अपराध
दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में फायरिंग, गैंगस्टर समेत 3 की मौत
दिल्ली के शीर्ष गैंगस्टर जितेंद्र सिंह मान उर्फ गोगी की शुक्रवार को एक अदालत में प्रतिद्वंद्वी ‘टिल्लू’ गिरोह के दो हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। हमलावर वकीलों की पोशाक में अदालत परिसर में घुसे थे। बाद में जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने भी गोलियां चलाई, जिसमें दो हमलावर मारे गए। इस घटनाक्रम के समय अदालत कक्ष में अफरा-तफरी मच गई, जहां न्यायाधीश ने कार्यवाही शुरू कर दी थी। फायरिंग में एक महिला वकील के घायल होने की खबर है।
यह घटना रोहिणी अदालत परिसर में उस समय हुई, जब गोगी को उसके खिलाफ एक मामले में सुनवाई के लिए पेश किया जा रहा था।
हमलावरों ने अचानक अपनी वकील वाली पोशाक में छुपाकर रखे गए हथियार निकाले और गोगी पर गोलियां चला दीं, जो गोली लगते ही मौके पर वहीं गिर गया और उसकी मौत हो गई।
घटना के वक्त कोर्ट रूम के अंदर मौजूद एक वकील ने आईएएनएस को बताया कि सब कुछ इतनी तेजी से हुआ कि उन्हें कुछ समझ ही नहीं आया।
उन्होंने कहा, “गैंगस्टर गोगी के मामले में सुनवाई से कुछ सेकंड पहले फायरिंग शुरू हुई। यहां तक कि न्यायाधीश गगनदीप सिंह भी अदालत कक्ष के अंदर बैठे थे।”
उन्होंने कहा कि अदालत कक्ष में पूरी तरह से अराजकता थी।
गोगी की सुरक्षा कर रहे पुलिस कर्मियों ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की और हमलावरों को मार गिराया।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा, “पुलिस और हमलावरों के बीच कम से कम 30-35 राउंड फायरिंग हुई।”
सूत्रों ने बताया कि हमलावर टिल्लू ताजपुरिया गिरोह से थे और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को इस तरह की घटना की आशंका के बारे में इनपुट मिला था।
गोगी, जिसे अप्रैल में स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार किया गया था, हरियाणा के एक गायक की हत्या में शामिल था, जिसे 2017 में पानीपत में हमलावरों ने गोली मार दी थी। गोगी पर दिल्ली में 4 लाख रुपये और हरियाणा में 2.5 लाख रुपये का नकद इनाम था।
दिल्ली पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जवाबी फायरिंग शुरू की। प्रवक्ता ने कहा, “गोगी के साथ दोनों हमलावर मारे गए।”
बताया जा रहा है कि इस घटनाक्रम में एक महिला वकील को एक गोली छूकर निकल गई, जिससे वह घायल हो गई। एक सूत्र ने कहा, “गोली पहले फर्श पर लगी और फिर महिला वकील के पैरों में लग गई।” महिला वकील को पास के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गोगी और उसके हमलावरों के शवों को दो एंबुलेंस में कोर्ट से बाहर ले जाया गया।
सीआईएसएफ के जवानों की भारी तैनाती से कोर्ट अब किले जैसा हो गया है।
अपराध
पहलगाम आतंकी हमला: एनआईए जम्मू कोर्ट में दाखिल करेगी चार्जशीट

जम्मू, 15 दिसंबर: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) सोमवार को जम्मू-कश्मीर के जम्मू शहर में स्पेशल एनआईए कोर्ट में 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के मामले में चार्जशीट दाखिल कर सकती है।
एनआईए सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसी यहां तय कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर रही है क्योंकि गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत 180 दिन की कानूनी समय सीमा, पहली गिरफ्तारी के बाद से खत्म होने वाली है।
पहलगाम इलाके के दो निवासी, बशीर अहमद जोथर और परवेज अहमद जोथर, को 22 जून को गिरफ्तार किया गया था।
एनआईए के सूत्रों ने बताया, “गिरफ्तार किए गए दोनों लोगों पर तीन पाकिस्तानी आतंकवादियों, सुलेमान शाह, हमजा अफगानी उर्फ अफगानी और जिब्रान को पनाह देने और लॉजिस्टिकल सपोर्ट देने का आरोप है, जिन्होंने हमला किया था। चार्जशीट दाखिल करने की 180 दिन की समय सीमा 18 दिसंबर को खत्म हो रही है और एजेंसी आज तय समय सीमा के भीतर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर रही है।”
एनआईए ने जांच पूरी करने के लिए शुरुआती 90 दिन की अवधि के अलावा अतिरिक्त 45 दिन का समय मांगा था, जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया था।
आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और उसके प्रॉक्सी, द रेजिस्टेंस फ्रंट का नाम चार्जशीट में शामिल होने की संभावना है।
हमले को अंजाम देने में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों की संलिप्तता की पुष्टि पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में की थी।
एनआईए ने अब तक 1,000 से अधिक लोगों से पूछताछ की है, जिनमें पर्यटक, टट्टू मालिक, फोटोग्राफर, दुकानदार और कर्मचारी शामिल हैं।
एनआईए ने कोर्ट को सूचित किया है कि आतंकी नेटवर्क की पूरी सीमा और ओवरग्राउंड कार्यकर्ताओं की भूमिका स्थापित करने के लिए आगे की फोरेंसिक रिपोर्ट, मोबाइल फोन डेटा विश्लेषण और अतिरिक्त संदिग्धों का सत्यापन किया जा रहा है। पहलगाम आतंकी हमले से पूरा देश गुस्से में था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हत्याओं का जवाब देने के लिए सशस्त्र बलों को पूरी छूट दे दी थी।
ऑपरेशन सिंदूर के तहत, भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के अंदर लाहौर के पास मुरीदके, बहावलपुर, कोटली और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में मुजफ़्फराबाद में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया।
जब तक पाकिस्तान ने नागरिक और सैन्य ठिकानों पर हमला करके स्थिति को और नहीं बिगाड़ा, तब तक भारतीय सेना ने किसी भी सैन्य ठिकाने पर हमला नहीं किया था।
जवाबी कार्रवाई में, भारतीय सशस्त्र बलों ने सीमा पार किए बिना पाकिस्तान में 11 सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुंचाया।
अपराध
मुंबई: मलाड पुलिस ने नकली सोने के रैकेट का भंडाफोड़ किया, 25 लाख रुपये की धोखाधड़ी के मामले में 5 गिरफ्तार

मुंबई: मलाड पुलिस ने दुकानदार दिनेश मेहता को नकली सोना बेचकर 25 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने वाले पांच अंतरराज्यीय गिरोह को गिरफ्तार किया है। मुख्य रूप से राजस्थान के रहने वाले आरोपियों को गुजरात और विरार से गिरफ्तार किया गया।
कई मामलों में वांछित मुख्य आरोपी बाबूलाल वाघेला ने नासिक के एक मंदिर के पास खुदाई करते समय सोना मिलने का झूठा दावा किया था। गिरोह ने मेहता का विश्वास जीतने के लिए पहले उसे एक चांदी का सिक्का दिखाया, फिर उसे जांच के लिए असली सोने के मोती दिए। मेहता द्वारा 25 लाख रुपये सौंपने के बाद, उन्होंने उसे तांबे और निकल से बना एक हार दिया।
पुलिस ने वाघेला, उसकी पत्नी और तीन अन्य लोगों का पता लगाकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया और उनसे 15.45 लाख रुपये नकद बरामद किए। पांचवां आरोपी गोविंद अभी भी वांछित है।
अपराध
अरुणाचल प्रदेश में पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में कश्मीरी युवक गिरफ्तार

डिब्रूगढ़, 13 दिसंबर: अरुणाचल प्रदेश के पश्चिमी सियांग जिले के आलो से जासूसी के एक मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। खुफिया एजेंसियों से मिली अहम जानकारी के आधार पर जम्मू-कश्मीर के एक युवक को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
यह पिछले एक सप्ताह के भीतर जासूसी के आरोप में हुई तीसरी गिरफ्तारी बताई जा रही है, जिससे सुरक्षा एजेंसियां और अधिक सतर्क हो गई हैं।
गिरफ्तार युवक की पहचान जम्मू-कश्मीर निवासी हिलाल अहमद (26) के रूप में हुई है। अधिकारियों के अनुसार, हिलाल अहमद को 11 दिसंबर की रात करीब 11 बजे हिरासत में लिया गया। आरोप है कि वह संवेदनशील और गोपनीय जानकारियां साझा कर रहा था, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता था।
गिरफ्तारी के बाद 12 दिसंबर की सुबह हिलाल अहमद को ईटानगर पुलिस थाने को सौंप दिया गया। अब मामले की आगे की जांच ईटानगर पुलिस कर रही है। सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि वह किन लोगों के संपर्क में था और क्या इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोग भी राज्य में सक्रिय हैं।
पश्चिमी सियांग जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) कर्दक रिबा ने बताया कि हिलाल अहमद 25 नवंबर से आलो में मौजूद था। वह एक व्यापार मेले में हिस्सा लेने के लिए आया था। उसने यह मेला पापुम पारे जिले से प्रतिनिधित्व करते हुए अटैंड किया था।
पुलिस के अनुसार, हिलाल अहमद के पास वैध इनर लाइन परमिट (आईएलपी) था और उसके सभी दस्तावेज सही पाए गए हैं। इसके बावजूद खुफिया एजेंसियों को उसके व्यवहार और गतिविधियों पर शक हुआ, जिसके बाद निगरानी बढ़ाई गई और उसे गिरफ्तार किया गया।
अधिकारियों का कहना है कि इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है, खासकर इसलिए क्योंकि सीमावर्ती राज्यों में इस तरह की गतिविधियां देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकती हैं।
फिलहाल पुलिस और खुफिया एजेंसियां मिलकर पूरे मामले की गहन जांच कर रही हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह केवल एक व्यक्ति की हरकत थी या इसके पीछे कोई बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है।
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