बॉलीवुड
बाजार में सुशांत सिंह राजपूत पर ‘क्विकफिक्स’ किताबों की बाढ़

John Cena pays tribute to Sushant Singh Rajput.
दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के बारे में उनकी मृत्यु के बाद लोगों में बढ़ती उत्सुकता को देखते हुए पिछले कुछ महीनों में बाजार में उनसे जुड़ी कई पुस्तकों की बाढ़ आ गई है। गौरतलब है कि 34 वर्षीय अभिनेता को 14 जून को उनके मुंबई स्थित आवास में मृत पाया गया था। उनकी मृत्यु के तुरंत बाद जारी की गई पुस्तकें हार्ड कॉपी और ई-बुक प्रारूप में उपलब्ध हैं। सुशांत के सुर्खियों में बने रहने के कारण आमतौर पर लोग दिवंगत अभिनेता से जुड़ी जानकारियों के बारे में अधिक जानने को लेकर उत्सुक हैं।
बाजार में उपलब्ध किताबों में अधिकांशत: यह बताया गया है कि वह किस तरह के इंसान थे, उनके विचार कैसे थे, उनका लक्ष्य और महत्वाकांक्षाएं क्या थी, उनका व्यक्तिगत जीवन, पेशेवर जीवन, संघर्ष, दिल टूटने की वजह, असफलता और सफलता, और भी बहुत कुछ शामिल है।
हालांकि इनमें से अधिकांश पुस्तकें ऐसी हैं, जिसे जल्दबाजी में जारी की गई हैं, और बहुत ही निम्न स्तर का शोध नजर आ रहा है। इन किताबों में जमीनी स्तर पर काम नहीं किया गया है, न ही सटीक जानकारी दी गई हैं। वहीं अभिनेता की मौत का मामला अभी भी सुलझाना बाकी है। वहीं इन किताबों के लेखकों ने यह स्वीकार भी किया है कि वे अभिनेता से कभी मिले तक नहीं।
ऐसी ही एक किताब है जिसका शीर्षक है ‘द लेजेंड सुशांत सिंह राजपूत: द हाइस्ट ऑफ नेशनल ट्रेजर’। इसे दिल्ली के लेखक प्रदीप शर्मा ने लिखा है, जिन्होंने विलकिंग उपनाम से किताब लिखी है। शर्मा की किताब 16 जुलाई को प्रकाशित हुई। वहीं लेखक का दावा है कि वह सुशांत को व्यक्तिगत रूप से नहीं जानते थे, लेकिन अभिनेता की मृत्यु के बाद उन्होंने दिवंगत अभिनेता पर एक किताब लिखा।
शर्मा ने आईएएनएस से कहा, “मैं एसएसआर को व्यक्तिगत रूप से नहीं जानता था, न ही मैं कभी उनसे मिला था। लेकिन, जब मैंने उनकी मृत्यु की खबर के बारे में सुना, तो मैं इसे स्वीकार नहीं कर पाया और मुझे बहुत बेचैनी होने लगी। तब मैंने सोचा कि मैं एक ब्लॉग या एक लेख लिखूंगा और इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट करूंगा। लेकिन बाद में मेरे साथ यह हुआ कि मैं श्रद्धांजलि के रूप में उन पर एक किताब ही लिख सकता हूं।”
लेखक ने आगे दावा किया, “यह किताब बस इस बारे में है कि उनके मरने के बाद एक बहुत बड़ा प्रशंसक होने के नाते मुझे क्या महसूस हुआ और वह मुझे कैसे प्रेरित करते हैं। आप किताब में उनकी उपलब्धियों, जुनून, नई चीजों के बारे में जानने की लालसा, उनके सपनों और कैसे वह दूसरों की मदद के लिए आगे रहते थे, ये सब देखेंगे। संक्षिप्त रूप से यह एसएसआर के लिए श्रद्धांजलि है।”
हालांकि शर्मा ने स्वीकार किया कि उन्हें व्यापक तौर पर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। वह इसलिए क्योंकि उन पर ‘पैसे कमाने और रातों रात प्रसिद्धि पाने’ के आरोप लगें।
ऐसे ही एक लेखक हर्षवर्धन चौहान द्वारा हिंदी में लिखी गई एक किताब का शीर्षक ‘सुशांत सिंह राजपूत : मिस्ट्री’ है। हालांकि ऑनलाइन शॉपिंग साइट पर उपलब्ध किताब के विवरण में उनकी वर्तनी और व्याकरण संबंधी गलतियां स्पष्ट रूप से नजर आ रही हैं। उन्होंने विवरण में दावा किया है कि अभिनेता की हत्या के रहस्य को सुलझा लिया है, वहीं यह किताब 29 जुलाई को सुशांत की मृत्यु के एक महीने बाद ही प्रकाशित हो गई थी।
वहीं कुशाल चावला ने ‘सुशांत डिप्रेशन स्टोरी: पॉसिबल रीजन बिहाइंड सुशांत डिप्रेशन’ शीर्षक से एक किताब लिखी है। लेखक ने इसे ‘एक छोटी पुस्तक’ के रूप में वर्णित किया है जो आपको सुशांत के अवसाद पर कहानियां बताती है। उनका कहना है कि मैंने यह पुस्तक इसलिए लिखी है, क्योंकि मुझे लगता है कि उनकी अवसाद की कहानी दुनिया को बताई जानी चाहिए। किताब के अंत एक महत्वपूर्ण संदेश है और मुझे लगता है कि उसे पढ़ने के बाद लोगों का सिनेमा के प्रति नजरिया बदल जाएगा। हालांकि, चावला यह नहीं बता पाए कि अभिनेता की मौत का कारण आत्महत्या ही रही है।
मजेदार बात तो यह है कि इनमें से अधिकांश किताबों और उनके लेखकों में बाजार में पहले छाने की होड़ लगी है, और वे सभी पुलिस की धारणा से जुड़े हैं कि सुशांत ने आत्महत्या की थी।
फिलहाल सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अभिनेता की मौत की जांच सीबीआई द्वारा की जा रही है। वहीं उनके प्रशंसक अपनी सांस थामकर उनके मौत के रहस्य को जानने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। हो सकता है कि सुशांत पर और अधिक किताबें आएंगी। ऐसे में बस आशा की जा सकती है कि उनपर बेहतर शोध किया जाए।
बॉलीवुड
रेणुका शहाणे ने 90 के दशक की तुलना में आज के महंगे एक्टर कल्चर के बारे में बात की

मुंबई, 2 जुलाई। दिग्गज अभिनेत्री और फिल्म निर्माता रेणुका शहाणे ने 1990 के दशक की तुलना में आज के फिल्म उद्योग के संचालन के तरीके में भारी अंतर के बारे में खुलकर बात की है।
अभिनेताओं की बढ़ती लागत और उनके साथ काम करने वाली बड़ी टीमों पर विचार करते हुए, ‘हम आपके हैं कौन..!’ की अभिनेत्री ने बताया कि 90 के दशक के सितारे बिना किसी बड़े दल के अपने करियर को कैसे संभालते थे। उनका मानना है कि संस्कृति में काफी बदलाव आया है, आज के अभिनेता कई प्रबंधकों, स्टाइलिस्टों और सोशल मीडिया टीमों पर निर्भर हैं – जिससे कुल उत्पादन लागत बढ़ जाती है।
रेणुका ने मीडिया से कहा, “मुझे लगता है कि संस्कृति बदल गई है क्योंकि आज एक अभिनेता के रूप में खुद को तलाशने के लिए बहुत सारे माध्यम और मीडिया हैं। इसलिए, अगर आप एक बड़े स्टार हैं, उदाहरण के लिए, तो ऐसे लोग हैं जो आपके सोशल मीडिया को मैनेज कर रहे हैं। ऐसे लोग हैं जो अलग से आपके सोशल मीडिया विज्ञापनों को मैनेज कर रहे हैं, अलग से आपके उचित टीवीसी विज्ञापनों को मैनेज कर रहे हैं। फिर ऐसे लोग हैं जो आपके कॉस्ट्यूम को मैनेज कर रहे हैं और, आप जानते हैं, इस तरह का सहयोग।” “और इसीलिए, आप जानते हैं, श्रम का विभाजन है। इसलिए, इतने सारे लोग हैं। और इतने सारे लोग तभी मौजूद हो सकते हैं जब यह भुगतान करने वाले लोगों के लिए व्यावसायिक रूप से व्यवहार्य हो।” रेणुका ने आगे बताया, “ऐसा नहीं है कि एक दिन स्टार उठकर कहता है, ओह, मुझे एक के बजाय दस लोगों की ज़रूरत है। अगर स्टार के साथ दस लोग हैं और अगर निर्माता को लगता है कि स्टार का सहज महसूस करना ज़रूरी है और मैं स्टार के साथियों के लिए इतना भुगतान करने को तैयार हूँ, तो वे इसमें निवेश करेंगे या समझौता करेंगे और कहेंगे कि, सुनिए, हम सेट पर सिर्फ़ पाँच लोगों को ही संभाल सकते हैं, पाँच से ज़्यादा नहीं। इसलिए, मुझे लगता है कि, आप जानते हैं, यह ऐसा कुछ नहीं है जिसे कोई ज़बरदस्ती कर रहा हो।”
“अगर आप इसे वहन कर सकते हैं, तो वे इसे कर रहे हैं। जो इसे वहन नहीं कर सकते – अगर आप इसे वहन नहीं कर सकते, तो स्टार अपना पैर नीचे रख सकता है और कह सकता है, सुनिए, मैं आपका प्रोजेक्ट नहीं करना चाहता क्योंकि मुझे अपने साथ अपने कर्मचारियों की ज़रूरत है। या वे कहेंगे, ठीक है, मैं इस प्रोजेक्ट के लिए समझौता करूँगा, या मैं इसे करूँगा।”
“आप जानते हैं, इसलिए मुझे लगता है कि लोगों को आंकना चाहिए कि, ओह, पहले इतना बड़ा समूह काम करता था। व्यावसायिक संभावनाओं के मामले में, ऐसे बहुत से रास्ते नहीं थे जो स्टार का इस्तेमाल करते थे। इसलिए, मुझे लगता है कि लोगों को और भी दयालु होना चाहिए। आप जानते हैं, हम आम तौर पर यह आंकलन करते हैं कि उनके पास बहुत कुछ है। इसलिए, हम जल्दी से आंकलन कर लेते हैं। लेकिन मुझे लगता है कि यह सहजता का मामला है,” अभिनेत्री ने आगे बताया।
काम के लिहाज से, रेणुका शहाणे की तीसरी निर्देशित फिल्म, “लूप लाइन” नामक एक मराठी एनिमेटेड शॉर्ट, 21 जून को 2025 न्यूयॉर्क इंडियन फिल्म फेस्टिवल में दिखाई गई। इस फिल्म में पारंपरिक, पितृसत्तात्मक घरों में फंसी भारतीय गृहिणियों द्वारा सामना की जाने वाली भावनात्मक उपेक्षा और खामोश लड़ाई को दिखाया गया है।
बॉलीवुड
एक-दूसरे को बेहद प्यार करते थे शेफाली और पराग : दीपशिखा नागपाल

मुंबई, 28 जून। एक्ट्रेस शेफाली जरीवाला का शुक्रवार रात कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया। 42 साल की उम्र में उनके अचानक निधन से टेलीविजन और फिल्म इंडस्ट्री सदमे में है। शेफाली के साथ काम कर चुकी को-एक्टर दीपशिखा ने बताया कि वह शानदार शख्सियत थीं।
शेफाली को ‘बिग बॉस 13’ और ‘नच बलिए’ जैसे रियलिटी शोज में उनकी मौजूदगी के लिए जाना जाता था। दीपशिखा नागपाल ने शेफाली के साथ अपनी यादें साझा कीं।
दीपशिखा ने बताया, “मैंने शेफाली के साथ ‘नच बलिए’ में काम किया था। हम बहुत करीबी दोस्त तो नहीं थे, लेकिन वह हर गणपति उत्सव में हमें बुलाती थीं। हाल ही में कुछ पार्टियों में उनसे मुलाकात हुई। वह बहुत ही प्यारी और जिंदादिल इंसान थीं, वह विनम्र इंसान थीं।”
दीपशिखा ने शेफाली और पराग के रिश्ते के बारे में बताया, “शेफाली और पराग एक-दूसरे से बहुत प्यार करते थे। वे एक आदर्श जोड़ी थे, जिन्हें लोग प्रेरणा मानते थे। उनकी मौत की खबर ने मुझे झकझोर कर रख दिया। मेरे मन में कई सवाल हैं, ऐसा क्यों हुआ? पराग इस दुख को कैसे सहेंगे? मैं प्रार्थना करती हूं कि ईश्वर उन्हें और उनके परिवार को हिम्मत दे।”
शेफाली के निधन पर इंडस्ट्री के कई सितारों ने दुख जताया। मीका सिंह, रश्मि देसाई, दिव्यांका त्रिपाठी, अली गोनी, हिमांशी खुराना, किश्वर मर्चेंट, काम्या पंजाबी के साथ ही कीकू शारदा समेत अन्य सेलेब्स ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दुख व्यक्त किया।
शेफाली ने अपने करियर में कई टीवी शोज और म्यूजिक वीडियोज में काम किया था। ‘नच बलिए’ में पराग के साथ उनकी जोड़ी को खूब पसंद किया गया।
शेफाली हिट गाने ‘कांटा लगा’ और ‘बिग बॉस 13’ में अपनी उपस्थिति के लिए जानी जाती थीं। एक्ट्रेस ने करियर की शुरुआत ‘कांटा लगा’ गाने से की थी, जिसने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया।
इसके बाद उन्होंने ‘मुझसे शादी करोगी’, ‘शैतानी रस्में’, ‘रात्रि के यति’ और ‘हुडुगारु’ जैसी फिल्मों में काम किया। ‘बिग बॉस 13’ में उनकी मौजूदगी भी सुर्खियों में रही थी।
बॉलीवुड
मुंबई: अभिनेत्री शेफाली जरीवाला के पति पराग त्यागी समेत 4 लोगों के बयान दर्ज

मुंबई, 28 जून। मुंबई में अभिनेत्री शेफाली जरीवाला की अचानक मौत के मामले में जांच तेज हो गई है। जुहू पुलिस स्टेशन के अधिकारी कूपर अस्पताल पहुंचे हैं और वहां सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं। पुलिस ने शेफाली के पति पराग त्यागी का बयान उनके घर पर दर्ज किया है। अब तक इस मामले में कुल चार लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं।
शेफाली जरीवाला के रिश्तेदार भी कूपर अस्पताल पहुंच चुके हैं, जहां उनका शव पोस्टमार्टम के लिए रखा गया है। वहां उनके करीबी दोस्त और फिटनेस ट्रेनर भी मौजूद हैं।
फिटनेस ट्रेनर ने बताया कि शेफाली अपने स्वास्थ्य को लेकर बहुत अनुशासित थीं। उन्होंने कहा, “वो अपने खानपान का अच्छे से ध्यान रखती थीं। नियमित व्यायाम करती और फिटनेस को प्राथमिकता देती थीं। शेफाली मिर्गी के दौरे को नियंत्रित करने के लिए ठंडी चीजों से परहेज करती थीं और अपने उपचार की दिनचर्या का कड़ाई से पालन करती थीं।” ट्रेनर ने बताया कि शेफाली से उनकी आखिरी मुलाकात दो दिन पहले हुई थी।
हालांकि जिस तरह मुंबई पुलिस इस घटनाक्रम की जांच को आगे बढ़ा रही है, उससे मामला संदेहास्पद लग रहा है। पति पराग त्यागी के अलावा पुलिस ने रात में ही मेड और कुक से पूछताछ की थी। शनिवार सुबह मुंबई पुलिस के साथ फॉरेंसिक टीम भी अभिनेत्री के घर गई, जिसने काफी समय तक जांच की।
42 वर्षीय अभिनेत्री शेफाली का देर रात निधन हुआ। शुरुआत में सामने आया कि शेफाली की मौत कार्डियक अटैक के चलते हुई है। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है, जो मुंबई पुलिस की जांच को आगे बढ़ाने के लिए अहम है।
कॉमेडियन सुनील पाल ने भी शेफाली के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “बॉलीवुड से एक बहुत दुखद खबर आई है। हमारी दोस्त और प्रतिभाशाली अभिनेत्री शेफाली जरीवाला का निधन हो गया। हमने साथ में कई लाइव शो किए हैं। ‘कांटा लगा’ गाने से वो बहुत लोकप्रिय हुई थीं। वो एक बेहतरीन अभिनेत्री थीं।”
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