खेल
आईपीएल-12 : दुबई में राजस्थान, हैदराबाद की भिड़ंत आज
राजस्थान रॉयल्स और सनराइजर्स हैदराबाद की टीमें इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन के 40वें मैच में आज आमने-सामने होंगी। दोनों टीमों के लिए अगर प्लेऑफ की दौड़ में बने रहना है तो यह मैच हर हाल में जीतना होगा। यह मैच दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला जाएगा। इसी मैदान पर दोनों टीमों के बीच पहला मैच खेला गया था, जहां राहुल तेवतिया और रियान पराग ने मिलकर राजस्थान को हार के रास्ते से बाहर निकाल जीत दिलाई थी। अब एक बार फिर राजस्थान अपने पुराने प्रदर्शन को जारी रखने की कोशिश करेगी।
पिछले मैच में टीम ने जिस तरह का प्रदर्शन किया था उससे वह आत्मविश्वास से लबरेज होगी। गेंदबाजी में खासकर, क्योंकि टीम ने चन्नई को बड़ा स्कोर खड़ा करने नहीं दिया था। चेन्नई 20 ओवरों में सिर्फ 125 रन ही बना सकी थी।
जोफ्रा आर्चर, कार्तिक त्यागी ने अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन सबसे ज्यादा असरदार श्रेयस गोपाल और तेवतिया रहे थे। गोपाल ने चार ओवरों में 14 रन देकर एक विकेट अपने नाम किया था जबकि तेवतिया ने चार ओवरों में 18 रन ही खर्च किए और एक विकेट लिया था।
हैदराबाद के खिलाफ टीम इन दोनों से इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद करेगी।
आईपीएल में अब स्पिनरों के हिसाब की पिचें देखी जा सकती हैं और इसलिए राजस्थान के कप्तान स्टीव स्मिथ के लिए गोपाल-तेवतिया की जोड़ी एक बड़ा हथियार होगी।
वहीं बल्लेबाजी में जोस बटलर को मध्य क्रम में लाना टीम के लिए पिछले मैच में तो काम कर गया था। बटलर ने नाबाद अर्धशतकीय पारी खेली थी और टीम को जीत दिलाई थी। स्मिथ ने भी उनका बखूबी साथ दिया था।
रॉबिन उथप्पा और संजू सैमसन विफल रहे थे। बेन स्टोक्स भी कुछ खास नहीं कर पाए थे। बतौर सलामी बल्लेबाज उथप्पा खतरनाक बल्लेबाज हैं और टीम उन्हें इसी तरह इस्तेमाल करती है तो यह टीम और उथप्पा दोनों के लिए अच्छा होगा। बीते दो मैचों में तो टीम ने उन्हें सलामी बल्लेबाज के तौर पर ही भेजा है और उम्मीद की जा सकती है कि यह क्रम लीग के आने वाले मैचों में भी जारी रहेगा। बेन स्टोक्स से हालांकि अभी तक बड़ी पारी देखने को नहीं मिली है।
स्टोक्स खुद भी बड़ी पारी खेलने को लेकर उत्सुक होंगे। संजू सैमसन को अपनी फॉर्म में लौटना होगा। वह ऐसे खिलाड़ी हैं जिनपर टीम काफी हद तक टिकी हुई है और वह टीम की बल्लेबाजी की अहम कड़ी हैं।
जहां तक हैदराबाद की बात है तो यह देखना होगा कि डेविड वार्नर इस मैच में कहां बल्लेबाजी करने आते हैं। पिछले मैच में वह सलामी बल्लेबाजी करने नहीं आए थे। जॉनी बेयरस्टो के साथ केन विलियम्सन उतरे थे और वार्नर नंबर-4 पर उतरे थे।
उनका नीचे आना टीम के लिए अच्छा रहा था। हैदराबाद हारती दिख रही थी, लेकिन वार्नर ने आखिरी ओवर में बाजी पलट मैच को सुपर ओवर में पहुंचा दिया था। सुपर ओवर में हालांकि हैदराबाद को हार ही मिली थी।
मनीष पांडे और केन विलियम्सन, दो ऐसे बल्लेबाज हैं जो टीम की बल्लेबाजी की धुरी हैं। इन दोनों का चलना टीम के लिए जरूरी है।
निचले क्रम में टीम के पास कोई बड़ा नाम नहीं है इसलिए जरूरी है कि शीर्ष-4 में से कोई न कोई अंत तक टिका रहे ताकि वह युवा खिलाड़ियों के साथ मिलकर अंत में तेजी से रन बना सके। हैदराबाद अधिकतर मैचों में ऐसा कर पाने में असफल रही है, लेकिन टीम की बेहतरी के लिए यह जरूरी है।
गेंदबाजी में टीम की अगुआई राशिद खान कर रहे हैं। भुवनेश्वर कुमार के चोटिल हो जाने के बाद संदीप शर्मा, टी. नटराजन ने टीम को उनकी कमी ज्यादा खलने नहीं दी है।
दोनों टीमों के लिए प्लेऑफ की रेस में बने रहने के लिए इस मैच में जीत जरूरी है। दोनों टीमें इस बात को बखूबी जानती हैं और इसलिए एक और रोमांचक मैच की उम्मीद की जा सकती है।
हैदराबाद नौ मैचों में तीन जीत, छह हार के साथ छह अंक लेकर सातवें स्थान पर है। राजस्थान 10 मैचों में चार जीत, छह हार के साथ आठ अंक लेकर छठे स्थान पर बनी हुई है।
टीमें (सम्भावित) :
राजस्थान रॉयल्स : स्टीव स्मिथ (कप्तान), अंकित राजपूत, बेन स्टोक्स, जोफ्रा आर्चर, जोस बटलर, महिपाल लोमरोर, मनन वोहरा, मयंक माकंर्डे, राहुल तेवतिया, रियान पराग, संजू सैमसन, शशांक सिंह, श्रेयस गोपाल, वरुण एरॉन, रॉबिन उथप्पा, जयदेव उनादकट, यशस्वी जायसवाल, अनुज रावत, आकाश सिंह, कार्तिक त्यागी, डेविड मिलर, ओशाने थॉमस, अनिरुद्ध जोशी, एंड्रयू टाई, टॉम कुरैन, बेन स्टोक्स।
सनराइजर्स हैदराबाद : डेविड वार्नर (कप्तान), अभिषेक शर्मा, बैसिल थम्पी, भुवनेश्वर कुमार, बिली स्टानलेक, जॉनी बेयरस्टो, केन विलियम्सन, मनीष पांडे, मोहम्मद नबी, राशिद खान, संदीप शर्मा, शहबाज नदीम, श्रीवत्स गोस्वामी, सिद्धार्थ कौल, खलील अहमद, टी. नटराजन, विजय शंकर, रिद्धिमान साहा, विराट सिंह, प्रीयम गर्ग, जेसन होल्डर, संदीप बवांका, फाबियान ऐलेन, अब्दुल समद, संजय यादव।
अंतरराष्ट्रीय
ग्रेटा थनबर्ग और ‘सेल्फी यॉट’ पर मौजूद सभी एक्टिविस्ट को किया जा रहा डिपोर्ट: इजरायल

तेल अवीव, 10 जून। राहत सामग्री के साथ गाजा जाने वाली एक नौका पर सवार जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग सहित 12 यात्रियों को डिपोर्ट करने के लिए बेन गुरियन हवाई अड्डे पर लाया गया है। इस नौका को इजरायली बंदरगाह अशदोद में जब्त कर लिया गया था।
निर्वासन प्रक्रिया इजरायली बलों के समुद्र में इस जहाज को रोके जाने के बाद की गई है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए इजरायल के विदेश मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा, “‘सेल्फी यॉट’ के यात्री इजरायल से प्रस्थान करने और अपने देश लौटने के लिए बेन गुरियन हवाई अड्डे पर पहुंचे। वहीं, जो लोग निर्वासन दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने और इजरायल छोड़ने से इनकार करेंगे, उन्हें न्यायिक प्राधिकारी के समक्ष लाया जाएगा।”
एक्टिविस्ट्स का यह समूह, फ्रीडम फ्लोटिला गठबंधन (एफएफसी) द्वारा आयोजित एक मिशन का हिस्सा है, जो चावल और शिशु आहार सहित गाजा को महत्वपूर्ण सहायता पहुंचाने के लिए यात्रा पर निकला था।
मैडलीन नामक नाव को कथित तौर पर गाजा के तट से लगभग 185 किलोमीटर पश्चिम में रोका गया था।
समूह द्वारा जारी किए गए एक वीडियो में इजरायली सेना को जहाज पर चढ़ते हुए दिखाया गया है, जबकि कार्यकर्ता अपने हाथ ऊपर उठाए खड़े हैं, उनमें से एक ने कहा कि ऑपरेशन के दौरान कोई भी घायल नहीं हुआ।
जब्ती के बाद, इजरायली रक्षा मंत्री इजरायल कैट्ज ने कहा कि कार्यकर्ताओं को सोमवार शाम को चिकित्सा जांच के लिए ले जाया गया और उन्हें हमास के हमले से जुड़ी (7 अक्टूबर के नरसंहार पर बनी डॉक्युमेंट्री) दिखाई गई।
गैलेंट ने दावा किया कि “जब उन्होंने देखा कि यह किस बारे में है, तो उन्होंने इसे देखना जारी रखने से इनकार कर दिया,” उन्होंने थनबर्ग और अन्य कार्यकर्ताओं पर हमास के अत्याचारों को अनदेखा करने और “सच्चाई से अपनी आंखें बंद करने” का आरोप लगाया।
एफएफसी ने ऑपरेशन की कड़ी निंदा की। उन्होंने इजरायली सेना पर “हमला” करने और जहाज पर “अवैध रूप से चढ़ने” का आरोप लगाया।
गठबंधन ने कहा कि सहायता मिशन पूरी तरह से मानवीय था, जिसका उद्देश्य गाजा को राहत पहुंचाना था। जहाज पर सवार लोगों में ब्राजील, फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, स्पेन, स्वीडन और तुर्की के नागरिक शामिल थे।
ग्रेटा के अलावा, समूह में यूरोपीय संसद की फ़्रांसीसी सदस्य रीमा हसन और अल जजीरा के फ्रांसीसी पत्रकार उमर फयाद जैसे लोग शामिल थे।
फ़्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों उन नेताओं में शामिल थे जिन्होंने दृढ़ता से आवाज उठाते हुए हिरासत में लिए गए कार्यकर्ताओं को तुरंत रिहा करने का इजरायल से आग्रह किया।
मैक्रों ने विदेश में अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए फ़्रांस की प्रतिबद्धता पर जोर दिया और कहा कि देश “सतर्क” है और “जब भी वे खतरे में होते हैं, तो अपने सभी नागरिकों के साथ खड़ा रहता है।”
फ़्रांसीसी सरकार ने इजरायल से कार्यकर्ताओं की “सुरक्षा” सुनिश्चित करने की भी मांग की, मैक्रों ने गाजा पर मानवीय नाकेबंदी को “एक घोटाला” और “अपमान” करार दिया।
राष्ट्रीय
बड़ा मंगल: हनुमान मंदिर में उमड़े श्रद्धालु, ‘जय श्रीराम’ के नारों से गूंजा परिसर

अमेठी, 10 जून। ज्येष्ठ माह के पांचवें मंगलवार को उत्तर प्रदेश के अमेठी स्थित हनुमान मंदिरों में श्रद्धालुओं की लंबी कतार देखने को मिली। हनुमान जी के दर्शन और पूजन के लिए लोगों में गजब का उत्साह नजर आया। खासकर ‘जामों के गौरा’ स्थित हनुमान गढ़ी मंदिर में दर्शनार्थियों का तांता लगा रहा।
मंदिर परिसर में “संकट कटे मिटे सब पीरा, जो सुमिरे हनुमत बलबीरा” और हनुमान जी के जयकारों की गूंज सुनाई दी। श्रद्धालुओं ने मंदिरों के साथ-साथ चौराहों और कस्बों में स्टॉल लगाकर प्रसाद वितरण और भंडारे का आयोजन किया। भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के लिए रास्तों को डायवर्ट किया, ताकि व्यवस्था बनी रहे।
वहीं, मिठाई और पूजन सामग्री की दुकानों पर भी प्रसाद लेने के लिए भीड़ देखने को मिली।
हनुमान गढ़ी मंदिर में सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें लगी रहीं। श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना कर मंगलकामनाएं मांगी। मंदिर परिसर में मेले जैसा माहौल रहा, जहां लोग भक्ति और आस्था में डूबे नजर आए। भक्तों का कहना था कि हनुमान जी के दर्शन से उनके सारे दुख-दर्द मिट जाते हैं।
बता दें, ज्येष्ठ मास के मंगलवार को बड़का मंगल, बड़ा मंगल या बुढ़वा मंगल कहा जाता है। मान्यता है कि इस माह के मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा-पाठ करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है और कई समस्याएं खत्म हो जाती हैं।
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार मंगलवार के दिन हनुमान जी को सिंदूर के साथ धी या चमेली का तेल मिलाकर लगाना चाहिए। साथ ही उन्हें प्रिय चना-गुड़, बूंदी के लड्डू, पान और लौंग का भोग भी लगाना चाहिए।
श्रीराम दूत को लाल रंग का चोला और झंडा भी चढ़ाना चाहिए। श्रीराम भक्त को अपने स्वामी का नाम सर्वप्रिय है। ऐसे में रामनाम की माला या तुलसी की पत्तियों, बरगद, पीपल के पत्तों पर राम नाम लिखकर चढ़ाने से मनोरथ भी पूरे होते हैं।
खेल
निकोलस पूरन ने सिर्फ 29 की उम्र में लिया अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास

नई दिल्ली, 10 जून। वेस्टइंडीज के विकेटकीपर-बल्लेबाज निकोलस पूरन ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। पूरन के अचानक लिए गए इस फैसले ने उनके फैंस को हैरान कर दिया है। आईसीसी ने मंगलवार को इसकी पुष्टि की है।
कुछ दिनों पहले ही साउथ अफ्रीका के विकेटकीपर-बल्लेबाज हेनरिक क्लासेन ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहने की घोषणा की थी, जिसके बाद एक और मशहूर विकेटकीपर-बल्लेबाज का संन्यास क्रिकेट प्रेमियों को चौंका गया।
29 वर्षीय निकोलस पूरन ने संन्यास का ऐलान करते हुए अपने इंस्टाग्राम पर लिखा, “मैंने काफी सोचने और विचार-विमर्श करने के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया है। यह खेल जिससे हम प्यार करते हैं, उसने बहुत कुछ दिया है और देता रहेगा। मैरून जर्सी पहनना, एंथम के लिए खड़े होना, और हर बार मैदान पर उतरते समय अपना सब कुछ देना… इसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है कि इसका मेरे लिए क्या मतलब है। टीम का कप्तान होना एक ऐसा सौभाग्य है, जिसे मैं हमेशा अपने दिल के करीब रखूंगा।”
उन्होंने आगे लिखा, “फैंस के लिए- आपके अटूट प्यार के लिए धन्यवाद। आपने मुश्किल पलों में मुझे संभाला और बेहतरीन जुनून के साथ अच्छे पलों का जश्न मनाया। अपने परिवार, दोस्तों और टीम के साथियों के लिए मैं कहना चाहूंगा कि मेरा साथ देने के लिए धन्यवाद। आपके विश्वास और समर्थन ने मुझे इन सब के जरिए आगे बढ़ाया।”
निकोलस पूरन ने 2014 के अंडर-19 पुरुष क्रिकेट विश्व कप में वेस्टइंडीज का प्रतिनिधित्व किया था, जिसके दो साल बाद उन्हें टी20आई फॉर्मेट में सीनियर टीम की ओर से इंटरनेशनल डेब्यू करने का मौका मिला।
इसके बाद 2018 में पूरन ने वनडे फॉर्मेट में डेब्यू किया। शानदार प्रदर्शन को देखते हुए बाएं हाथ के इस खिलाड़ी को विश्व कप 2019 के लिए टीम में मौका मिला।
साल 2021 में पूरन पुरुष टी20 वर्ल्ड कप के लिए कैरेबियन टीम के उप-कप्तान बने और साल 2022 में दोनों ‘व्हाइट बॉल फॉर्मेट’ में कप्तानी की बागडोर संभाली।
निकोलस पूरन ने वेस्टइंडीज के लिए सिर्फ ‘व्हाइट बॉल क्रिकेट’ ही खेला। उन्होंने 61 वनडे मुकाबलों में पूरन के नाम 39.66 की औसत के साथ 1983 रन हैं। इस दौरान पूरन ने तीन शतक और 11 अर्धशतक जड़े हैं। 106 टी20आई मुकाबलों में इस खिलाड़ी ने 13 अर्धशतक की मदद से 2275 रन बनाए। इस फॉर्मेट में उनका औसत 26.14 रहा।
-
व्यापार5 years ago
आईफोन 12 का उत्पादन जुलाई से शुरू होगा : रिपोर्ट
-
अपराध3 years ago
भगौड़े डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गो की ये हैं नई तस्वीरें
-
अपराध3 years ago
बिल्डर पे लापरवाही का आरोप, सात दिनों के अंदर बिल्डिंग खाली करने का आदेश, दारुल फैज बिल्डिंग के टेंट आ सकते हैं सड़कों पे
-
न्याय10 months ago
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हाईकोर्ट में मामला दायर
-
अनन्य2 years ago
उत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग हुआ सतर्क
-
अपराध3 years ago
पिता की मौत के सदमे से छोटे बेटे को पड़ा दिल का दौरा
-
राष्ट्रीय समाचार4 months ago
नासिक: पुराना कसारा घाट 24 से 28 फरवरी तक डामरीकरण कार्य के लिए बंद रहेगा
-
महाराष्ट्र5 years ago
31 जुलाई तक के लिए बढ़ा लॉकडाउन महाराष्ट्र में, जानिए क्या हैं शर्तें