अपराध
ईडी ने कैश फॉर वोट घोटाले में सांसद रेड्डी समेत 6 के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मलकाजगिरी संसदीय क्षेत्र से सांसद अनुमुला रेवंत रेड्डी, सथुपल्ली विधानसभा क्षेत्र से तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) विधायक सैंड्रा वेंकट वीरैया, बिशप हैरी सेबेस्टियन, रुद्र शिवकुमार उदय सिम्हा, मथैया जेरूसलम और वेम कृष्ण कीर्तन के खिलाफ कैश फॉर वोट यानी वोट के बदले नोट घोटाले में आरोपपत्र दायर किया है।
प्रवर्तन निदेशालय के एक अधिकारी ने कहा कि उसने हैदराबाद की एक विशेष अदालत में छह लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है।
ईडी ने रेड्डी और अन्य के खिलाफ तेलंगाना भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मामला दर्ज किया।
अधिकारी ने कहा कि एसीबी ने एक जाल बिछाया था। तेलंगाना विधानसभा में एंग्लो इंडियन समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले एक मनोनीत विधायक एल्विस स्टीफेंसन को 50 लाख रुपये नकद में रिश्वत का भुगतान किया जा रहा था, ताकि उन्हें या तो मतदान से दूर रहने या तेदेपा उम्मीदवार के पक्ष में वोट कराने का लालच दिया जा सके। यह तेदेपा उम्मीदवार वेम नरेंद्र रेड्डी के पक्ष में 1 जून, 2015 को निर्धारित एमएलसी (विधान परिषद का सदस्य) चुनाव में माहौल बनाने के लिए दी जा रही कथित रिश्वत थी।
एसीबी ने ट्रैप प्रोसीडिंग के दौरान पकड़े गए आरोपी को गिरफ्तार किया था और जांच के बाद चार्जशीट दाखिल की।
अधिकारी ने कहा कि ईडी ने रेड्डी, हैरी सेबेस्टियन, रुद्र उदय सिम्हा सहित आरोपियों के बयान दर्ज किए थे, जो स्टीफेंसन को 50 लाख रुपये की रिश्वत की राशि सौंपने में शामिल थे।
उन्होंने कहा, उनका सामना उपलब्ध ऑडियो-विजुअल रिकॉडिर्ंग से भी हुआ है।
अधिकारी ने कहा कि ईडी की जांच ने स्थापित किया कि रेड्डी, सैंड्रा और अन्य ने एमएलसी चुनाव में तेलुगु देशम पार्टी द्वारा प्रस्तावित उम्मीदवार नरेंद्र रेड्डी के पक्ष में अपना वोटिंग कराने के लिए स्टीफेंसन को रिश्वत देने की साजिश रची थी।
वित्तीय जांच एजेंसी के अधिकारी ने कहा कि आरोपी ने स्टीफेंसन से संपर्क किया था और उसे 5 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की थी।
उन्होंने कहा, ” स्टीफेंसन ने एसीबी पुलिस को शिकायत की और एक जाल बिछाया गया और आरोपियों के साथ उसकी मुलाकात को गुप्त रूप से ऑडियो-वीडियो रिकॉर्ड किया गया।”
अधिकारी ने दावा किया कि आरोपी व्यक्ति 30 मई 2015 को शिकायतकर्ता से उसके घर पर मिले और रिश्वत की पेशकश की।
एक दिन बाद रेड्डी, सेबेस्टियन और रुद्र उदय सिम्हा स्टीफेंसन के एक दोस्त मैल्कम टेलर के घर 50 लाख रुपये की अग्रिम रिश्वत राशि नकद में देने आए और वह इसी दौरान एसीबी पुलिस के बिछाए हुए जाल में फंस गए। उन्हें हिरासत में ले लिया गया और नकदी जब्त कर ली गई।
अधिकारी ने कहा कि चुनाव में अपने पिता की मदद करने के लिए वेम नरेंद्र रेड्डी के बेटे वेम कृष्ण कीर्तन ने आरोपी को नकदी सौंपी थी.
ईडी ने इससे पहले मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम के प्रावधानों के तहत तेलंगाना एसीबी द्वारा जब्त की गई 50 लाख रुपये की रिश्वत राशि को कुर्क किया था।
अपराध
मुंबई अपराध: जोगेश्वरी में 16 साल की लड़की से लूटपाट के आरोप में जमानत पर रिहा हत्या का आरोपी गिरफ्तार

CRIME
मुंबई: 31 अक्टूबर को जोगेश्वरी में मोगरा मेट्रो स्टेशन के पास एक 16 वर्षीय लड़की से लूटपाट की गई और नागरिकों ने पुलिस गश्ती दल के साथ मिलकर घटना के तुरंत बाद आरोपी को पकड़ लिया।
पुलिस को बाद में पता चला कि हत्या का आरोपी भोला शेल्के (25) हाल ही में ज़मानत पर रिहा हुआ था और कल्याण ग्रामीण इलाके में एक व्यक्ति की हत्या के जुर्म में पाँच साल जेल में बिता चुका है। चौंकाने वाली बात यह है कि उसने कल्याण कोर्ट में उसी हत्या के मामले की सुनवाई के लिए जाते समय लूटपाट की।
पुलिस के अनुसार, आरोपी शेल्के ने लिफ्ट का इंतज़ार कर रही लड़की एसएस राउत को धक्का दिया और उसका मोबाइल फ़ोन छीन लिया। लड़की द्वारा फ़ोन पकड़ने की कोशिशों के बावजूद, शेल्के भागने में कामयाब रहा। उसकी चीखें सुनकर, आस-पास के लोगों और पुलिस ने उसका पीछा किया और कुछ मीटर दूर उसे पकड़ लिया।
जोगेश्वरी पुलिस ने बताया कि शेल्के को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पीड़िता के अंगूठे और कोहनी में मामूली चोटें आईं और उसका इलाज जोगेश्वरी ट्रॉमा केयर सेंटर में किया गया।
अपराध
मुंबई पुलिस ने पवई स्थित एक्टिंग स्टूडियो में बंधक बनाए गए 20 बच्चों को बचाया; आरोपी हिरासत में

मुंबई: मुंबई के संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) सत्यनारायण चौधरी ने कहा, “सभी बच्चे सुरक्षित हैं और उन्हें उनके अभिभावकों को सौंप दिया गया है। अन्य जानकारी जल्द ही साझा की जाएगी।”
यह बयान गुरुवार को मरोल में एक व्यक्ति द्वारा बच्चों को बंधक बनाए जाने के बाद आया है। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है, जिसने पवई के मरोल इलाके में एक एक्टिंग क्लास स्टूडियो में लगभग 20 बच्चों को बंधक बनाकर रखा था। कथित तौर पर बच्चे मदद मांगते और शीशे की खिड़कियों से बाहर झांकते देखे गए।
पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर सभी बच्चों को सफलतापूर्वक बचा लिया। सूत्रों के अनुसार, आरोपी की पहचान रोहित आर्य के रूप में हुई है।
सूत्रों ने बताया कि ये बच्चे स्टूडियो में ऑडिशन देने के लिए अलग-अलग जगहों से आए थे। इस बीच, बंधक बनाए जाने के पीछे का मकसद अभी तक स्पष्ट नहीं है और पुलिस मामले की जाँच कर रही है।
घटना की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया और स्टूडियो के बाहर हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया।
अपराध
दिल्ली पुलिस ने वांछित अपराधी को पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से गिरफ्तार किया

CRIME
नई दिल्ली, 30 अक्टूबर: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए एक वांछित अपराधी को गिरफ्तार किया है। यह अपराधी लंबे समय से फरार था और दिल्ली में उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। क्राइम ब्रांच ने जानकारी दी कि अपराधी को पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से गिरफ्तार किया गया है।
क्राइम ब्रांच की ओर से जारी गुरुवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया है कि 33 वर्षीय घोषित अपराधी का नाम मोहम्मद करीम है, जो दिल्ली के उत्तम नगर का रहने वाला है। यह कई आपराधिक मामलों में कानूनी प्रक्रिया से बच रहा था। फिलहाल, उसकी गिरफ्तारी घोषित अपराधियों को पकड़ने और उन्हें न्याय के कटघरे में लाने के लिए क्राइम ब्रांच के निरंतर प्रयासों में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
क्राइम ब्रांच के अनुसार, पिछले साल 29 अप्रैल को मोहम्मद करीम ने अपने साथियों के साथ मिलकर दिल्ली के विकासपुरी पुलिस कॉलोनी निवासी जगदीप सिंह पर हमला किया था और उसकी स्कूटी लूटने की कोशिश की थी। जगदीप सिंह दूध खरीदने के लिए उत्तम नगर के हस्तसाल गांव गया था। इसी दौरान, करीम ने अपने साथियों से साथ धावा बोला। इस घटना को लेकर दिल्ली पुलिस ने 30 अप्रैल को मोहम्मद करीम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।
एफआईआर दर्ज होने के बाद से मोहम्मद करीम गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार हो गया। इस बीच, 19 सितंबर 2025 को अदालत ने वर्तमान मामले में उसे भगोड़ा घोषित किया। इसके अलावा, वह चार अन्य आपराधिक मामलों में वांछित है।
क्राइम ब्रांच ने बताया कि यह अपराधी पुलिस को गुमराह करने के लिए बार-बार अपने ठिकाने बदल रहा था। उसे न्याय के कटघरे में लाने के लिए एक टीम गठित की गई। जांच पड़ताल के दौरान पुलिस को इनपुट मिले कि मोहम्मद करीम पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में छिपा हुआ है।
इसके बाद, टीम उसे पकड़ने के लिए सिलीगुड़ी रवाना हुई। वहां स्थानीय स्रोतों के साथ समन्वय में गहन तलाशी अभियान शुरू किया गया। इस सफल ऑपरेशन में क्राइम ब्रांच की टीम ने 27 अक्टूबर को अपराधी को दबोच लिया।
पूछताछ के दौरान अपराधी ने अपनी पहचान मोहम्मद करीम पुत्र मोहम्मद वाहिद निवासी हस्तसाल, उत्तम नगर, दिल्ली के रूप में बताई। उसकी पहचान उसके डोजियर और पिछले रिकॉर्ड के माध्यम से सत्यापित की गई। इसके बाद उसे धारा 41(1)(सी) सीआरपीसी (अब धारा 35(3)(डी) बीएनएसएस) के तहत औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया गया।
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