अपराध
आंध्र प्रदेश सरकार ने अभिनेत्री उत्पीड़न मामले में तीन आईपीएस अधिकारियों को निलंबित कर दिया।
आंध्र प्रदेश सरकार ने रविवार को मुंबई की एक अभिनेत्री कादंबरी जेठवानी द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के बाद तीन वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को निलंबित कर दिया। राज्य सरकार ने तत्कालीन पुलिस महानिदेशक, खुफिया विभाग पी. सीताराम अंजनेयुलु, तत्कालीन पुलिस आयुक्त, विजयवाड़ा कांथी राणा टाटा और तत्कालीन पुलिस उपायुक्त, विजयवाड़ा विशाल गुन्नी को निलंबित करने के आदेश जारी किए।
कथित तौर पर उसे और उसके माता-पिता को वाईएसआर कांग्रेस के एक नेता के इशारे पर पुलिस अधिकारियों के हाथों उत्पीड़न का सामना करना पड़ा, जो उस समय आंध्र प्रदेश में सत्ताधारी पार्टी थी। अखिल भारतीय सेवा (अनुशासन और अपील) नियम, 1969 के नियम 3 (1) के तहत निलंबन जारी किया गया था। सीताराम अंजनेयुलु को सत्ता के दुरुपयोग और गंभीर कदाचार के आरोपों पर निलंबित किया गया है।
उन्होंने कथित तौर पर औपचारिक अपराध दर्ज होने से पहले ही अन्य दो अधिकारियों को अभिनेत्री को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था। आरोप है कि कांथी राणा टाटा ने 2 फरवरी को एफआईआर दर्ज होने से पहले 31 जनवरी, 2024 को अपने वरिष्ठ से मौखिक निर्देश के आधार पर अभिनेत्री को गिरफ्तार किया।
उन्होंने बिना किसी लिखित निर्देश या उचित जांच के गिरफ्तारी के लिए अधिकारियों के लिए मुंबई की फ्लाइट बुक की। उनके कार्यों को कदाचार और कर्तव्य की उपेक्षा माना गया। एक अलग निलंबन आदेश के अनुसार, विशाल गुन्नी ने गिरफ्तारी से पहले शिकायत की उचित जांच नहीं की।
उन्होंने भी मौखिक निर्देशों पर काम किया और बिना किसी लिखित आदेश या पर्याप्त सबूत के अभिनेत्री को गिरफ्तार करने के लिए मुंबई की यात्रा की। अभिनेत्री द्वारा आंध्र प्रदेश पुलिस में ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस महानिदेशक द्वारका तिरुमाला राव ने जांच के आदेश दिए थे। अभिनेत्री ने 30 अगस्त को विजयवाड़ा पुलिस के समक्ष बयान दर्ज कराया।
गृह मंत्री वी. अनिता ने पहले कहा था कि सरकार ने कथित उत्पीड़न के मामले को गंभीरता से लिया है। अभिनेत्री ने आरोप लगाया था कि वाईएसआरसीपी नेता केवीआर विद्या सागर की शिकायत पर उनके खिलाफ दर्ज धोखाधड़ी के मामले में तीन पुलिस अधिकारियों ने कुछ अन्य निचले स्तर के अधिकारियों के साथ मिलकर उन्हें और उनके परिवार को परेशान किया।
अभिनेत्री ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों ने वाईएसआरसीपी नेता के खिलाफ मुंबई के बांद्रा कुर्ला पुलिस स्टेशन में उनकी शिकायत पर दर्ज मामला वापस लेने की धमकी दी। विद्यासागर की शिकायत पर आंध्र प्रदेश के इब्राहिमपटनम पुलिस स्टेशन में अभिनेत्री और उनके माता-पिता के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी का मामला दर्ज किया गया था।
वाईएसआरसीपी नेता ने आरोप लगाया था कि उसने पांच एकड़ जमीन के लिए फर्जी दस्तावेज बनाए और उससे 5 लाख रुपये की वसूली की। पुलिस की एक टीम मुंबई गई और उसे और उसके माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया। उन्हें विजयवाड़ा लाया गया और जमानत पर रिहा होने से पहले रिमांड पर लिया गया। वाईएसआर कांग्रेस नेता की कथित तौर पर अभिनेत्री के साथ दोस्ती थी और जब अभिनेत्री ने उससे शादी करने की मांग की तो उसने कथित तौर पर उसे परेशान करना शुरू कर दिया।
अपराध
दिल्ली के जंतर-मंतर पर शख्स ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या की

नई दिल्ली, 10 नवंबर: राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर उस समय सनसनी फैल गई, जब एक व्यक्ति ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या की। फिलहाल, दिल्ली पुलिस मामले की जांच कर रही है और शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है।
शुरुआती जानकारी सामने आई कि यह व्यक्ति मध्य प्रदेश का रहने वाला था, जो राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर अपनी मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन करने आया था। दिल्ली पुलिस की ओर से उसे प्रदर्शन की अनुमति भी मिल चुकी थी। सोमवार सुबह करीब 9 बजे यह व्यक्ति जंतर-मंतर पर पहुंचा था।
बताया जाता है कि यह प्रदर्शनकारी यहां पर ‘कट्टा’ के साथ आया था और उसी कट्टे से उसने खुद को गोली मारकर आत्महत्या की। उसने दिल्ली पुलिस की ओर से लगाए गए मेटल डिटेक्टर गेट से पहले ही एक चाय की दुकान के पास खुद को गोली मार ली।
अभी प्रदर्शनकारी की पहचान नहीं हो पाई है। उसके आत्महत्या करने के कारणों का भी पता नहीं चला है। फिलहाल, पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद हैं और घटनास्थल की घेराबंदी कर दी गई है।
वहीं, दिल्ली के महिपालपुर इलाके में 23 साल की महिला की संदिग्ध मौत की घटना से सनसनी फैल गई। यह महिला नॉर्थ-ईस्ट की रहने वाली थी और गुरुग्राम की एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करती थी।
दिल्ली पुलिस को सोमवार सुबह एक मकान में महिला का शव होने की सूचना मिली थी। घटनास्थल पर पहुंचने के बाद पुलिस ने देखा कि महिला बाथरूम के अंदर मृत पड़ी थी। पुलिस ने आशंका जताई है कि बाथरूम में रॉड हीटर से टच होने पर करेंट लगने से उसकी मौत हुई। इसके बाद, पुलिस ने महिला के शव को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू की।
अपराध
दिल्ली से थार चोरी कर बिहार में बेचीं, पुलिस ने मुख्य आरोपी को किया गिरफ्तार

CRIME
नई दिल्ली, 10 नवंबर: दिल्ली के रंजीत नगर थाना क्षेत्र में थार चोरी होने के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को धर दबोचा। पुलिस ने उससे 1 लाख रुपए कैश, एक एप्पल आईपॉड, डिजाइनर गॉगल्स और महंगे जूते बरामद किए गए हैं। पूछताछ में पता चला कि वह अब तक कई लग्जरी एसयूवी चोरी की वारदात में शामिल रहा है।
28 अक्टूबर को उत्तराखंड निवासी एक व्यक्ति अपने दोस्त से मिलने के लिए दिल्ली आया था। उसने अपनी थार बाहर पार्क की थी। अगली सुबह उठने पर वाहन गायब मिला। इस संबंध में रंजीत नगर थाने में केस दर्ज हुआ था। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएचओ रंजीत नगर त्रिभुवन नेगी के नेतृत्व और एसीपी/पटेल नगर सुनील कुमार गुप्ता की देखरेख में टीम बनाई गई।
टीम ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी सबूतों का गहराई से विश्लेषण किया। चोरी हुई थार में रखे एप्पल आईपॉड की लोकेशन को ट्रेस किया गया, जिससे गाड़ी की मूवमेंट सिकंदराबाद, बुलंदशहर (यूपी) तक ट्रैक हुई।
गुप्त ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने एक किराए के मकान की पहचान की। 31 अक्टूबर को जब संदिग्ध वहां पहुंचा तो टीम ने दबिश देकर अनिल ( 25 वर्ष) निवासी सिकंदराबाद को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में अनिल ने खुलासा किया कि उसने चोरी की गई थार को अपने साथी राजू की मदद से सीवान में 2.5 लाख रुपए में बेच दी। उसे 1 लाख रुपए कैश एडवांस में मिला था, जबकि बाकी रकम बाद में देने की बात तय हुई थी।
इसके बाद टीम ने बिहार में भी ऑपरेशन चलाया। सीसीटीवी फुटेज से दो व्यक्तियों की पहचान हुई जो आरोपी से डील कर रहे थे। इनमें से एक चोरी की थार लेकर हाईवे की ओर गया और दूसरा अनिल को रेलवे स्टेशन छोड़ने गया। पुलिस ने वहां इस्तेमाल हुई मोटरसाइकिल का रजिस्ट्रेशन ट्रेस किया, जो मोहम्मद कयूम नामक व्यक्ति तक पहुंचा। उसकी मोटरसाइकिल भी जब्त कर ली गई।
गिरफ्तार अनिल के खिलाफ दिल्ली के जामा मस्जिद, राजौरी गार्डन, कृष्णा नगर, आनंद विहार, फर्श बाजार और मानसरोवर पार्क थाने और उत्तर प्रदेश में 9 आपराधिक केस पहले से दर्ज हैं, जिनमें चोरी और आर्म्स एक्ट के मामले शामिल हैं।
पुलिस अब चोरी की गई एसयूवी की बरामदगी और फरार आरोपी राजू व बिहार में मौजूद वाहन के खरीदारों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
अपराध
मुंबई : चोरी के मामले में करीब 30 साल से फरार आरोपी गिरफ्तार

मुंबई : एक नाटकीय घटनाक्रम में, पुलिस ने आखिरकार एक ऐसे आदमी को गिरफ्तार कर लिया है जो डी.बी. मार्ग पुलिस स्टेशन में दर्ज चोरी के एक मामले में करीब 30 साल से फरार था। वह गिरफ्तारी से बचने के लिए उत्तर प्रदेश के अयोध्या से भाग गया था। आरोपी की पहचान द्विजेंद्र कमलप्रसाद दुबे (65) के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के गरवा का रहने वाला है। वह इंडियन पीनल कोड की धारा 381 (क्लर्क या नौकर द्वारा चोरी) के तहत दर्ज FIR के सिलसिले में 1995 से फरार था। लगभग तीन दशकों तक कोर्ट में पेश न होने के बाद, गिरगांव की 18वीं कोर्ट ने उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था।
एक टिप मिलने पर, सीनियर अधिकारियों के मार्गदर्शन में PSI अज़ीम शेख के नेतृत्व में एक पुलिस टीम को 26 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के बस्ती भेजा गया। 29 अक्टूबर को उसके घर पहुंचने पर, टीम को पता चला कि दुबे हाल ही में धार्मिक यात्रा के लिए अयोध्या गया था। हालांकि, जब आरोपी को बस्ती में मुंबई पुलिस टीम की मौजूदगी के बारे में पता चला, तो वह तुरंत लखनऊ के रास्ते मुंबई भाग गया।
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