Connect with us
Monday,14-April-2025
ताज़ा खबर

अपराध

बदलापुर यौन उत्पीड़न मामला: एसआईटी ने प्रीस्कूलर के यौन शोषण की रिपोर्ट न करने पर स्कूल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।

Published

on

बदलापुर: बदलापुर में दो प्रीस्कूलर के कथित यौन शोषण की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने पुलिस महानिरीक्षक आरती सिंह के नेतृत्व में स्कूल अधिकारियों के खिलाफ अपराध की सूचना पुलिस को न देने के लिए प्राथमिकी दर्ज की है।

ठाणे पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने POCSO अधिनियम की धारा 21 पर बात की

ठाणे पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मंगलवार को मामले की जांच अपने हाथ में लेने वाली एसआईटी ने यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम की धारा 21 के तहत एक अतिरिक्त आरोप जोड़ा है। धारा 21 के तहत अपराध की जानकारी होने के बावजूद नाबालिगों के खिलाफ यौन उत्पीड़न की रिपोर्ट न करने पर दंड का प्रावधान है। जबकि व्यक्तियों को छह महीने तक की जेल की सजा हो सकती है, अपने कर्मचारियों द्वारा अपराध की रिपोर्ट न करने वाले संस्थानों के प्रमुखों को इस आरोप में दोषी पाए जाने पर एक साल की जेल हो सकती है।

यह एफआईआर मीडिया रिपोर्ट के बाद दर्ज की गई है, जिसमें पीड़ितों के माता-पिता, स्कूल की प्रधानाध्यापिका और सरकारी अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि स्कूल प्रबंधन ने कथित छेड़छाड़ के बारे में जानकारी होने के बाद भी पुलिस से संपर्क नहीं किया। विपक्षी नेताओं ने यह भी दावा किया था कि एफआईआर दर्ज करवाने के लिए माता-पिता को बदलापुर ईस्ट पुलिस स्टेशन में घंटों इंतजार करना पड़ा। इसके बाद राज्य सरकार ने तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया।

स्कूल प्रबंधन के एक सदस्य द्वारा किया गया दावा

स्कूल प्रबंधन के सदस्य तुषार आप्टे ने गुरुवार को दावा किया कि 16 अगस्त को जब शिकायत दर्ज की गई थी, तब उन्हें घटना के बारे में पता ही नहीं चला। उन्होंने कहा कि 14 अगस्त को प्रधानाध्यापिका ने उन्हें सिर्फ़ इतना बताया था कि पीड़ित लड़की “बीमार” है, कथित अपराध का कोई ज़िक्र नहीं किया।

गुरुवार को बॉम्बे हाई कोर्ट द्वारा मामले को स्वतः संज्ञान में लिए जाने के बाद, एसआईटी प्रमुख पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) आरती सिंह बदलापुर पुलिस के साथ स्थानीय पुलिस स्टेशन में बैठक करने के लिए पहुंचीं। एसआईटी, जिसमें ठाणे कमिश्नरेट के सर्वश्रेष्ठ निरोध अधिकारियों के साथ आठ उप-टीमें शामिल हैं, ने दोनों नाबालिग पीड़ितों और उनके माता-पिता के बयान दर्ज किए हैं। उप-टीमों द्वारा बनाए गए विस्तृत पंचनामा चार्जशीट का हिस्सा बनेंगे।

इस बीच, ठाणे क्राइम ब्रांच की भिवंडी इकाई की रिमांड रिपोर्ट से पता चलता है कि स्थानीय एनसीपी नेता आशीष दामले की पत्नी रेलवे ट्रैक पर आंदोलन करने वाले 1,600 प्रदर्शनकारियों में शामिल हैं। जबकि उसे अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है, 23 अन्य को 23 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।

अपराध

नोएडा : 3.90 करोड़ की धोखाधड़ी करने वाला शातिर अभियुक्त गिरफ्तार

Published

on

नोएडा, 12 अप्रैल। नोएडा क्राइम ब्रांच और सेक्टर-58 पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 3.90 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के मामले में वांछित अभियुक्त वरुण कुमार त्यागी को गिरफ्तार कर लिया।

अभियुक्त पर 25,000 रुपए का इनाम घोषित था। उसे दिल्ली के मानसरोवर पार्क थाना क्षेत्र के राम नगर एक्सटेंशन से पकड़ा गया।

यह धोखाधड़ी जुलाई 2023 में सामने आई थी, जब नोएडा विकास प्राधिकरण ने बैंक ऑफ इंडिया, सेक्टर-62 में 200 करोड़ रुपए की एफडी (फिक्स्ड डिपॉजिट) कराई थी। एफडी के लिए रकम एचडीएफसी बैंक सेक्टर-18 और इंडियन बैंक सेक्टर-61 से भेजी गई थी। बैंक ऑफ इंडिया ने दो एफडी की मूल प्रतियां भी प्राधिकरण को सौंपी थीं।

हालांकि, जब 3 जुलाई 2023 को प्राधिकरण की ओर से बैंक में जाकर एफडी की पुष्टि की गई, तब पता चला कि वास्तव में कोई एफडी बनाई ही नहीं गई थी। वहीं, 30 जून को खाते से 3.90 करोड़ रुपए ट्रांसफर कर दिए गए थे। बैंक ने तत्काल 9 करोड़ रुपए के एक अन्य ट्रांसफर को रोकते हुए खाते को फ्रीज कर दिया था।

इस पूरे मामले की जांच में सामने आया कि आरोपियों ने जाली दस्तावेजों के जरिए नोएडा प्राधिकरण के नाम पर बैंक ऑफ इंडिया में फर्जी खाता खुलवाया।

इस खाते का संचालन अब्दुल खादर नामक व्यक्ति कर रहा था, जिसे पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। इस गिरोह ने नोएडा प्राधिकरण के फर्जी हस्ताक्षरों वाले दस्तावेजों के आधार पर बैंक को धोखा देकर धनराशि ट्रांसफर कराई थी।

गिरफ्तार आरोपी वरुण कुमार त्यागी ने पूछताछ में बताया कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर इस पूरे षड्यंत्र को अंजाम दिया था। फर्जी एफडी के माध्यम से 3.90 करोड़ रुपए तीन अलग-अलग खातों में ट्रांसफर किए गए थे।

आरोपी ने बताया कि इस अपराध के बदले उसे करीब 4 लाख रुपए मिले थे। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह केवल ‘त्यागी’ नाम का इस्तेमाल करता था। इस केस में पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्तों में अब्दुल खादर, राजेश पांडेय, सुधीर, मुरारी, राजेश बाबू, मनु भोला (मास्टरमाइंड), त्रिदिब दास, राहुल मिश्रा उर्फ गौरव शर्मा और अजय कुमार पटेल शामिल हैं।

पुलिस के मुताबिक, मामले की जांच जारी है और अन्य संभावित संलिप्त लोगों की तलाश की जा रही है।

Continue Reading

अपराध

जम्मू-कश्मीर : कठुआ में पुलिस ने अफीम की अवैध खेती नष्ट की, एक व्यक्ति गिरफ्तार

Published

on

कठुआ, 10 अप्रैल। जम्मू-कश्मीर के कठुआ में पुलिस ने नशे के अवैध कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए गुरुवार को बसोहली पुलिस स्टेशन के अंतर्गत एक गांव में अफीम की खेती को नष्ट कर भारी मात्रा में पौधे जब्त किए हैं। साथ ही, एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।

जम्मू-कश्मीर में कठुआ के एसएसपी शोभित सक्सेना आईपीएस की निगरानी में पुलिस ने अफीम की खेती को नष्ट करने के लिए एक सफल अभियान चलाया। पुलिस टीम ने थाना बसोहली के अधिकार क्षेत्र पलासी में उगाए गए लगभग 126 किलोग्राम अफीम के पौधे (पोस्त) जब्त किए और एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।

गत 7 अप्रैल को बसोहली थाने की गश्ती टीम को विश्वसनीय सूत्रों से सूचना मिली थी कि पलासी निवासी माखन लाल अपने घर के पीछे कृषि भूमि में अवैध रूप से अफीम के पौधे उगा रहा है। सूत्रों ने बताया कि वह इन पौधों को बेचने और व्यावसायिक लाभ के लिए इस्तेमाल कर रहा था। सूचना के आधार पर बसोहली थाने की पुलिस टीम ने एसएचओ बसोहली की देखरेख में और एसडीपीओ बसोहली तथा ईएमआईसी बसोहली की निगरानी में मौके पर पहुंचकर छापा मारा।

पुलिस ने कार्रवाई के दौरान 126 किलोग्राम वजन के 1,700 अफीम के पौधे जब्त किए। साथ ही आरोपी माखन लाल को मौके से गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में बसोहली थाने में संबंधित धाराओं में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की गई है। जांच अभी जारी है।

कठुआ पुलिस ने कहा कि वह कानून को बनाए रखने और ऐसी अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है, जो समाज की सुरक्षा और संरक्षा को प्रभावित करती हैं। अफीम की खेती और इसका अवैध व्यापार गंभीर अपराध हैं। पुलिस ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाएगी।

Continue Reading

अपराध

ओडिशा: राउरकेला पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय साइबर धोखाधड़ी गिरोह का किया भंडाफोड़, 9 गिरफ्तार

Published

on

राउरकेला, 10 अप्रैल। ओडिशा के राउरकेला में साइबर अपराध के खिलाफ पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। एक अंतरराष्ट्रीय साइबर धोखाधड़ी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए राउरकेला पुलिस ने 9 लोगों को गिरफ्तार किया है।

यह गिरोह “ट्रेड नाउ” नामक फर्जी ट्रेडिंग ऐप के जरिए देशभर के लोगों को ठग रहा था और उच्च रिटर्न का लालच देकर लाखों रुपये की उगाही कर रहा था। स्मार्ट सिटी के रूप में पहचान रखने वाला राउरकेला अनजाने में इन साइबर अपराधियों का अड्डा बन गया था, जिनका नेटवर्क भारत से बाहर दुबई जैसे देशों तक फैला हुआ था।

पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई शुरू की गई। पहला छापा सिविल टाउनशिप इलाके के एक अपार्टमेंट में मारा गया, जहां से दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया। पूछताछ के बाद पुलिस ने बसंती कॉलोनी में एक अन्य अपार्टमेंट पर छापेमारी की, जिसके परिणामस्वरूप पांच और लोग पकड़े गए। जांच को आगे बढ़ाते हुए पुलिस छत्तीसगढ़ के रायपुर पहुंची, जहां दो और संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया। इस तरह कुल 9 लोग पुलिस की गिरफ्त में आए। गिरोह से भारी मात्रा में सामान बरामद हुआ, जिसमें 68 बेनामी सिम कार्ड, 31 हाई-एंड मोबाइल फोन, 5 लैपटॉप, 19 एटीएम कार्ड, एक मारुति स्विफ्ट कार और एक स्कूटी शामिल हैं।

पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह एक रैकेट चला रहा था, जो हवाला नेटवर्क के जरिए प्रतिदिन 50 लाख रुपये से अधिक का लेनदेन करता था। जांच में खुलासा हुआ कि इस ऑपरेशन का मास्टरमाइंड किशन अग्रवाल है, जो दुबई से काम कर रहा है और दक्षिण व पश्चिम एशियाई देशों में इसके कनेक्शन फैले हुए हैं। अब तक की जांच में 23 बैंक खातों से 1.41 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं, जबकि 176 अन्य खातों की जांच जारी है।

राउरकेला पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने इसे साइबर अपराध के खिलाफ लड़ाई में बड़ी सफलता करार दिया। उन्होंने कहा, “यह ऑपरेशन साइबर ठगी के बढ़ते खतरे से निपटने में हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हम इस नेटवर्क के हर पहलू की गहराई से जांच कर रहे हैं।”

गिरोह का तरीका बेहद चालाकी भरा था। यह लोगों को फर्जी ऐप पर निवेश के लिए लुभाता था और फिर उनके पैसे हवाला के जरिए विदेश भेज देता था। पीड़ितों में ज्यादातर आम नागरिक थे, जो कमाई के झांसे में आ गए थे।

राउरकेला के निवासियों ने पुलिस की त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की सराहना की है। एक स्थानीय नागरिक ने कहा, “पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की, वरना यह गिरोह और लोगों को नुकसान पहुंचा सकता था।”

पुलिस अब किशन अग्रवाल तक पहुंचने के लिए अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ संपर्क में है। साथ ही, इस रैकेट से जुड़े अन्य संदिग्धों की तलाश जारी है। यह घटना साइबर अपराध के बढ़ते खतरे और इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत को रेखांकित करती है।

Continue Reading
Advertisement
अंतरराष्ट्रीय2 days ago

म्यांमार : विनाशकारी भूकंप के बाद से महसूस किए गए 468 झटके

महाराष्ट्र2 days ago

मुंबई समाचार: मांडवा के पास नौका में रिसाव, 130 यात्री सुरक्षित बचाए गए

महाराष्ट्र2 days ago

छावा फिल्म को अवैध रूप से अपलोड करने के आरोप में दो आरोपी गिरफ्तार

अपराध2 days ago

नोएडा : 3.90 करोड़ की धोखाधड़ी करने वाला शातिर अभियुक्त गिरफ्तार

महाराष्ट्र2 days ago

रामनवमी पर मुसलमानों के खिलाफ विवादित गाना वायरल

राजनीति2 days ago

कांग्रेस गठबंधन की सहयोगी पार्टी राजद से हुई सतर्क : दिलीप जायसवाल

महाराष्ट्र2 days ago

मुंबई पुलिस जोन 12 के सात पुलिस स्टेशनों को सेवा मानकों में उत्कृष्टता के लिए ISO 9001:2015 प्रमाणन से सम्मानित किया गया

बॉलीवुड2 days ago

ऋतिक रोशन ने की ‘द लास्ट फाइव इयर्स’ में निक जोनास की तारीफ, इंस्टाग्राम पर शेयर की तस्वीर

खेल2 days ago

आईपीएल 2025 : 36 साल की उम्र में भी नरेन का जादू बरकरार, एक और ‘प्लेयर ऑफ मैच’ जीतकर बनाया रिकॉर्ड

महाराष्ट्र2 days ago

चेंबूर गोलीबारी का मामला सुलझा, दो गिरफ्तार

रुझान