनीतिक स्थिति, रणनीतिक भौगोलिक स्थिति और वैश्विक स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत 2030 तक 500 गीगावॉट अक्षय ऊर्जा क्षमता जोड़ने, भारतीय रेलवे को नेट ज़ीरो कार्बन उत्सर्जन की ओर ले जाने और हर साल 50 लाख मीट्रिक टन ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन का लक्ष्य रख रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि ये लक्ष्य महत्वाकांक्षी लग सकते हैं, लेकिन पिछले 10 वर्षों में भारत ने जो उपलब्धियां हासिल की हैं, वे इन लक्ष्यों को प्राप्त करने की क्षमता को दर्शाती हैं।
प्रधानमंत्री ने भारत की आर्थिक प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा कि देश ने पिछले 10 वर्षों में दुनिया की 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का सफर तय किया है। भारत की सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता 32 गुना बढ़ी है, जिससे देश दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा सौर ऊर्जा उत्पादक बन गया है। गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित ऊर्जा क्षमता भी तीन गुना बढ़ी है।
मोदी ने कहा कि भारत पेरिस समझौते के लक्ष्यों को समय से पहले पूरा करने वाला पहला जी-20 देश है। उन्होंने इथेनॉल सम्मिश्रण की सफलता को रेखांकित करते हुए कहा कि आज भारत में 19 प्रतिशत इथेनॉल सम्मिश्रण किया जा रहा है, जिससे विदेशी मुद्रा की बचत हुई है, किसानों की आय बढ़ी है और कार्बन उत्सर्जन में कमी आई है। भारत अक्टूबर 2025 से पहले 20 प्रतिशत इथेनॉल सम्मिश्रण का लक्ष्य हासिल कर लेगा। प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत के नेतृत्व में बने ‘ग्लोबल बायोफ्यूल्स एलायंस’ से 28 देश और 12 अंतरराष्ट्रीय संगठन जुड़ चुके हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत अपने हाइड्रोकार्बन संसाधनों की संभावनाओं को पूरी तरह से तलाशने के लिए सुधार कर रहा है। बड़ी खोजों और गैस बुनियादी ढांचे के विस्तार के कारण भारत का गैस क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है। वर्तमान में भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रिफाइनिंग हब है और सरकार इसे 20 प्रतिशत तक बढ़ाने के लिए प्रयासरत है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की तलछटी घाटियों (सेडीमेंटरी बेसिन) में कई हाइड्रोकार्बन संसाधन हैं, जिनमें से कुछ की खोज हो चुकी है और कुछ की खोज बाकी है। सरकार ने ‘ओपन एकरेज लाइसेंसिंग पॉलिसी’ बनाई है, जिससे अपस्ट्रीम सेक्टर अधिक आकर्षक हुआ है। सरकार ने समुद्री क्षेत्र में तेल और गैस संसाधनों की खोज, उत्पादन और रणनीतिक पेट्रोलियम भंडार बनाए रखने के लिए कई नीतिगत सुधार किए हैं।
मोदी ने कहा कि भारत में पाइपलाइन बुनियादी ढांचे में वृद्धि के कारण प्राकृतिक गैस की आपूर्ति बढ़ रही है और भविष्य में इसका उपयोग और बढ़ेगा। उन्होंने निवेशकों को ऊर्जा क्षेत्र में अपार संभावनाओं का लाभ उठाने का आह्वान किया।
उन्होंने बताया कि ‘मेक इन इंडिया’ और स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला को बढ़ावा देने के तहत भारत में फोटोवोल्टिक (पीवी) मॉड्यूल और अन्य हार्डवेयर के निर्माण की विशाल संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि भारत की सौर पीवी मॉड्यूल निर्माण क्षमता पिछले दस वर्षों में 2 गीगावॉट से बढ़कर 70 गीगावॉट हो गई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बैटरियों और ऊर्जा भंडारण क्षमता के क्षेत्र में नवाचार और निर्माण की विशाल संभावनाएं हैं। भारत इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की ओर तेजी से बढ़ रहा है, और बैटरियों की मांग को पूरा करने के लिए ऊर्जा भंडारण क्षेत्र में तेजी से काम करने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष के बजट में ग्रीन एनर्जी को समर्थन देने के लिए कई घोषणाएं की गई हैं। सरकार ने ईवी और मोबाइल फोन बैटरियों के निर्माण से जुड़ी कई सामग्रियों को बेसिक कस्टम ड्यूटी से मुक्त कर दिया है, जिससे इस क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहन मिलेगा।
पीएम मोदी ने ‘राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज मिशन’ का उल्लेख करते हुए कहा कि यह भारत में एक सशक्त आपूर्ति श्रृंखला के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। सरकार गैर-लिथियम बैटरी पारिस्थितिकी तंत्र को भी बढ़ावा दे रही है और इस साल के बजट में न्यूक्लियर ऊर्जा क्षेत्र को भी निजी निवेश के लिए खोला गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र में हर निवेश युवाओं के लिए नई नौकरियां पैदा कर रहा है और ग्रीन जॉब्स के अवसर बना रहा है। सरकार जनता को ऊर्जा क्षेत्र से जोड़कर इसे और मजबूत बना रही है। उन्होंने ‘पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना’ का उल्लेख करते हुए कहा कि यह योजना केवल ऊर्जा उत्पादन तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे सौर क्षेत्र में नई स्किल्स विकसित हो रही हैं, नया सेवा पारिस्थितिकी तंत्र तैयार हो रहा है और निवेश की संभावनाएं बढ़ रही हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत ऐसे ऊर्जा समाधान देने के लिए प्रतिबद्ध है, जो देश की विकास यात्रा को ऊर्जा प्रदान करें और पर्यावरण को भी समृद्ध करें। ‘इंडिया एनर्जी वीक’ इस दिशा में महत्वपूर्ण पहल करेगा और दुनिया भर के निवेशक भारत में उभरते अवसरों का लाभ उठाएंगे।
अंतरराष्ट्रीय समाचार
पीएम मोदी ने अमेरिकी चुनाव में जीत के लिए जेडी वेंस को दी बधाई
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पेरिस, 11 फरवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेरिस में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों द्वारा आयोजित राजकीय रात्रिभोज के दौरान अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से मुलाकात की। यह मुलाकात वाशिंगटन की उनकी आगामी यात्रा से पहले ट्रंप प्रशासन के शीर्ष नेतृत्व के साथ पहली बातचीत थी।
इस दौरान पीएम मोदी ने जेडी वेंस को उनकी चुनावी जीत पर बधाई दी और उनसे गर्मजोशी से हाथ मिलाते हुए कहा, “बधाई हो। शानदार जीत।”
धानमंत्री कार्यालय ने इस बातचीत की तस्वीरें साझा की और बताया कि पीएम मोदी ने राष्ट्रपति मैक्रों और अमेरिकी उपराष्ट्रपति वेंस के साथ महत्वपूर्ण चर्चा की।
फ्रांस की अपनी यात्रा पूरी करने के बाद पीएम मोदी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निमंत्रण पर वाशिंगटन जाएंगे। इस यात्रा का उद्देश्य भारत और अमेरिका के बीच रक्षा, प्रौद्योगिकी और आर्थिक सहयोग को और मजबूत करना है।
अपने अमेरिका दौरे से पहले, पीएम मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप के पहले राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान उनके साथ भारत-अमेरिका की साझेदारी को मजबूत करने में हुए सहयोग को याद किया। उन्होंने कहा कि यह उनकी ट्रंप के साथ पहली मुलाकात होगी, लेकिन उन्हें उनके पहले कार्यकाल में साथ मिलकर काम करने की अच्छी यादें हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि यह यात्रा भारत-अमेरिका के बीच साझेदारी को और मजबूत करने और व्यापार, रक्षा, ऊर्जा और आपूर्ति श्रृंखला जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का अवसर होगी।
अमेरिका में हाल ही में कुछ नीतिगत बदलाव हुए हैं, जिनका प्रभाव भारतीय नागरिकों पर भी पड़ सकता है। इनमें वीजा और प्रवास से जुड़े मुद्दे शामिल हैं। पीएम मोदी और ट्रंप के बीच इन मामलों पर भी चर्चा होने की संभावना है। इसके अलावा, व्यापार नीतियों, रक्षा सहयोग और वैश्विक सुरक्षा चुनौतियों पर भी बातचीत होगी।
पिछले महीने पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच फोन पर बातचीत हुई थी, जिसमें ट्रंप ने भारत से अमेरिका की रक्षा खरीद बढ़ाने और व्यापार संतुलन बनाए रखने की जरूरत पर जोर दिया था। दोनों नेताओं ने क्वाड गठबंधन और अन्य वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की थी।
वाशिंगटन रवाना होने से पहले पीएम मोदी फ्रांस में राष्ट्रपति मैक्रों के साथ एआई एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता करेंगे। इस सम्मेलन में वैश्विक नेता और उद्योग विशेषज्ञ शामिल होंगे, जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के सार्वजनिक उपयोग और उसके प्रभावों पर चर्चा करेंगे।
इसके अलावा, पीएम मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों फ्रांस के मार्सिले शहर में भारत के पहले वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन करेंगे। इससे भारत-फ्रांस के बीच व्यापारिक और कूटनीतिक संबंध और मजबूत होंगे।
पीएम मोदी की यह यात्रा भारत की वैश्विक भागीदारी को और विस्तार देने और अमेरिका तथा फ्रांस के साथ संबंधों को मजबूत करने के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
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