राजनीति
जल विवाद में इंसाफ करेगी केंद्र सरकार : वाईएसआरसीपी

राज्यसभा सदस्य और युवाजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के वरिष्ठ नेता वी. विजयसाई रेड्डी ने मंगलवार को उम्मीद जताई कि केंद्र सरकार आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के बीच चल रहे जल विवादों के संबंध में इंसाफ करेगी। रेड्डी ने कहा, “हमें विश्वास है कि केंद्र सरकार न्याय करेगी।”
हालांकि, उन्होंने आरोप लगाया कि तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) सुप्रीमो नारा चंद्रबाबू नायडू गतिरोध का फायदा उठाने और दो तेलुगु राज्यों के बीच दरार पैदा करने का इंतजार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “पीत पत्रकारिता और विपक्षी दल के कनिष्ठ नेता गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार कर रहे हैं।”
रेड्डी ने आगे कहा कि हर समस्या का समाधान होता है और केंद्र पर अपना विश्वास रखें।
सांसद ने याद दिलाया कि जब देवेगौड़ा प्रधानमंत्री थे तब नायडू ने कथित तौर पर अलमाटी बांध के निर्माण का विरोध नहीं किया था।
आंध्र सरकार तेलंगाना के साथ जल विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट जाने की भी योजना बना रही है। याचिका दायर करने पर विचार कर रहा है।
सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने संभावित सवालों का सामना करने की तैयारी शुरू कर दी है जो मामले को शीर्ष न्यायालय में ले जाने के बाद खड़े हो सकते हैं।
यह देखते हुए कि राज्यों के बीच आम नदियां नियमित रूप से विवादों में पड़ रही हैं, आंध्र प्रदेश ऐसे सभी जलाशयों को राष्ट्रीय संपत्ति बनाने और सुरक्षा के लिए केंद्रीय बलों को तैनात करने की अपील करने पर विचार कर रहा है।
राजनीति
महाराष्ट्र की गलती दोहराने से बचने के लिए बिहार में जल्द सीटों का बंटवारा हो : आनंद दुबे

मुंबई, 12 सितंबर। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए इंडिया ब्लॉक में सीट बंटवारे को लेकर अभी तक कोई अंतिम घोषणा नहीं हुई है, लेकिन हालिया बैठकों से संकेत मिल रहे हैं कि जल्द ही इस पर सहमति बन सकती है।
इस बीच शिवसेना (यूबीटी) प्रवक्ता आनंद दुबे ने चेतावनी दी है कि इंडिया ब्लॉक को महाराष्ट्र वाली गलती दोहरानी नहीं चाहिए। जल्द से जल्द सीएम फेस और सीट बंटवारा तय कर लेना चाहिए, ताकि मजबूत रणनीति के साथ चुनाव लड़ा जा सके। महाराष्ट्र में देरी से गठबंधन कमजोर पड़ा था और बिहार में भी विलंब से एनडीए को फायदा हो सकता है।
शिवसेना (यूबीटी) प्रवक्ता आनंद दुबे ने मीडिया से बातचीत में कहा कि राजनीति में अनुशासन और समझदारी जरूरी है। उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का हवाला देते हुए कहा कि अगर महाविकास आघाड़ी (एमवीए) ने सीट बंटवारा और नेतृत्व का चेहरा पहले तय कर लिया होता, तो परिणाम अलग हो सकते थे और एमवीए की सरकार बन सकती थी। बिहार में इंडिया गठबंधन को ऐसी गलती नहीं दोहरानी चाहिए।
उन्होंने महागठबंधन को मजबूत स्थिति में चुनाव लड़ने के लिए सीएम फेस और सीट बंटवारा जल्द स्पष्ट करने की सलाह दी, ताकि गठबंधन में मनमुटाव न हो। उन्होंने भाजपा पर साम-दाम-दंड-भेद की रणनीति अपनाने का आरोप लगाया।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल न होने पर उन्होंने कहा कि वे देश के नेता प्रतिपक्ष के रूप में बड़ी जिम्मेदारी निभाते हैं। उनके कार्यक्रम पहले से तय होते हैं, जिसके कारण वे हर जगह उपस्थित नहीं हो पाते। राहुल गांधी की अनुपस्थिति का मतलब यह नहीं कि वे उपराष्ट्रपति पद या व्यक्ति का सम्मान नहीं करते। राहुल गांधी राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री जैसे संवैधानिक पदों का पूरा आदर करते हैं।
उन्होंने कहा कि यदि कार्यक्रमों में टकराव न होता, तो राहुल गांधी निश्चित रूप से समारोह में शामिल होते और शिष्टाचार भेंट करते। वे जल्द ही उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात कर उन्हें बधाई देंगे।
बिहार कांग्रेस की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जारी एआई वीडियो को उन्होंने महिलाओं का अपमान तथा राजनीति के निचले स्तर का उदाहरण बताया है। उन्होंने कहा कि राजनीति में किसी पर निजी तौर पर हमला करना गलत है। राजनीति के लिए कई मुद्दे हैं, जिस पर चर्चा हो सकती है। मैं समझता हूं कि महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर दलों को चर्चा करनी चाहिए।
उन्होंने बेंगलुरु के शिवाजी नगर में बने मेट्रो स्टेशन का नाम बदलकर छत्रपति शिवाजी महाराज नगर करने की मांग की। उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज न केवल महाराष्ट्र, बल्कि पूरे भारत के आराध्य देव हैं और स्टेशन का नाम उन पर रखना देश में सद्भावना और एकता का संदेश देगा। सरकार अन्य स्टेशनों को अलग नाम दे सकती है, लेकिन इस स्थान पर शिवाजी महाराज का नाम देना उचित होगा। इस मांग को लेकर सरकार को पत्र लिखा गया है और जल्द ही सकारात्मक निर्णय की उम्मीद है।
राजनीति
भारत निर्वाचन आयोग की कार्यशाला में गलत सूचनाओं से निपटने पर जोर

नई दिल्ली, 12 सितंबर। भारत निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के मीडिया एवं संचार अधिकारियों के लिए नई दिल्ली में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया।
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी की उपस्थिति में इस कार्यशाला का उद्घाटन किया।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य चुनावों से जुड़ी कानूनी, तथ्यात्मक और नियम आधारित जानकारी को समय पर और सही ढंग से प्रसारित करने के महत्व पर जोर देना है। इसका लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि भारतीय चुनाव संविधान के अनुसार हों और इस प्रक्रिया के बारे में जनता को सटीक जानकारी मिले।
हाल के दिनों में चुनावी प्रक्रियाओं के बारे में गलत सूचनाएं सामने आईं। कार्यशाला में राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों के कार्यालयों में संचार प्रणाली को मजबूत करने पर चर्चा हुई। इसमें बताया गया कि तथ्य-आधारित प्रतिक्रियाओं के माध्यम से भ्रामक जानकारियों का मुकाबला करना है ताकि जनता को गुमराह होने से बचाया जा सके।
यह कार्यशाला 9 अप्रैल और 5 जून 2025 को भारतीय अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र एवं चुनाव प्रबंधन संस्थान में आयोजित हुए दो पिछले कार्यक्रमों से मिली सीख को और आगे बढ़ाएगी। इसका उद्देश्य मतदाताओं और अन्य हितधारकों को समय पर सत्यापित और प्रामाणिक जानकारी सुनिश्चित करने के लिए एक दूरदर्शी रणनीति तैयार करना है।
भारत निर्वाचन आयोग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर बताया कि इस कार्यशाला में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के CEO कार्यालयों के मीडिया नोडल अधिकारियों (MNO) और सोशल मीडिया नोडल अधिकारियों ने भाग लिया।
हाल ही में बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसकी घोषणा जल्द ही हो सकती है। चुनाव आयोग अक्टूबर के पहले या दूसरे हफ्ते में इसकी तारीखों की घोषणा कर सकता है। चुनाव आयोग त्योहारों को भी ध्यान में रखते हुए चुनाव तारीख तय कर सकता है।
राष्ट्रीय समाचार
भारत-नेपाल सीमा पर नेपाल जेलों से भागे गिरफ्तार कैदियों की संख्या 67 पहुंची

CRIME
नई दिल्ली, 12 सितंबर। भारत-नेपाल सीमा पर नेपाल की जेलों से भागे हुए कैदियों की गिरफ्तारी की संख्या 67 हो गई है।
सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने पिछले 24 घंटों में 32 और भगोड़े नेपाली कैदियों को पकड़ा है। इन गिरफ्तार कैदियों में एक महिला भी शामिल है। नेपाल में चल रही अशांति के बीच जेल ब्रेक की घटनाओं से हाई अलर्ट जारी होने के बाद सीमा पर सभी एजेंसियां सतर्क हैं।
पुलिस और एसएसबी के अधिकारियों के अनुसार, नेपाल में जेन-जी के विरोध प्रदर्शन के दौरान भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए। इससे देश भर में 24 से अधिक जेलों से 15,000 से ज्यादा कैदी भाग निकले। इनमें से कई भारत की ओर भागने की कोशिश कर रहे हैं। एसएसबी ने बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में तैनात 50 बटालियन के जरिए सीमा पर निगरानी बढ़ा दी है। गिरफ्तार कैदियों को स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया गया है और उन पर विदेशी अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।
घटनाओं की जानकारी देते हुए एसएसबी ने बताया कि नेपाल के महोत्तरी जिले के जेलेश्वर में मंगलवार रात को जेल ब्रेक हुआ, जिसमें सैकड़ों कैदी भागे। इसके अलावा, काठमांडू की दिल्ली बाजार जेल, रामे छाप जिले की जेल और अन्य जगहों से भी कैदी फरार हुए। रामे छाप जेल में कैदियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़प में गुरुवार को तीन कैदियों की मौत हो गई और कुल आठ कैदियों की जान जा चुकी है।
नेपाल आर्मी ने जेलों की सुरक्षा संभाली है, लेकिन अराजकता बनी हुई है। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को इस्तीफा देना पड़ा और कई इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है।
बता दें कि चार सितंबर को नेपाल सरकार ने सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके विरोध में जेनजी सड़क पर आकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। इसके अलावा, कहा जा रहा है कि जेनजी ने नेपाल सरकार के भ्रष्टाचार के विरोध में भी प्रदर्शन किया। नेपाल में यह विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया, जिसमें कई युवाओं की मौत हो गई। वहीं, कई घायल हो गए, जिनका अस्पताल में उपचार चल रहा है।
-
व्यापार5 years ago
आईफोन 12 का उत्पादन जुलाई से शुरू होगा : रिपोर्ट
-
अपराध3 years ago
भगौड़े डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गो की ये हैं नई तस्वीरें
-
महाराष्ट्र2 months ago
हाईकोर्ट ने मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को नोटिस जारी किया, मस्जिदों के लाउडस्पीकर विवाद पर
-
अनन्य3 years ago
उत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग हुआ सतर्क
-
न्याय1 year ago
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हाईकोर्ट में मामला दायर
-
अपराध3 years ago
बिल्डर पे लापरवाही का आरोप, सात दिनों के अंदर बिल्डिंग खाली करने का आदेश, दारुल फैज बिल्डिंग के टेंट आ सकते हैं सड़कों पे
-
अपराध3 years ago
पिता की मौत के सदमे से छोटे बेटे को पड़ा दिल का दौरा
-
राष्ट्रीय समाचार7 months ago
नासिक: पुराना कसारा घाट 24 से 28 फरवरी तक डामरीकरण कार्य के लिए बंद रहेगा