अपराध
दिल्ली: पहलगाम हमले के विरोध में गांधीनगर समेत तमाम मार्केट बंद, आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग
नई दिल्ली, 25 अप्रैल। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुई पर्यटकों की निर्मम हत्या से देशभर के लोगों में गुस्सा है। पहलगाम हमले के विरोध में शुक्रवार को आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश देने के लिए दिल्ली की तमाम मार्केट को आज बंद किया गया है। गांधीनगर और जनपथ मार्केट में सन्नाटा पसरा हुआ है।
दुकानदारों ने आतंकवाद के खिलाफ मार्केट बंद करने का फैसला लिया है। वहीं, कनॉट प्लेस में बंद का आंशिक असर देखा जा रहा है, यहां कुछ दुकानें सुबह से ही खुली हैं। एशिया की सबसे बड़ी होलसेल रेडीमेड गांधीनगर मार्केट पूरी तरह से बंद कर दी गई है। एक भी दुकान नहीं खुल रही है। दुकानदारों ने आतंकवाद के खिलाफ मार्केट बंद की है। दुकानदारों का कहना है कि कश्मीर में जो हुआ, वह बहुत गलत हुआ है। सरकार को आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
गांधीनगर मार्केट में दुकानदार राम बाबू गर्ग ने मिडिया से बात करते हुए कहा कि पहलगाम में बड़ा जघन्य अपराध हुआ है। हम चाहते हैं कि सरकार आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे। हालांकि, दुकान बंद करने से ज्यादा कुछ नहीं होगा, लेकिन बंद का कड़ा संदेश जाना चाहिए। हमने यह बंद एक दिन के लिए रखा है। उन्होंने आगे बताया कि आज बंद से पूरी दिल्ली में 1500 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। पहलगाम में जो मारे गए हैं, वे हमारे भाई थे।
वहीं, दीपक ने बताया कि पहलगाम हमले के खिलाफ रोष व्यक्त करने के लिए हमने यह बंद रखा है, ताकि पूरे विश्व में यह संदेश जा सके कि हम अंदर से आहत हैं। इस आतंकवादी हमले की हम कड़ी शब्दों में निंदा करते हैं। आतंवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटना न हो।
दुकानदार किरन पाल ने बताया कि मैं सरकार और देश के लोगों से कहना चाहता हूं कि हमें आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़नी पड़ेगी। केंद्र सरकार उचित कदम उठा रही है।
वहीं, दिल्ली की जनपथ मार्केट में जहां सुबह से ही भीड़ रहती थी, लेकिन आज सन्नाटा पसरा हुआ है। सभी दुकानें, रेहड़ी-पटरी बंद हैं। कनॉट प्लेस में बंद का असर कम है, कुछ दुकानें खुली हैं, लोगों की आवाजाही सामान्य है।
ज्ञात हो कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार (22 अप्रैल) को आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी और 20 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। घायलों में स्थानीय निवासी भी शामिल थे।
अपराध
मुंबई: विले पार्ले पुलिस ने संगीतकार सचिन सांघवी के खिलाफ कथित धोखाधड़ी, मारपीट और गर्भपात के लिए मजबूर करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की

मुंबई: विले पार्ले पुलिस ने 45 वर्षीय संगीतकार सचिन सांघवी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 69, 74 और 89 के तहत कथित धोखाधड़ी, मारपीट और बिना सहमति के गर्भपात कराने के आरोप में जीरो एफआईआर दर्ज की है। मामला सांताक्रूज़ पुलिस को सौंप दिया गया है और 22 अक्टूबर को गिरफ्तार किए गए सांघवी को ज़मानत मिल गई है।
एफआईआर के अनुसार, विले पार्ले पूर्व की 29 वर्षीय गायिका पीड़िता की मुलाकात फरवरी 2024 में इंस्टाग्राम के ज़रिए सांघवी से हुई थी, जहाँ सांघवी ने उसकी आवाज़ की तारीफ़ की और अपने एल्बम रंग में काम का प्रस्ताव दिया। दोनों ने एक-दूसरे के नंबर बदले और काम पर बातचीत शुरू की। विले पार्ले पश्चिम के मुल्तानी हाइट्स निवासी सांघवी ने पीड़िता को अपने सांताक्रूज़ पश्चिम स्टूडियो में बुलाया, जहाँ वे अक्सर मिलते थे। उसने अपनी शादीशुदा ज़िंदगी में परेशानियों का दावा करते हुए अपनी पत्नी को तलाक देकर पीड़िता से शादी करने का वादा किया, लेकिन बाद में शादी से जुड़े उसके सवालों को टाल दिया।
अप्रैल 2024 में, सांघवी ने कथित तौर पर सांताक्रूज़ के एक अन्य स्टूडियो में पीड़िता के साथ शारीरिक संबंध बनाए और अपने प्यार और शादी के वादे को दोहराया। 28 मई, 2024 को, जब उसका परिवार विदेश में था, उसने अपने घर पर और भी शारीरिक संबंध बनाए। 15 जून से 20 जून, 2024 के बीच बुडापेस्ट और अन्य यूरोपीय स्थानों की यात्रा के दौरान, और बाद में स्टूडियो में और विले पार्ले ईस्ट में एक कार में, उनका रिश्ता जारी रहा।
19 जुलाई, 2025 को, पीड़िता को सांघवी के फ़ोन पर किसी अन्य महिला के साथ आपत्तिजनक तस्वीरें और चैट मिलीं, जिससे दोनों में बहस हुई। दुबई में काम के सिलसिले में यात्रा के बावजूद, उसने उसकी इच्छा के विरुद्ध संबंध जारी रखा। 4 अगस्त, 2025 को, पीड़िता को पता चला कि वह गर्भवती है। सांघवी ने सांताक्रूज़ के एक कैफ़े में उससे और अपनी पत्नी से मुलाकात की और उस पर गर्भपात का दबाव डाला, उसकी तस्वीरें और वीडियो लीक करने की धमकी दी। गोलियों का असर न होने पर, उसने गर्भपात की सर्जरी करवाई। गर्भपात के बाद, सांघवी ने उसका नंबर ब्लॉक कर दिया, जिससे वह उदास हो गई और इलाज करवा रही थी।
10 अक्टूबर 2025 को वे एक क्लिनिक में मिले, जहां उन्होंने उससे कहा कि वह उन्हें “परेशान” न करे और उससे दोबारा मिलने से इनकार कर दिया।
अपराध
दिल्ली: संपत्ति विवाद में पोते ने दादा को मारी गोली, आरोपी गिरफ्तार

नई दिल्ली, 24 अक्टूबर: दिल्ली की मध्य जिला पुलिस की चांदनी महल थाना टीम ने हत्या के प्रयास के मामले को सुलझाते हुए 24 वर्षीय पोते को अपने ही दादा पर गोली चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, हत्या के प्रयास की यह वारदात लंबे समय से चल रहे संपत्ति विवाद का नतीजा है।
यह घटना 21 अक्टूबर की है, जब चांदनी महल पुलिस स्टेशन को एलएनजेपी अस्पताल से एक व्यक्ति के गोली लगने से घायल होने की सूचना मिली। पुलिस टीम जब अस्पताल पहुंची, तो पाया कि घायल व्यक्ति बयान देने की स्थिति में नहीं था।
इसके बाद पुलिस ने बड़ी मस्जिद के पीछे वाली गली में जांच शुरू की। वहां से पुलिस को खून के धब्बे, दो खाली गोलियों के खोल, एक सीसे का टुकड़ा और एक जिंदा कारतूस बरामद हुआ। अपराध दल और एफएसएल टीम को मौके पर बुलाया गया। चूँकि कोई प्रत्यक्षदर्शी गवाह नहीं मिला, इसलिए पुलिस ने प्रारंभिक जांच के आधार पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 109(1) और शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए, एसएचओ के नेतृत्व और एसीपी के पर्यवेक्षण में एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया। एसआई परमेंद्र कुमार के नेतृत्व वाली इस टीम ने इलाके में लगे 55 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, लेकिन फुटेज अस्पष्ट होने के कारण आरोपी की पहचान नहीं हो सकी।
इसके बाद, टीम ने तकनीकी निगरानी और मैन्युअल इनपुट का सहारा लिया। मध्य जिला की एसीपी अपूर्व वर्मा के समग्र पर्यवेक्षण में, टीम ने संदिग्ध की गतिविधियों को ट्रैक किया। 22 अक्टूबर को एक विश्वसनीय गुप्त सूचना के आधार पर, टीम ने दरियागंज की महावीर वाटिका से आरोपी समीर मलिक को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी की पहचान तुर्कमान गेट निवासी समीर मलिक के रूप में हुई। पूछताछ के दौरान, समीर ने अपना अपराध कबूल कर लिया। उसने बताया कि पीड़ित व्यक्ति उसका दादा है और संपत्ति विवाद के कारण उसने अपने एक साथी जय के साथ मिलकर उन पर जानलेवा हमला किया था। जय अभी भी फरार है; पुलिस फरार आरोपी की तलाश में जुटी है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि समीर के बयान के आधार पर जय की तलाश की जा रही है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
अपराध
बेंगलुरु: प्रेमी ने शादी के लिए युवती पर डाला धर्म परिवर्तन का दबाव, पुलिस में शिकायत दर्ज

बेंगलुरु, 23 अक्टूबर : एक लड़की ने गुरुवार को अपने प्रेमी और उसके परिवार के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिन पर कथित तौर पर शादी के लिए उसे इस्लाम धर्म अपनाने के लिए मजबूर किया गया।
बेंगलुरु के एचएसआर लेआउट पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है और मोहम्मद इशाक के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है।
पुलिस के अनुसार, कथित तौर पर पीड़िता और मोहम्मद इशाक 17 अक्टूबर, 2024 को इंस्टाग्राम के जरिए संपर्क में आए। कुछ समय तक बातचीत करने के बाद, वे एक रिश्ते में बंध गए। 30 अक्टूबर, 2024 को बेंगलुरु के थानिसांद्रा इलाके के एक मॉल में उनकी मुलाकात हुई। आरोपी ने पीड़िता से वादा किया कि वह उसके माता-पिता से बात करेगा और उससे शादी करेगा।
पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा है कि इशाक ने दशरहल्ली में एक कमरा बुक किया और कथित तौर पर उसका यौन शोषण किया।
उसने कहा कि इशाक ने शादी का झांसा देकर बार-बार उसका शारीरिक शोषण किया। इस बीच, उसे उसके व्यवहार पर शक हुआ और उसे पता चला कि उसके कई अन्य लड़कियों से संबंध हैं। जब पीड़िता ने शादी के लिए जोर दिया, तो वह बहाने बनाकर टालता रहा।
यह भी पता चला कि आरोपी ने 14 सितंबर, 2025 को एक मुस्लिम लड़की से सगाई कर ली थी। इस बारे में पूछताछ करने पर, उसने कथित तौर पर पीड़िता को धमकी दी कि अगर उसने उससे दोबारा संपर्क किया, तो उसे जान से मार दिया जाएगा। पीड़िता ने आगे बताया कि उसके साथ गाली-गलौज भी की गई।
दर्ज शिकायत के मुताबिक पीड़िता ने आत्महत्या का प्रयास किया, जिसके बाद इशाक के परिवार ने पीड़िता से संपर्क किया और कहा कि मामला सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाया जा सकता है। हालांकि, इशाक के बड़े भाई और बहनोई ने कथित तौर पर लड़की से कहा कि अगर वह आरोपी से शादी करना चाहती है, तो उसे इस्लाम धर्म अपनाना होगा।
उन्होंने कथित तौर पर उसे 40 दिनों के भीतर नमाज पढ़ना सीखने का निर्देश दिया और कहा कि धर्म परिवर्तन के बाद ही शादी की बातचीत आगे बढ़ेगी।
यह मामला विवादास्पद हो गया है, हिंदू संगठन पीड़िता के परिवार से संपर्क कर रहे हैं और इसे “लव जिहाद” का मामला बता रहे हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं। पुलिस मामले को गंभीरता से ले रही है और जांच जारी रखे हुए है।
भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार की “तुष्टिकरण की राजनीति” के कारण कर्नाटक में “लव जिहाद” के मामले बढ़ रहे हैं।
पूर्व मंत्री और भाजपा विधान पार्षद सी.टी. रवि ने मुख्यमंत्री सिद्दारमैया से लव जिहाद, भूमि जिहाद और वोट जिहाद के सभी मामलों की व्यापक जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने का आग्रह किया था।
कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने भी कहा था कि सिद्दारमैया की “अल्पसंख्यक तुष्टिकरण” की राजनीति के कारण राज्य में लव जिहाद के मामले बढ़ रहे हैं, जो इस मामले में केरल मॉडल की तरह हो रहा है।
विजयेंद्र ने कहा, “महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों और असामाजिक तत्वों को लगता है कि राज्य सरकार उनका समर्थन करेगी, क्योंकि सरकार विधान सौध परिसर में ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाने जैसे मामलों में भी आरोपियों को गिरफ्तार करने से हिचकिचाती है। यह नीति कानून-व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ रही है और हिंदू परिवारों और महिलाओं में भय पैदा कर रही है।”
-
व्यापार5 years agoआईफोन 12 का उत्पादन जुलाई से शुरू होगा : रिपोर्ट
-
अपराध3 years agoभगौड़े डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गो की ये हैं नई तस्वीरें
-
महाराष्ट्र4 months agoहाईकोर्ट ने मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को नोटिस जारी किया, मस्जिदों के लाउडस्पीकर विवाद पर
-
अनन्य3 years agoउत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग हुआ सतर्क
-
न्याय1 year agoमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हाईकोर्ट में मामला दायर
-
अपराध3 years agoबिल्डर पे लापरवाही का आरोप, सात दिनों के अंदर बिल्डिंग खाली करने का आदेश, दारुल फैज बिल्डिंग के टेंट आ सकते हैं सड़कों पे
-
अपराध3 years agoपिता की मौत के सदमे से छोटे बेटे को पड़ा दिल का दौरा
-
राष्ट्रीय समाचार8 months agoनासिक: पुराना कसारा घाट 24 से 28 फरवरी तक डामरीकरण कार्य के लिए बंद रहेगा
