राष्ट्रीय
मुझे खुद भरोसा नहीं, मैं कैसे जिंदा निकला: अहमदाबाद विमान हादसे में बचे विश्वास कुमार ने बताया कैसे हुआ ‘चमत्कार’

अहमदाबाद, 13 जून। अहमदाबाद के विमान हादसे में विश्वास कुमार रमेश का बचना किसी चमत्कार से कम नहीं है। विश्वास कुमार रमेश एकमात्र व्यक्ति हैं, जिनकी इस विमान हादसे में जान बची है। अब तक 241 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। विश्वास कुमार रमेश का फिलहाल अस्पताल में इलाज चल रहा है। मीडिया से बातचीत के दौरान विश्वास कुमार रमेश ने उस खौफनाक मंजर को बयां किया।
विश्वास कुमार रमेश का कहना है कि सब कुछ मेरी आंखों के सामने हुआ। विश्वास कुमार ने कहा, ” मुझे खुद भरोसा नहीं होता कि मैं कैसे बाहर जिंदा निकला। क्योंकि कुछ टाइम के लिए मुझे भी लगा कि मैं मरने वाला हूं। जब मेरी आंख खुली तब एहसास हुआ मैं जिंदा हूं। मैंने दुर्घटना के बाद प्लेन से बाहर निकलने का रास्ता ढूंढा।”
हादसे के पहले का वाकया बताते हुए विश्वास कुमार ने कहा कि टेक ऑफ के एक मिनट बाद ही ऐसा लगा था कि प्लेन रुक गया है। कुछ ही सेकेंड में प्लेन के अंदर लाइट ऑन हो गई। स्पीड के साथ ही प्लेन हॉस्पिटल के हॉस्टल में घुस गया। मेरी तरह प्लेन का हिस्सा दीवार से सटा नहीं था, लेकिन उसका गेट टूट गया और उसी रास्ते से मैं बाहर निकलकर आया। मेरा बायां हाथ थोड़ा जल गया। बाद में एंबुलेंस से मुझे अस्पताल लाया गया।
एयर इंडिया का विमान गुरुवार को दोपहर 1:38 बजे अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना हुआ था, जिसमें 230 यात्री और 12 क्रू सदस्य सवार थे। टेक ऑफ के कुछ मिनट बाद ही प्लेन क्रैश हो गया। अहमदाबाद एयरपोर्ट से कुछ दूरी पर प्लेन अस्पताल के हॉस्टल से से टकराया और उसमें आग लग गई। अब तक कुल 241 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। मृतकों में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल हैं। अन्य मृतकों में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक था।
अपराध
नोएडा : एक ही दिन में एक ही गांव के दो युवकों ने की आत्महत्या

नोएडा, 14 जून। नोएडा के थाना सेक्टर-20 क्षेत्र के निठारी इलाके में शुक्रवार को आत्महत्या की दो अलग-अलग घटनाओं ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी।
दोनों ही मामलों में युवकों ने फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। पुलिस ने दोनों घटनाओं में जांच शुरू कर दी है। पहली घटना में अजय नामक 23 वर्षीय युवक ने आत्महत्या कर ली।
अजय मूल रूप से बुलंदशहर जिले के तोल बिजरू गांव का रहने वाला था। वह वर्तमान में निठारी गांव की गली नंबर 4 में किराए पर रह रहा था। वह पेशे से डिलीवरी बॉय के रूप में कार्यरत था। अजय ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस को जैसे ही इसकी सूचना मिली, थाना सेक्टर-20 की टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। फील्ड यूनिट ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है।
पुलिस के अनुसार घटनास्थल पर किसी तरह की कोई अप्राकृतिक गतिविधि नहीं पाई गई और स्थिति सामान्य बनी हुई है।
दूसरी घटना में राहुल शर्मा नामक 30 वर्षीय युवक ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। राहुल निठारी की गली नंबर 7 का निवासी था। उसने कथित रूप से पारिवारिक कलह के चलते यह कदम उठाया।
पुलिस को जैसे ही सूचना प्राप्त हुई, वह तत्काल मौके पर पहुंची और जांच की। प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की वजह पारिवारिक तनाव मानी जा रही है। फील्ड यूनिट ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और शव को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस अधिकारियों ने दोनों ही मामलों में किसी भी प्रकार की साजिश या बाहरी हस्तक्षेप की आशंका से इनकार किया है। घटनास्थलों पर किसी प्रकार की हिंसा या झगड़े के कोई संकेत नहीं मिले हैं। फिलहाल दोनों ही मामलों में विस्तृत जांच जारी है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
दुर्घटना
अहमदाबाद विमान हादसा: प्रत्यक्षदर्शी आकाश पटनी ने कहा, ‘जो देखा वो खौफनाक था’

अहमदाबाद, 14 जून। गुजरात के अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे को लेकर प्रत्यक्षदर्शी आकाश पटनी ने कहा कि वह मंजर बहुत ही भयावह था, जिसे मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता।
शनिवार को मिडिया से बातचीत के दौरान प्रत्यक्षदर्शी आकाश पटनी ने कहा, “गुजरात हाउसिंग बोर्ड के एक नंबर ब्लॉक में रहता हूं। जो घटना हुई है उसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता हूं। वो एक भयानक मंजर था। मैं उस दिन घर पर था। कपड़े उतारने के लिए पत्नी के साथ छत पर गया था। इस दौरान हमने देखा कि एक प्लेन हमारी तरफ आ रहा है। हमारा शरीर कांपने लगा। प्लेन सबसे पहले एक पेड़ से टकराया। इसके बाद हॉस्टल की बिल्डिंग पर गिरा। चारों तरफ फैले धुएं के कारण हमें कुछ देर के लिए दिखना तक बंद हो गया था। जैसे-तैसे हम छत से नीचे की ओर आए। धमाका इतना जोरदार था कि आस-पास की बिल्डिंग में रहने वाले लोग भी घर से बाहर एक सुरक्षित जगह पर जमा हुए।”
पटनी ने उस मेस की भी बात की जिस पर विमान गिरा था। बोले, “रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान हम भी वहां गए थे। खाने की प्लेट में खाना वैसा का वैसा ही था। इसके बाद लोगों ने यह समझा कि छात्र खाना ही खाने वाले थे। लेकिन, खाना खाने से पहले यह भयावह हादसा हो गया।”
अहमदाबाद विमान हादसे में शनिवार को घटना स्थल पर एनडीआरएफ, सीआईएसएफ और विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) की टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं।
राज्य के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने कहा, “फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी में कई अधिकारियों के साथ एक बैठक हुई, जिसमें विशेष रूप से गुजरात के फोरेंसिक वैज्ञानिकों की टीम पर ध्यान केंद्रित किया गया, जो पिछले दो रातों से बिना आराम किए दिन-रात अथक परिश्रम कर रहे हैं ताकि परिवारों के लिए डीएनए मिलान में तेजी लाई जा सके। राज्य के प्रयासों के अलावा, भारत सरकार द्वारा भी बड़ी संख्या में फोरेंसिक विशेषज्ञों को सहायता के लिए भेजा गया है। वर्तमान में, गुजरात सरकार द्वारा तैनात 36 फोरेंसिक विशेषज्ञ काम कर रहे हैं।”
राष्ट्रीय
एक्सिओम-4: भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु को ले जाने वाला मिशन 19 जून को होगा लॉन्च

नई दिल्ली, 14 जून। एक्सिओम-4 मिशन की लॉन्चिंग पर ताजा अपडेट आया है। केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने जानकारी दी है कि 19 जून को एक्सिओम-4 मिशन लॉन्च होगा।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने “एक्स” पर एक पोस्ट के जरिए जानकारी दी। बताया कि “भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन ले जाने वाले एक्सिओम-4 मिशन की लॉन्च तारीख अब 19 जून 2025 के लिए फिर से निर्धारित की गई है। साथ ही स्पेस एक्स टीम ने पुष्टि की है कि लॉन्च को पहले स्थगित करने वाले सभी मुद्दों पर पूरी तरह से काम किया गया है।” सिंह ने कहा कि आगे का कोई भी अपडेट समय के अनुसार साझा किया जाएगा।
भारत के लिए एक्सिओम-4 मिशन काफी अहम है, क्योंकि ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के रूप में पहला भारतीय अंतरिक्ष यात्री इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर जाएगा। 39 वर्षीय शुभांशु शुक्ला लखनऊ में जन्मे हैं। उन्हें जून 2006 में भारतीय वायुसेना में कमीशन मिला। उन्हें 2000 घंटे से अधिक का उड़ान अनुभव हासिल है। वे सुखोई-30 एमके 1, मिग-21, मिग-29, जगुआर, हॉक, डॉर्नियर और एएन-32 जैसे फाइटर जेट्स को उड़ा चुके हैं।
भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला के लिए भी मिशन महत्वपूर्ण होगा। वे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर विशेष खाद्य और पोषण संबंधी प्रयोग करेंगे।
11 जून को मिशन कुछ तकनीकी परेशानी के कारण स्थगित करना पड़ा। चौथी बार ऐसा हुआ कि मिशन लॉन्च करने की तारीख बदली गई। 11 जून को मिशन स्थगित करने की घोषणा करते हुए इसरो ने जानकारी दी कि लॉन्च से पहले टेस्टिंग के दौरान प्रोपल्शन बे में एलओएक्स रिसाव का पता चला था। 13 जून को इसरो प्रमुख वी नारायणन ने एक बयान में कहा, “इसरो, नासा, एक्सिओम स्पेस और स्पेसएक्स के साथ मिलकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के ज्वेज्दा मॉड्यूल में देखी गई समस्या को जिम्मेदारी के साथ हल करने के लिए काम कर रहा है, जिसके कारण एक्सिओम मिशन 4 (एक्स-4) में देरी हुई।”
फिलहाल मिशन लॉन्च करने की नई तारीख का ऐलान कर दिया गया है। हर भारतीय इस मिशन की सफल लॉन्चिंग का इंतजार कर रहा है।
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