अंतरराष्ट्रीय
आईपीएल 2022 : राजस्थान रॉयल्स ने मुंबई इंडियंस को 23 रनों से हराया

युजवेंद्र चहल (2/26) और नवदीप सैनी (2/36) की शानदार गेंदबाजी की वजह से यहां डीवाई पाटिल खेल अकादमी में शनिवार को खेले गए आईपीएल 2022 के नौवें मैच में राजस्थान रॉयल्स (आरआर) ने मुंबई इंडियंस (एमआई) को 23 रनों से हरा दिया। आरआर के 193 रनों के जवाब में एमआई ने 20 ओवर में आठ विकेट गंवाकर 170 रन ही बना सकी। टीम की ओर से ईशान किशन और तिलक वर्मा ने अर्धशतकीय पारी खेली। आरआर की ओर से युजवेंद्र चहल और नवदीप सैनी ने दो-दो विकेट चटकाए। वहीं, आर अश्विन, प्रसिद्ध कृष्णा और ट्रेंट बोल्ट ने एक-एक विकट लिया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी एमआई ने पावरप्ले में दो विकेट खोकर 50 रन बनाए, इस दौरान सलामी बल्लेबाज कप्तान रोहित शर्मा (10) और अनमोलप्रीत सिंह (5) रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इस बीच, ईशान किशन ने अच्छी बल्लेबाजी की और टीम के स्कोर को आगे बढ़ाया। दूसरे छोर पर तिलक वर्मा ने ईशान का साथ दिया। दोनों ने मिलकर 11 ओवरों के बाद टीम के स्कोर को 100 के पार पहुंचा दिया।
इस दौरान, दोनों ने कुछ अच्छे शॉट लगाए और रनों की गति बढ़ाते चले गए। अभी भी टीम को जीतने के लिए 96 रनों की आवश्यकता थी। वहीं, ईशान ने 41 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। लेकिन वह पांच चौके और एक छक्का की मदद से 43 गेंदों में 54 रन बनाकर बोल्ट के शिकार बन गए और इसी के साथ ही उनकी और वर्मा की 54 गेंदों में 84 रनों की साझेदारी समाप्त हो गई। 13 ओवरों के बाद एमआई ने तीन विकेट खोकर 121 रन बनाए, जीतने के लिए अभी भी 73 रनों की जरूरत थी।
पांचवें नंबर पर कीरोन पोलार्ड ने वर्मा के साथ लक्ष्य का पीछा करने का प्रयास किया। इस दौरान वर्मा ने 28 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। 15वां ओवर फेंकने आए अश्विन की पहली गेंद पर वर्मा ने छक्का जड़ दिया, लेकिन दूसरी गेंद पर अश्विन ने वर्मा को बोल्ड कर दिया। वह तीन चौके और पांच छक्कों की मदद से 33 गेंदों में 61 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। एमआई ने चार विकेट खोकर 135 रन बनाए, टीम को अभी भी 31 गेंदों में 58 रन चाहिए थे।
लेकिन चहल ने एक ही ओवर में दो विकेट टिम डेविड (1) और डेनियल सैम्स (0) का विकेट लेकर एमआई को संकट में डाल दिया, जिससे 16 ओवर के बाद टीम ने 136 रनों पर छह विकेट खो दिए। लेकिन क्रीज पर मौजूद पोलार्ड से सबको उम्मीदें थी, क्योंकि आखिरी दो ओवरों में 39 रन चाहिए थे। लेकिन एम अश्विन (6) रन आउट हो गए और 10 रन आए। अब आखिरी ओवर में 29 रन चाहिए थे। स्ट्राइक पर पोलार्ड थे, लेकिन उन्होंने भी निराश किया और सैनी की गेंद पर वह 22 रन बनाकर आउट हो गए, जिससे एमआई 20 ओवरों में आठ विकेट गंवाकर 170 रन ही बना सकी, जिससे आरआर ने इस मैच को 23 रनों से अपने नाम कर लिया।
इससे पहले, टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने आए राजस्थान की शुरूआत अच्छी नहीं रही, क्योंकि तीसरे ओवर में बुमराह ने सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (1) टिम डेविड के हाथों कैच आउट कराया। इसके बाद, चौथा ओवर डालने आए बेसिल थंपी की गेंदों में पर जोस बटलर ने चौथे और छक्कों की बारिश कर दी और 26 रन बटोर लिए। लेकिन देवदत्त पडिक्कल (7) को मिल्स ने कप्तान रोहित शर्मा के हाथों कैच आउट कराया, जिससे पावरप्ले में आरआर ने दो विकेट खोकर 48 रन बनाए।
मैदान पर बटलर और कप्तान संजू सैमसन संभलकर रन बनाते रहे। इसके बाद बटलर ने 32 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। इसी बीच दोनों बल्लेबाजों ने धुआंधार बल्लेबाजी करते हुए 11वें ओवर में 21 रन बटोर लिए, जिससे आरआर का स्कोर 100 के पार हो गया। इसके बाद भी दोनों नहीं रुके और तेज गति से रन बटोरते चले गए। लेकिन 15वां ओवर करने आए पोलार्ड की गेंद पर कप्तान सैमसन एक चौका और तीन छक्कों की मदद से 21 गेंदों में 30 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इसी के साथ उनकी और बटलर के बीच 50 गेंदों में 82 रनों की साझेदारी का अंत हो गया।
पांचवें नंबर पर आए शिमरोन हेटमायर ने बटलर के साथ मिलकर रन की गति को बनाए रखा। बटलर ने 66 गेंदों में आईपीएल 2022 सीजन का पहला शतक लगाया। लेकिन 19वें ओवर में हेटमायर तीन चौके और तीन छक्कों की मदद से 14 गेंदों में 35 रन बनाकर बुमराह के शिकार बन गए। बटलर और उनके बीच 24 गेंदों में 53 रनों की साझेदारी का अंत हो गया।
बुमराह के इसी ओवर में बटलर 11 चौके और पांच छक्कों की मदद से 68 गेंदों में 100 रन बनाकर बोल्ड हो गए, इस बीच आर अश्विन भी बिना खाता खोले ही आउट हो गए, जिससे आरआर का स्कोर छह विकेट के नुकसान पर 185 रन बन गए। आखिरी ओवर फेंकने मिल्स की गेंद पर नवदीप सैनी बिना खाता खोले ही ईशान को कैच थमा बैठे। पराग (5) को भी मिल्स ने चलता किया, जिससे आरआर ने 20 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 193 रन बनाए। एमआई की ओर से जसप्रीत बुमराह और टाइमल मिल्स तीन-तीन विकेट झटके। वहीं कीरोन पोलार्ड ने एक विकेट लिया।
अंतरराष्ट्रीय
स्लोवाकिया ने भारतीय समुदाय की कड़ी मेहनत को दी मान्यता : राष्ट्रपति मुर्मू

ब्रातिस्लावा, 11 अप्रैल। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत-स्लोवाकिया संबंधों को मजबूत बनाने में भारतीय समुदाय के योगदान की सराहना की। उन्होंने गुरुवार को ब्रातिस्लावा में आयोजित सामुदायिक स्वागत समारोह में यह बात कही।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, “स्लोवाक नेताओं के साथ बातचीत में मुझे यह सुनकर खुशी हुई कि उन्होंने भारतीय समुदाय की कड़ी मेहनत को मान्यता दी। स्लोवाकिया के विकास और प्रगति में भारतीय समुदाय के बहुमूल्य योगदान के प्रति बहुत सम्मान की भावना रही है।”
उन्होंने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा, “यह देखकर खुशी होती है कि भारत की विरासत और परंपराएं हमारे स्लोवाक मित्रों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। योग और आयुर्वेद से लेकर भारतीय व्यंजनों तक, स्लोवाकिया में भारतीय संस्कृति के प्रति प्रेम दोनों देशों के लोगों के बीच बढ़ते मजबूत संबंधों का प्रमाण है।”
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि उपनिषदों का स्लोवाक भाषा में अनुवाद यहां के लोगों को भारत की प्राचीन शिक्षाओं से जुड़ने का एक और अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय संस्कृति के प्रतिनिधि के रूप में भारतीय समुदाय की भूमिका भारत-स्लोवाकिया संबंधों को मजबूत करने में अमूल्य है।
उन्होंने कहा कि दोनों देशों के अपने राजदूत हैं जो दोनों देशों को जोड़ने के लिए पुल का काम करते हैं। लेकिन भारतीय समुदाय भी उन राजदूतों में से एक है क्योंकि वे भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं, भारत को गौरव दिलाते हैं और बढ़ाते हैं।”
गुरुवार को, राष्ट्रपति मुर्मू और स्लोवाकिया के प्रेसिडेंट पीटर पेलेग्रिनी ने संयुक्त रूप से स्लोवाकिया के नित्रा के सिहोट स्थित सिटी पार्क में स्लोवाकिया के राष्ट्रीय वृक्ष लिंडेन को लगाया।
यह लगभग तीन दशकों में किसी भारतीय राष्ट्रपति की स्लोवाकिया की पहली यात्रा है।
राष्ट्रपति मुर्मू की स्लोवाकिया की दो दिवसीय यात्रा इस बात का संकेत देती है कि भारत स्लोवाक गणराज्य के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों को कितना महत्व देता है। इससे रक्षा, विज्ञान, टेक्नोलॉजी, शिक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में गहन सहयोग और नई पहलों के शुरू होने की उम्मीद है।
अंतरराष्ट्रीय
26/11 हमले के आतंकियों को मिले पाकिस्तान का ‘निशान-ए-हैदर’ सम्मान, तहव्वुर राणा की थी ख्वाहिश

नई दिल्ली, 11 अप्रैल। मुंबई पर 26/11 के आतंकी हमले का आरोपी तहव्वुर राणा चाहता था कि अटैक को अंजाम देने वाले ‘लश्कर-ए-तैयबा’ के आतंकवादियों को ‘निशान-ए-हैदर’ से सम्मानित किया जाए। अमेरिकी न्याय विभाग ने उसे लेकर एक बयान जारी किया है। इसके अलावा राणा और डेविड कोलमैन हेडली के बीच बातचीत के कुछ हिस्से भी जारी किया।
राणा 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक अमेरिकी नागरिक डेविड कोलमैन हेडली उर्फ दाऊद गिलानी का करीबी सहयोगी है।
बयान में कहा गया, “हमले के बाद, राणा ने कथित तौर पर हेडली से कहा कि भारतीय ‘इसके लायक थे’। हेडली के साथ एक इंटरसेप्टेड बातचीत में, राणा ने कथित तौर पर हमले में मारे गए नौ लश्कर आतंकियों की सराहना करते हुए कहा कि उन्हें ‘निशान-ए-हैदर’ दिया जाना चाहिए।”
‘निशान-ए-हैदर’ पाकिस्तान का सर्वोच्च सैन्य वीरता पुरस्कार है और केवल सशस्त्र बलों के सदस्यों को दिया जाता है। यह हवा, जमीन या समुद्र में दुश्मन का सामना करते हुए असाधारण बहादुरी के सर्वोच्च कार्यों को मान्यता देता है। 1947 में पाकिस्तान की आजादी के बाद से इसे केवल 11 बार ही प्रदान किया गया है।
अमेरिकी न्याय विभाग ने कहा, “संयुक्त राज्य अमेरिका ने बुधवार (9 अप्रैल) को दोषी ठहराए गए आतंकवादी तहव्वुर हुसैन राणा, जो एक कनाडाई नागरिक और पाकिस्तान का मूल निवासी है, को भारत में 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों में उसकी कथित भूमिका से जुड़े 10 आपराधिक आरोपों पर मुकदमा चलाने के लिए प्रत्यर्पित किया। राणा का प्रत्यर्पण जघन्य हमलों में मारे गए छह अमेरिकियों और कई अन्य पीड़ितों के लिए न्याय की मांग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
बयान के मुताबिक, “राणा के खिलाफ भारत की लंबित कार्यवाही पहली कार्यवाही नहीं है जिसमें राणा पर आतंकवाद के हिंसक कृत्यों को अंजाम देने की साजिश रचने का आरोप लगा। 2013 में, राणा को इलिनोइस के उत्तरी जिले में लश्कर को भौतिक सहायता प्रदान करने और डेनमार्क के कोपेनहेगन में लश्कर की एक नाकाम आतंकी कार्रवाई के लिए साजिश रचने के आरोप में 14 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। उसी आपराधिक कार्यवाही के एक भाग के रूप में, हेडली को 12 संघीय आतंकवाद के आरोपों में दोषी ठहराया गया, जिसमें मुंबई में छह अमेरिकियों की हत्या में सहायता करना और बाद में एक डेनिश समाचार पत्र पर हमला करने की योजना बनाना शामिल था, उसे 35 वर्ष के कारावास की सजा सुनाई गई।”
राणा को लंबी कानूनी और कूटनीतिक लड़ाई के बाद भारत लाया जा सका।
अमेरिका से प्रत्यर्पित तहव्वुर राणा को गुरुवार को नई दिल्ली लाया गया जहां नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया। इसके बाद राना को एनआईए की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उसे एनआईए की 18 दिनों की कस्टडी में भेज दिया।
26 नवंबर 2008 की रात को 10 आतंकवादियों ने मुंबई में कई स्थानों पर एक साथ हमला किया था। 26/11 हमले में 164 लोग मारे गए और 300 से ज्यादा घायल हुए। आतंकवादियों ने भारतीयों और अन्य देशों के नागरिकों की हत्या की।
नौ आतंकवादियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया जबकि एक अजमल कसाब जिंदा पकड़ा गया जिसे बाद में फांसी की सजा हुई।
अंतरराष्ट्रीय
म्यांमार : विनाशकारी भूकंप के बाद महसूस किए गए 66 झटके, 3,085 की मौत, 4,715 घायल

यांगून, 3 अप्रैल। म्यांमार में शुक्रवार को आए 7.7 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप के बाद के भी झटकों (आफ्टरशॉक) का सिलसिला जारी है। देश के मौसम विज्ञान और जल विज्ञान विभाग के अनुसार, गुरुवार सुबह तक 2.8 से 7.5 तीव्रता के 66 झटके महसूस किए गए।
राज्य प्रशासन परिषद सूचना टीम के अनुसार, भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़कर 3,085 हो गई है, 4,715 लोग घायल हुए हैं और 341 अभी भी लापता हैं।
इस बीच, राज्य प्रशासन परिषद (एसएसी) के अध्यक्ष मिन आंग ह्लाइंग ने कहा कि म्यांमार सरकार भूकंप राहत और पुनर्वास प्रयासों के लिए 500 अरब क्यात (लगभग 238.09 मिलियन डॉलर) आवंटित करेगी।
सरकारी दैनिक ‘द ग्लोबल न्यू लाइट ऑफ म्यांमार’ की रिपोर्ट के अनुसार, म्यांमार के नेता ने यह बयान मंगलवार को ने-पी-ताव में एक नकद दान समारोह में दिया। कार्यक्रम में शुभचिंतकों ने 104.44 बिलियन क्याट (49.71 मिलियन डॉलर) नकद और 12.4 बिलियन क्याट (5.9 मिलियन डॉलर) मूल्य की गैर-नकद वस्तुएं दान कीं।
शुक्रवार को म्यांमार में आए घातक भूकंप के बाद, सैन्य शासक मिन आंग ह्लाइंग ने अंतरराष्ट्रीय मदद की अपील की।
31 मार्च तक 16 देशों, क्षेत्रों से बचाव दल, डॉक्टर और नर्सें मानवीय सहायता, मेडिकल सप्लाई के साथ म्यांमार पहुंच चुकी हैं।
स्थानीय दैनिक ‘म्यांमा एलिन’ के अनुसार, म्यांमार में आए 18 शक्तिशाली भूकंपों में से 7.7 तीव्रता का भूकंप दूसरा सबसे शक्तिशाली भूकंप था। इससे पहले 1912 में देश में 8.0 तीव्रता का भूकंप आया था।
म्यांमार रेड क्रॉस सोसाइटी के अध्यक्ष म्यो न्युंट ने कहा कि मौजूदा बचाव अभियान में मुख्य चुनौतियों में आपदा आकलन और रसद समन्वय शामिल हैं। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा संबंधी चिंताओं के कारण, बचाव दलों को आपूर्ति वितरित करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, खास तौर पर भारी मशीनरी की कमी के कारण।
म्यांमार ने सोमवार को देश में आए भूकंप और व्यापक विनाश के बाद एक सप्ताह के शोक की घोषणा की।
संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका, भारत, यूरोपीय संघ, कई अन्य देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने म्यांमार में भूकंप पीड़ितों के लिए सहायता और बचाव दल भेजे हैं।
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